लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हो रहे प्रदर्शनों के बहाने कांग्रेसियों ने समाजवादी पार्टी पर करारा हमला बोला है. समाजवादी पार्टी को भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा के करीब बता रहे कांग्रेसी अभियान का असर भी दिखने लगा है. वहीं समाजवादी पार्टी प्रदेश सचिव सैफ जाफरी ने अखिलेश यादव को पत्र लिखकर पार्टी से इस्तीफा देने का ऐलान किया है.
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दरअसल समाजवादी पार्टी ने पिछले दिनों हिंदू युवा वाहिनी के सुनील सिंह को सदस्यता दिलाई है, जो कि योगी आदित्यनाथ के करीबी हुआ करते थे. मुसलमानों को लेकर उनके कई आपत्तिजनक बयान पहले भी आ चुके हैं, जिसको आधार बनाकर कांग्रेसी कार्यकर्ता सिकंदर अली सोशल मीडिया पर लगातार समाजवादी पार्टी पर निशाना साध रहे हैं. उनका कहना है कि समाजवादी पार्टी मुस्लिम विरोधियों को सदस्यता दिला रहे हैं और साथ ही धरने पर बैठीं महिलाओं का समर्थन करने के बजाय बेटी के घूमने जाने का बहाना बना रहे हैं.
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वहीं कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम का आरोप है कि समाजवादी पार्टी का वैचारिक रिश्ता आरएसएस के साथ है. समाजवादी पार्टी वही करती है जो आरएसएस की विचारधारा के अनुरूप है. यही वजह है कि उन्होंने कल्याण सिंह और साक्षी महाराज जैसे लोगों को पार्टी की सदस्यता देने में कतई गुरेज नहीं किया. सुनील सिंह जैसे लोगों को अपने कार्यकर्ताओं के ऊपर बिठा दिया गया है, जो कि मुस्लिम महिलाओं को लेकर आपत्ति जनक बयान देते रहे हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर समाजवादी पार्टी में बैठे आजम खां जैसे नेता इस मुद्दे पर आखिर चुप क्यों हैं. समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता और प्रदेश सचिव सैफ जाफरी ने ऐसे ही सवालों को उठाते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र भेजकर पार्टी की सदस्यता छोड़ने का एलान किया है.