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पीड़िता जेल में हैं और स्वामी चिन्मयानंद एसी में कमरे में आराम फरमा रहे हैं: कांग्रेस

यूपी की राजधानी लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने दुष्कर्म के आरोपी चिन्मयानंद पर सवाल करते हुए कहा है कि वह एसी कमरे में आराम फरमा रहे हैं और पीड़िता क्यों जेल में है. वहीं सुप्रिया श्रीनेत ने योगी सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा है कि यूपी में अराजकता और कानून की दुर्व्यवस्था दिनों-दिन नई मिसाल बनती जा रही है.

प्रेस कांफेंस में कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत
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Published : Sep 27, 2019, 3:09 AM IST

लखनऊ: कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने स्वामी चिन्मयानंद केस में केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि इस केस में आरोपी स्वामी चिन्मयानंद तीन बार सांसद रहे हैं और पूर्व में केंद्र के सरकार में गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं.अब वे एक गंभीर मामले में आरोपी हैं तो सरकार उन्हें बचा रही है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत

प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत खराब
कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अराजकता और कानून व्यवस्था की हालत की दिनों-दिन नई मिसाल बनती जा रही है. शाहजहांपुर में लाॅ की स्टूडेण्ट द्वारा भाजपा के पूर्व सांसद और पूर्व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री कृष्णपाल सिंह उर्फ चिन्मयानन्द पर डेढ़ वर्ष तक यौन शोषण का आरोप लगा है. पीड़िता के आरोप के बाद भी कई दिनों तक कोई कार्रवाई न होने और रेप पीड़िता के गायब हो जाने के बाद सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्वतः संज्ञान लिया गया.

ये भी पढ़ें:-आजम खां यूपी सरकार की नजरों में कैसे बन गए मोस्ट वांटेड !

इलाज के नाम पर एसी कमरे में आराम फरमा रहे चिन्मयानन्द
पीड़िता का धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के समक्ष दिये गये बयान में डेढ़ वर्ष तक यौन शोषण किये जाने की बात सामने आई. इसके बाद भी प्रदेश की योगी सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. वहीं पीड़िता द्वारा आत्मदाह करने की धमकी देने के बाद दुष्कर्म की धारा 376 के बजाय 376 c व अन्य कमजेार धाराओं में चिन्मयानन्द पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया, लेकिन कृष्णपाल उर्फ चिन्मयानन्द आज एसजीपीजीआई लखनऊ में इलाज कराने के नाम पर एसी कमरे में आराम कर रहे हैं और पीड़िता को तथाकथित मौखिक बयान के आधार पर वसूली के आरोप में जेल में निरूद्ध कर दिया गया है.

लखनऊ: कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने स्वामी चिन्मयानंद केस में केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि इस केस में आरोपी स्वामी चिन्मयानंद तीन बार सांसद रहे हैं और पूर्व में केंद्र के सरकार में गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं.अब वे एक गंभीर मामले में आरोपी हैं तो सरकार उन्हें बचा रही है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत

प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत खराब
कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अराजकता और कानून व्यवस्था की हालत की दिनों-दिन नई मिसाल बनती जा रही है. शाहजहांपुर में लाॅ की स्टूडेण्ट द्वारा भाजपा के पूर्व सांसद और पूर्व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री कृष्णपाल सिंह उर्फ चिन्मयानन्द पर डेढ़ वर्ष तक यौन शोषण का आरोप लगा है. पीड़िता के आरोप के बाद भी कई दिनों तक कोई कार्रवाई न होने और रेप पीड़िता के गायब हो जाने के बाद सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्वतः संज्ञान लिया गया.

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इलाज के नाम पर एसी कमरे में आराम फरमा रहे चिन्मयानन्द
पीड़िता का धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के समक्ष दिये गये बयान में डेढ़ वर्ष तक यौन शोषण किये जाने की बात सामने आई. इसके बाद भी प्रदेश की योगी सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. वहीं पीड़िता द्वारा आत्मदाह करने की धमकी देने के बाद दुष्कर्म की धारा 376 के बजाय 376 c व अन्य कमजेार धाराओं में चिन्मयानन्द पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया, लेकिन कृष्णपाल उर्फ चिन्मयानन्द आज एसजीपीजीआई लखनऊ में इलाज कराने के नाम पर एसी कमरे में आराम कर रहे हैं और पीड़िता को तथाकथित मौखिक बयान के आधार पर वसूली के आरोप में जेल में निरूद्ध कर दिया गया है.

