लखनऊ : कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वायनाड से सांसद रहे राहुल गांधी को मोदी सरनेम मामले में मानहानि केस में हुए दो साल की सजा पर सुप्रीम कोर्ट ने जैसे ही रोक का आदेश दिया. उत्तर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में जश्न का माहौल शुरू हो गया. सुप्रीम कोर्ट ने मानहानि केस में राहुल गांधी को राहत प्रदान करते हुए उनकी सजा पर रोक लगा दी है. साथ ही इस मामले में लोअर कोर्ट से पूछा है कि उन को अधिकतम सजा क्यों दी? सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि उन्हें इस मामले में कम सजा भी दी जा सकती थी. अगर ऐसा होता तो वह डिसक्वालीफाई नहीं होते. जैसे ही सोशल मीडिया पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पता कांग्रेस के नेताओं को चला पूरे प्रदेश कार्यालय में राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लगने शुरू हो गए.
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मा. सर्वोच्च न्यायालय ने राहुल गांधी जी की सज़ा पर रोक लगाकर भारतीय लोकतंत्र और न्यायपालिका में लोगों की आस्था को बढ़ावा दिया है।
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भाजपा की नकारात्मक राजनीति का अहंकारी ध्वज आज उनके नैतिक अवसान के शोक में झुक जाना चाहिए।
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— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 4, 2023
भाजपा की नकारात्मक राजनीति का अहंकारी ध्वज आज उनके नैतिक अवसान के शोक में झुक जाना चाहिए।मा. सर्वोच्च न्यायालय ने राहुल गांधी जी की सज़ा पर रोक लगाकर भारतीय लोकतंत्र और न्यायपालिका में लोगों की आस्था को बढ़ावा दिया है।
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भाजपा की नकारात्मक राजनीति का अहंकारी ध्वज आज उनके नैतिक अवसान के शोक में झुक जाना चाहिए।
शुक्रवार को प्रदेश पार्टी कार्यालय में एनएसयूआई की बैठक चल रही थी. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी, प्रांतीय अध्यक्ष नकुल दुबे व राष्ट्रीय सचिव प्रदीप नरवाल एनएसयूआई के पदाधिकारियों को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए संबोधित कर रहे थे. बैठक के बीच में ही जैसे ही सुप्रीम कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की सजा पर रोक के आदेश का पता चला सारे कार्यकर्ता व प्रदेश अध्यक्ष में खुशी की लहर दौड़ गई. मीटिंग को बीच में रोकते हुए एनएसयूआई कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में नारेबाजी करते हुए पार्टी कार्यालय से बाहर निकलकर गेट पर स्थित पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के मूर्ति पर माल्यार्पण कर अपनी खुशी का इजहार किया.
राहुल गांधी की सजा पर रोक न्याय की जीत
राहुल गांधी की सदस्यता को लेकर आननफानन फैसला लिया गया : प्रमोद तिवारी
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद व उप नेता प्रतिपक्ष प्रमोद तिवारी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए भाजपा ने साजिश के तहत उनकी सदस्यता रद्द की थी. भाजपा की इस घिनौनी साजिश को सुप्रीम कोर्ट ने खत्म कर दिया. मैं कांग्रेस की तरफ से सर्वोच्च न्यायालय का स्वागत करता हूं. उच्चतम न्यायालय ने बीजेपी और उसके नेताओं की साजिश को नेस्तनाबूद कर दिया है. कर्नाटक के मामले को गुजरात ले जाया गया. सत्ता हाथ से फिसलता हुआ देख इस मामले को पुर्नजीवित किया गया.
उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उनके सांसद की सदस्यता रद्द करने वाला निर्णय होता है तो उसमें लम्बा समय लिया जाता है. राहुल गांधी का घर भी समय से पहले खाली करवा लिया गया. राहुल गांधी वो नेता हैं जिनके पिता व दादी देश के लिए शहीद हुए हैं. सेक्शन 500 जिस दिन से बना उस दिन से राहुल गांधी के अलावा दो साल की सज़ा किसी को नहीं दी गई.
राहुल गांधी की सदस्यता और घर खाली करवाने में जल्दबाजी दिखाई गई
प्रमोद तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी की आवाज को लोकसभा में खामोश कराने की कोशिश की गई है. जिस तरह से उच्चतम न्यायालय ने दोनों न्यायालयों के गलत तथ्यों पर आधारित दी गई सजा व सजा की बहाली के आदेश पर रोक लगाई है. वह इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की पराजय की शुरुआत हो गई है और इंडिया के जीत का सिलसिला भी शुरू हो गया है. बीजेपी सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. आज सत्ता हारी है और इंडिया जीती है. प्रमोद तिवारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की साजिश अब जनता के सामने बेनकाब हो गई है. 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में देश की जनता भारतीय जनता पार्टी को उसके इस किए गए काम की सजा देगी और विपक्षी एकता की बड़ी जीत होगी.
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