लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की तरफ से 125 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित करने के चंद घंटों में ही विवाद खड़ा हो गया. पार्टी की महिला विंग की उपाध्यक्ष शीला मिश्रा ने टिकट देने में धांधली के आरोप लगाए हैं. उनका आरोप है कि पार्टी में पैसे लेकर टिकट बांटे जा रहे हैं. सालों की मेहनत के बावजूद उन्हें या उनकी बहू को टिकट नहीं दिया गया. इसको लेकर वो शुक्रवार सुबह पार्टी के लखनऊ स्थित कार्यालय परिसर में धरने पर बैठ गई. इस दौरान पार्टी के कई नेता उन्हें मनाने में लगे रहे. हालांकि, वह धरने से नहीं उठी. उनकी मांग है कि प्रियंका गांधी उनकी बात सुनी और उन्हें न्याय दें.
लगाए ये आरोप
महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष शीला मिश्रा बीते करीब 25 से 30 सालों से पार्टी से जुड़ी हुई है. पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के समय से वो पार्टी की सेवा कर रही हैं. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि बीते कई वर्षो से कांग्रेस की सेवा कर रही हैं. उनका घर लखनऊ के बीकेटी विधानसभा क्षेत्र में है. उनकी सालों की सेवा को नजरअंदाज करते हुए पार्टी ने बीकेटी से लल्लन कुमार को टिकट दिया है.
इसके अलावा उनकी बहू को बस्ती की हरैया सीट से तैयारी करने के संकेत दिए गए थे. वह अपने बच्चों को घर पर छोड़कर लगातार पार्टी के लिए अपनी विधानसभा सीट पर काम कर रही थी. टिकट वितरण से 2 दिन पहले तक उन्हें पूरा आश्वासन दिया गया, लेकिन सूची से उसका भी नाम गायब कर दिया गया है. उनका आरोप है कि पार्टी में बैठे पदाधिकारियों ने उनसे पैसे की मांग की थी, जो वो नहीं दे पाई. ऐसे में उनके वर्षों की मेहनत को किनारे कर टिकट की सूची से बाहर कर दिया गया.
सरोजिनी नगर से भी उठी है आपत्ति
सिर्फ बीकेटी ही नहीं, बल्कि लखनऊ की सरोजिनी नगर विधानसभा सीट पर भी पार्टी की तरफ से टिकट बंटवारे को लेकर आपत्ति उठाई गई है. पार्टी ने यहां से रुद्र दमन सिंह को टिकट दिया है. इस सीट पर पार्टी का चेहरा बने डॉ. प्रियंका मौर्या की तरफ से इसको लेकर आपत्ति जताई गई है. उन्होंने कहां की कांग्रेस की ओर से जो आवेदकों की समीक्षा की है गई है उसमें जीत की संभावनाओं में सबसे ऊपर उनका नाम था. पेशे से डॉक्टर और समाजसेवी डॉ प्रियंका कहती है कि बावजूद इसके उनको टिकट नहीं दिया गया.
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