लखनऊ: लॉकडाउन के दौरान विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी मजदूरों की घर वापसी सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस ने एक को-ऑर्डिनेशन कमेटी बनाई है. यह कमेटी मजदूरों और प्रशासन के बीच समन्वय स्थापित करेगी. प्रदेश की कमेटी में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत 7 नेताओं को स्थान मिला है.
कांग्रेस के प्रदेश प्रशासन प्रभारी सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव ने बताया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने मजदूरों के घर वापसी को सुनिश्चित करने के लिए को-ऑर्डिनेशन कमेटी बनाने का निर्देश दिया है.
कमेटी प्रशासन को उपलब्ध कराएगी जानकारी
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की अध्यक्षता में बनाई गई यह कमेटी उत्तर प्रदेश में फंसे मजदूरों के साथ ही दूसरे राज्यों में रह रहे उत्तर प्रदेश के मजदूर और कामगारों की घर वापसी के लिए सहायक की भूमिका में होगी. कमेटी के सदस्य लॉकडाउन में फंसे मजदूर और कामगारों की सारी जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को उपलब्ध कराएंगे और उन्हें सुरक्षित घर लाए जाने के लिए प्रयास करेंगे.
कमेटी में कांग्रेस के बड़े नेता शामिल
सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस पहले ही एलान कर चुकी है कि जिन मजदूरों को घर वापस लाया जाना है उनका किराया अगर राज्य या केंद्र सरकार चुकाने को तैयार नहीं है तो कांग्रेस इसकी भरपाई करेगी. इस कमेटी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के अलावा कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा मोना, पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद शामिल हैं.
मुख्यमंत्री से मजदूरों का मांग ब्योरा
इनके साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, पूर्व विधायक अजय राय, प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक पंकज मलिक, विधायक सोहेल अंसारी का नाम भी शामिल है. उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को पत्र लिखकर मजदूरों का ब्योरा भी मांगा है, जिससे उनको घर वापस भेजने के लिए किराया राशि का प्रबंध किया जा सके.
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