लखनऊ: लोकभवन के सामने मां-बेटी के आत्मदाह के मामले में कांग्रेस प्रवक्ता को आरोपी बनाए जाने का कांग्रेस ने विरोध किया है. कांग्रेस के विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह ने सोमवार को कहा कि अमेठी में इंसाफ नहीं मिलने के बाद परेशान मां-बेटी ने विधान भवन के सामने आत्मदाह किया है. इसके लिए मुख्यमंत्री और अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी दोनों ही जिम्मेदार हैं, जिसके लिए उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.
'कांग्रेस पर लगे आरोप निराधार'
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में दीपक सिंह ने कहा कि राजनीतिक दल होने की वजह से कांग्रेस का यह दायित्व है कि वह पीड़ित लोगों की मदद करें. मगर सरकार और उसका तंत्र लोगों की मदद करने में नाकाम है, यही वजह है कि अमेठी में न्याय न मिलने पर पीड़िता ने विधान भवन आकर फरियाद की कोशिश की और मजबूर होकर आत्मदाह का कदम उठाया. उन्होंने कहा कि पीड़ित मां-बेटी ने कांग्रेस के कार्यालय में 4 जुलाई को आकर मदद की गुहार लगाई थी. दीपक सिंह ने कहा कि कांग्रेस एक जिम्मेदार पार्टी है और पीड़ितों की मदद करना उसका दायित्व है, लेकिन कांग्रेस पर यह आरोप लगाया जाना निराधार और अतार्किक है कि उसने आत्मदाह के लिए लोगों को उकसाया.
कांग्रेस एमएलसी ने कहा कि यूपी सरकार और भारतीय जनता पार्टी के नेता इन दिनों कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की लिस्ट बनाकर घूम रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दमन करने की लगातार कोशिश की जा रही है. कांग्रेस के प्रवक्ता अनूप पटेल का नाम भी इस घटना में शामिल करना इसका उदाहरण है.
'दोषी अधिकारियों के खिलाफ हो कार्रवाई'
दीपक सिंह ने कहा कि जब अमेठी की सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पिछले साल भर में केवल 10 बार अमेठी आई हैं तो लोगों की समस्याओं की सुनवाई आखिर कैसे होगी. यही वजह है कि पीड़ित लोग आत्मदाह करने के लिए मजबूर हो रहे हैं. इस घटना के लिए जिम्मेदार अमेठी की सांसद हैं और प्रदेश सरकार के मुखिया होने के नाते मुख्यमंत्री भी जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि दोनों को ही इस्तीफा देना चाहिए और इसके साथ ही दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.