लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व विधान परिषद सदस्य और वरिष्ठ नेता नसीब पठान का रविवार को निधन हो गया. वे कुछ दिनों से काफी बीमार चल रहे थे. दिल्ली के मेदांता अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली.
एनएसयूआई के संस्थापक सदस्यों में से थे नसीब पठान
कांग्रेस नेता नसीब पठान शुरू से ही कांग्रेस से जुड़े हैं. आखिरी सांस तक उन्होंने कांग्रेस की ही सेवा की. कांग्रेस ने भी उन्हें पार्टी की सेवा के एवज में दो बार विधान परिषद का सदस्य बनाया. वर्तमान में उत्तर प्रदेश से विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह से पहले नसीब पठान ही कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य थे. वे एनएसयूआई के संस्थापक सदस्यों में शामिल थे. साथ ही यूथ कांग्रेस के महासचिव भी रहे थे.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं में शोक की लहर
हाल ही में जब कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को 23 कांग्रेसियों ने लेटर लिखा था. उस पर नसीब पठान ने आपत्ति जताई थी. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने का सोनिया गांधी से आग्रह किया गया था. उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि आजाद को पार्टी ने बहुत कुछ दिया है, लेकिन उन्होंने कभी वफादारी नहीं की. अब पार्टी से आजाद को ही आजाद कर देना चाहिए. कांग्रेस के प्रवक्ता बृजेंद्र सिंह कहते हैं कि पार्टी ने एक सच्चा सिपाही खो दिया है.