लखनऊ: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आगरा में क्वारंटाइन किए गए लोगों को खाने-पीने की वस्तुएं देने के दौरान अमानवीय तरीका अपनाए जाने को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि क्या सरकार इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कोई कार्रवाई करेगी. उन्होंने प्रदेश में वेंटिलेटर, आईसीयू और आइसोलेशन वार्ड की स्थिति को लेकर भी सरकार से सवाल किए हैं.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया है कि ज्यादातर जिलों में सुविधाएं मौजूद नहीं हैं. ऐसे में सरकार कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए कागजी घोड़े दौड़ा रही है. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में 35 ऐसे हैं, जहां वेंटीलेटर सुविधा के साथ बेड मौजूद नहीं हैं.
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इन्हीं 35 में 20 जिले ऐसे हैं, जहां कोरोना वायरस के मामले पाए गए हैं. प्रदेश के कुल 34 जिलों में आईसीयू का इंतजाम है और इनमें से 19 जिले कोरोना वायरस से प्रभावित हैं. यही हाल आइसोलेशन बेड वाले 53 जिलों का है, जिनमें से 32 जिले कोरोना प्रभावित हैं.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने पीपीई किट घोटाले की जांच पर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि एसटीएफ को पूरे मामले की जांच सौंपी गई है, लेकिन एसटीएफ घोटाले की जांच करने के बजाए पत्रकार की भूमिका की जांच कर रही है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने में नाकाम है और भ्रष्टाचार और घोटाले के जरिए जनता के धन की बंदरबांट कर रही है, लेकिन कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी और सरकार को बेनकाब करके रहेगी.