लखनऊ: सुलतानपुर रोड पर स्टेडियम के पीछे लखनऊ विकास प्राधिकरण ने करीब एक साल पहले नई आवासीय कॉलोनी का सपना दिखाया था. यहां 1000 एकड़ में प्लॉटिंग की जानी थी, लेकिन विकास प्राधिकरण एक साल बीतने के बावजूद एक इंची जमीन का भी अर्जन नहीं कर सका. ऐसे में अनियोजित विकास होने की आशंका बढ़ गई है.
सुलतानपुर रोड पर सहारा इंडिया की हाईटेक टाउनशिप का लाइसेंस निरस्त करने के बाद अब लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने करीब 1800 एकड़ भूमि का अधिग्रहण करने की तैयारी की थी. एलडीए की बोर्ड मीटिंग में इसका निर्णय किया गया था.
सुलतानपुर रोड पर इस भूमि को किसानों से साझेदारी यानी लैंड पूलिंग के आधार पर लिया जाना था, जिसमें किसानों को कुल जमीन के बदले 20 से 25 फीसद जमीन को कॉलोनी बनाकर प्राधिकरण को वापस करना था, जिसकी कीमत कुल जमीन के मुकाबले कई गुना अधिक होगी.
योजना में मुख्य रूप से लैंड पूलिंग से जमीन का अधिग्रहण करना मुख्य मुद्दा है, ताकि किसानों को साझेदार बनाया जा सके. अटल स्टेडियम के पीछे सहारा की हाईटेक टाउनशिप का लाइसेंस निरस्त किया जा चुका है. करीब 2052 एकड़ भूमि पर टाउनशिप विकिसत की जानी थी, लेकिन सहारा केवल 130 एकड़ भूमि जुटा सका. इसलिए विगत नवंबर में एलडीए ने लाइसेंस निरस्त कर दिया था.
पहले लैंड पूलिंग से जमीन जुटाएंगे. अगर किसान नहीं माने तो फिर अर्जन नीति के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा, लेकिन हालत यह है कि करीब एक साल बीत जाने के बावजूद लखनऊ विकास प्राधिकरण इस इलाके में जमीन नहीं जुटा सका है. ऐसे में योजना परवान चढ़ती नहीं दिख रही है.
इस बारे में एलडीए के ओएसडी अमित कुमार राठौर ने बताया कि वह जमीन हमारे पजेशन में है, जो सहारा ने किसानों से खरीदी थी. बाकी भूमि किसानों के पास है, जिसको लैंड पूलिंग से लेना है. इस पर बातचीत की जा रही है. शासन स्तर पर लैंड पूलिंग की एक और नीति बननी है. उस नीति के स्वीकृत होते ही काम और तेजी से होगा.
इसे भी पढ़ें- रेल रोको आंदोलन : संयुक्त किसान मोर्चा कर रहा अगुवाई, कितनी लंबी चलेगी ये लड़ाई