लखनऊ : राजधानी में कांग्रेस कार्यालय के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया गया. दोपहर करीब 2:00 बजे शुरू हुए प्रदर्शन में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की तरफ से सरकार पर पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियों को गलत तरीके से इस्तेमाल करने के आरोप लगाए गए.
इस दौरान उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज यादव की अगुवाई में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. उन्हें धरना प्रदर्शन से हटाने के लिए पुलिस बल का प्रयोग किया गया. मनोज यादव ने कहा कि सरकार अपनी मनमानी पर उतारू है. उनकी मनमानी के खिलाफ लगातार आवाज बुलंद की जाएगी. कई प्रदर्शनकारियों को गाड़ियों में भरकर धरना प्रदर्शन स्थल से हटाया गया.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा कार्यकारी अध्यक्ष व सांसद सोनिया गांधी को नेशनल हेराल्ड केस में बार-बार बुलाए जाने के खिलाफ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की तरफ से बुधवार को आंदोलन किए जाने की घोषणा की गई थी. इसके तहत प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर सत्याग्रह करने का ऐलान पार्टी की तरफ से किया गया. जिसको लेकर दोपहर 2:00 बजे लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया गया. पार्टी के वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी, पूर्व एमएलसी दीपक सिंह के साथ पार्टी के अन्य पदाधिकारी प्रदर्शन में मौजूद रहे.
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इस दौरान वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी की तरफ से केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए गए. उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड के झूठे केस में बार-बार कार्यकारी अध्यक्ष व सांसद सोनिया गांधी समेत पार्टी के दूसरे वरिष्ठ नेताओं को परेशान किया जा रहा है. पूर्व एमएलसी दीपक सिंह ने कहा कि सरकार को केंद्रीय जांच एजेंसियों के गलत इस्तेमाल पर रोक लगाने की जरूरत है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने इन एजेंसियों की गरिमा भंग कर दी है. संवैधानिक संस्थाओं को पार्टी अपने हिसाब से चला रखी है. जो कि गलत है.
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