लखनऊ: कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर नियंत्रण के लिए यूपी सरकार की तरफ से किए गए प्रयासों और दावों पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने एक बार फिर सवाल खड़े किए है. उन्होंने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट में अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए सरकार की तरफ से झूठी बयानबाजी की जा रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि आंकड़ेबाजी का खेल कर सरकार राज्य को बड़ी त्रासदी की ओर ले जा रही है.
कांग्रेस ने सरकार से पूछा सवाल
यूपी कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय की तरफ से जारी बयान में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि प्रदेश में वैक्सीन की उपलब्धता और वैक्सीनेशन में भारी अंतर है. मौजूदा रफ्तार से प्रदेशवासियों को वैक्सीन लगने में लगभग 42 माह का समय लगेगा, क्योंकि अभी तक मात्र 4.86 प्रतिशत लोगों का ही वैक्सीनेशन हो पाया है. साथ ही प्राइवेट नर्सिंग होम्स में यह पूरी तरह बंद है.
'झूठ बोलकर इंसानी जान के साथ खिलवाड़ कर रही सरकार'
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि राज्य महामारी की भीषण त्रासदी में फंसा हुआ है और मुख्यमंत्री दौरे कर किस बात की समीक्षा कर रहे हैं, यह बात किसी को समझ नही आ रही है. प्रदेश जानना चाहता है कि समीक्षा में वह क्या प्राप्त कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आंकड़ों की बाजीगरी करने वाली योगी सरकार अब तक कुल 1,16,80,213 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दे पाई, वहीं 18 वर्ष से अधिक आयु के मात्र 2.76 प्रतिशत लोगों को पहली डोज मिल पायी है. राष्ट्रीय औसत व टारगेट के सापेक्ष 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 6.25 प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन अब तक हो जाना चाहिए था. डबल डोज प्राप्त करने वालों की प्रदेश में कुल संख्या मात्र 32,60,076 है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जांच व मेडिकल किट का गांवों में कोई अता-पता नहीं है. सरकार की तरफ से गठित निगरानी समितियां कहीं नजर नहीं आ रही हैं. सरकार झूठ बोलकर इंसानी जान के साथ लगातार खिलवाड़ करने का घृणित अपराध कर रही है. सरकार अपने संवैधानिक व नैतिक दायित्वों के निर्वहन से मुंह मोड़कर लोगों को भाग्य भरोसे छोड़कर सत्तासुख तक सीमित हो गई है.
वैक्सीनेशन की सुस्त रफ्तार पर खफा कांग्रेस अध्यक्ष
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि राजधानी लखनऊ में जिस रफ्तार से कोविड वैक्सीन का टीकाकरण हो रहा है, उस रफ्तार से वैक्सीनेशन का काम पूरा होने में लगभग दो वर्ष का समय लगेगा. ऐसे में सरकार का हर दावा जमीनी सच्चाई से काफी दूर है. फिर भी सरकार झूठ और हेराफेरी से बाज नहीं आ रही है. उन्होंने योगी सरकार से सवाल किया है कि, यदि वैक्सीनेशन की यही रफ्तार रही तो कितने वर्ष में प्रदेश त्रासदी से मुक्त हो पायेगा.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार दावा कर रही है कि हमारे पास 18 लाख वैक्सीन डोज उपलब्ध है. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि जब उपलब्धता है तो वैक्सीनेशन सेंटर सरकार क्यों कम कर रही है. 6 सप्ताह में दूसरी डोज देने की नीति में संशोधन कर उसमें 82 दिन का अंतराल क्यों किया गया है. जबकि तमाम दावों के बाद अभी भी ग्रामीण इलाकों में जांच व इलाज ही उपलब्ध नहीं है. गांवों में मौत का तांडव चल रहा है और सरकार संवेदनहीनता की पराकाष्ठा पार कर मात्र पीआर के बल पर कोरोना महामारी को नियंत्रित करने का दांव चल रही है. उन्होंने कहा कि महामारी से मुक्ति के लिए सही रणनीति की दिशा में सरकार एक कदम भी चलने को गम्भीर नहीं दिखाई दे रही है.
'सरकार से न कुछ हो पाया न ही हो पाएगा'
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार कोरोना महामारी में अपनी अदूरदर्शिता का परिचय देते हुए पूरा समय प्रदेशवासियों को गुमराह करने में व्यर्थ कर रही है. सरकार ने त्रासदी में लोगों को जान गंवाने के लिए मजबूर किया है. सरकार लोगों की जान बचाने के बजाय संक्रमितों की मदद करने वालों पर मुकदमे दर्ज करने, कोरोना से हो रही मौतों को झूठा साबित करने की भूमिका तक सक्रिय है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामरी को रोकने के लिए अब तक योगी आदित्यनाथ सरकार से न कुछ हो पाया है और न कुछ हो पाएगा.