लखनऊ: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने से परेशान कांग्रेसी नेताओं ने रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि वह तत्काल उन्हें रिहा करें.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को पहली बार आगरा में बसों को राज्य में प्रवेश की अनुमति नहीं देने पर धरने पर बैठने के मामले में गिरफ्तार किया गया. आगरा की एक अदालत ने उन्हें जमानत दे दी और छोड़ दिया. बाद में राज्य सरकार के साथ कांग्रेस के गतिरोध के सिलसिले में दर्ज दूसरे मामले में उन्हें लखनऊ पुलिस के एक दल ने दोबारा गिरफ्तार कर लिया.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला, उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता कांग्रेस दल आराधना मिश्रा 'मोना', पूर्व विधायक अजय राय और पंकज मलिक ने रविवार की देर शाम ऑनलाइन माध्यम से प्रेस वार्ता को संबोधित किया.
'फर्जी ढंग से भेजा गया जेल'
राजीव शुक्ला ने मीडिया से कहा कि प्रवासी श्रमिकों का पलायन शुरू होने पर लोगों की पीड़ा और दुख-दर्द को पूरी दुनिया ने महसूस किया. इसी क्रम में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश सरकार के सामने एक हजार बसों की सेवा देने का प्रस्ताव किया. योगी सरकार की सहमति मिलने के बाद उन्होंने बसों का इंतजाम भी किया, लेकिन राजनीतिक कारणों से सरकार ने बस नहीं चलने दी.
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान सरकार ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को फर्जी मामले में आरोपी बनाकर जेल भेज दिया. राजीव शुक्ला ने बताया कि यूपी सरकार ने जिन बसों को फर्जी बताया था, राजस्थान सरकार ने अपनी जांच में 1032 से ज्यादा बसों को वैध बताया.
'प्रदेश अध्यक्ष के साथ हो रहा गलत व्यवहार'
कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा 'मोना' ने कहा कि सरकार को यह ध्यान रखना चाहिए कि अजय कुमार लल्लू केवल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नहीं हैं. वह विधानसभा के दो बार से निर्वाचित माननीय सदस्य हैं. उनके साथ इस तरह का व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए.
'सरकार कर रही परेशान'
कांग्रेसी नेता और पूर्व विधायक अजय राय ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों की मदद करने के दौरान ही देश में जगह-जगह कांग्रेसी नेताओं के दमन का चक्र शुरू हुआ है. 5 बड़े नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं. कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज मलिक के साथ 5000 से ज्यादा लोगों को एक मुकदमे में नामजद किया गया है. कार्यकर्ताओं को प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से धमकाया जा रहा है कि अगर वह प्रवासी श्रमिकों की मदद करेंगे तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा.
कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि योगी सरकार को अपनी कार्यशैली में बदलाव लाना चाहिए. लोकतंत्र में विरोधी राजनीतिक दल को दमन चक्र का शिकार नहीं बनाना चाहिए. जनता के हित के लिए काम करना सरकार का दायित्व है.