Intro:कांग्रेस नेत्री ने योगी सरकार पर उठाया सवाल: एसी कमरे में आराम फरमा रहे आरोपी स्वामी चिन्मयानंद, क्यों जेल में है पीड़िता

लखनऊ। कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने स्वामी चिन्मयानंद केस में केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि इस केस में आरोपी स्वामी चिन्मयानंद तीन बार सांसद रहे हैं और पूर्व में केंद्र के सरकार में गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं। अब वे एक गंभीर मामले में आरोपी हैं तो सरकार उन्हें बचा रही है। चिन्मयानंद एसी कमरे में आराम कर रहे हैं वहीं पीड़िता जेल में निरुद्ध है। भला यह कहां का न्याय है। योगी सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। जब संत चिन्मयानंद को संत समाज ही ठुकरा रहा है तो आखिर योगी आदित्यनाथ क्यों उनकी मदद कर रहे हैं। कांग्रेस को न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। जिस तरह से उन्नाव की रेप पीड़िता के लिए कांग्रेस सड़क पर उतरी उसी तरह शाहजहांपुर की पीड़िता के लिए भी कांग्रेस संघर्ष करेगी और पीड़िता को न्याय दिलाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा के 12 ऐसे सांसद-विधायक हैं जिनके खिलाफ महिलाओं के प्रति दुष्कर्म के आरोप दर्ज हैं।



Body:कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अराजकता और कानून की दुव्र्यवस्था दिनों-दिन नई मिसाल बनती जा रही है। हमारे प्रदेश के ऐसे व्यक्ति के खिलाफ रेप का आरोप है जो तीन बार सांसद और देश के गृह राज्यमंत्री रह चुके हैं। शाहजहांपुर में 23 वर्षीय लाॅ की स्टूडेण्ट द्वारा भाजपा के पूर्व सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री कृष्णपाल सिंह उर्फ चिन्मयानन्द पर डेढ़ वर्ष तक यौन शोषण का आरोप लगा है। पीड़िता के आरोप के बाद भी कई दिनों तक कोई कार्रवाई न होने एवं रेप पीड़िता के गायब हो जाने के बाद सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्वतः संज्ञान लिया गया। पीड़िता का धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के समक्ष दिये गये बयान में डेढ़ वर्ष तक यौन शोषण किये जाने की बात कही गयी इसके बाद भी प्रदेश की योगी सरकार द्वारा कोई कार्रवाई न करने के बाद बार-बार पीड़िता द्वारा आत्मदाह करने की धमकी देने के बाद बलात्कार की धारा 376 के बजाय 376 सी व अन्य कमजेार धाराओं में चिन्मयानन्द पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया, लेकिन कृष्णपाल उर्फ चिन्मयानन्द आज एसजीपीजीआई लखनऊ में इलाज कराने के नाम पर ए.सी. कमरे में आराम कर रहे हैं और पीड़िता को तथाकथित मौखिक बयान के आधार पर वसूली के आरोप में जेल में निरूद्ध कर दिया गया है। आरोपी बाहर और पीड़ित जेल में।
प्रदेश में न्याय की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। जो पीड़ित है वह जेल में है और आरोपी ए.सी. कमरे में इलाज के नाम पर भर्ती है। वास्तव में ध्यान का केन्द्र बिन्दु रेप केस से हटाकर जबरन वसूली वाले मामले को बनाया जा रहा है।

Conclusion:उन्होंने कहा कि सवाल यह उठता है रेप पीड़िता द्वारा न्याय की गुहार लगाये जाने और 40 से अधिक वीडियो एसआईटी को सौंपने के बाद भी रेप की धाराओं में मुकदमा नहीं दर्ज किया गया अब प्रश्न यह है कि जब तक कृष्णपाल सिंह उर्फ चिन्मयानन्द पर रेप का आरोप नहीं लगा तब तक जबरन वसूली का मामला क्यों नहीं उठाया गया। वास्तव में शुरू से ही इस मामले में प्रदेश की योगी सरकार कार्रवाई करने के नाम पर हीलाहवाली करती रही और आरोपी को बचाने का प्रयास करती रही है। उन्होने कहा कि रेप की धारा 376 और 376सी में जमीन आसमान का अंतर है। यह सवाल इसलिए उठा रही हूं कि चिन्मयानन्द के खिलाफ आरोप कम किये जा रहे हैं ऐसा क्यों हो रहा है? क्यों जब रेप का मामला आता है तेा बाद में वसूली का भी मामला आता है। एसआईटी ने मौखिक तथाकथित बयान पर जबरन वसूली का मुकदमा दर्ज किया गया जबकि चिन्मयानन्द पर क्यों बलात्कार का मुकदमा दर्ज नहीं किया गया? उन्होने कहा कि अभी कल ही 25 सितम्बर को भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रदेश प्रवक्ता के माध्यम से कहा है कि चिन्मयानन्द हमारी पार्टी के सदस्य नहीं है उन्होने एक तकनीकी का सहारा लिया है कि उन्होने अपनी सदस्यता को रिन्यू नहीं कराया था और सदस्यता समाप्त हो गयी है। क्या भाजपा फिर से एक तकनीकी अपनाकर उसके पीछे छिप रही है? भाजपा ने इतना अधिक समय क्यों लगाया कि चिन्मयानन्द उनकी पार्टी के सदस्य नहीं हैं? राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि आज बेटियों के साथ हो रहे अन्याय और जघन्य अपराधों पर भाजपा चुप क्यों हैं? क्यों मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी चुप हैं? एक तरफ सन्त समाज चिन्मयानन्द को सन्त समाज से निष्कासित कर रहा है वहीं भाजपा तकनीकी अपनाकर बचना चाह रही है। इसकी सच्चाई दुनिया के सामने आनी चाहिए।


अखिल पाण्डेय, लखनऊ, 9336864096

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