ETV Bharat / state

अभियान और सम्मेलनों के बाद अब यात्राओं का सहारे सत्ता की मंजिल तय करेगी कांग्रेस! - adhikar yatra from september 25

विधानसभा चुनाव आने को हैं, सभी राजनीतिक पार्टियां सम्मेलन और यात्राएं निकाल कर अपनी दावेदारी मजबूती के साथ इस चुनावी समर में कूद रही हैं. कांग्रेस पार्टी भी यात्राओं के मामले में पीछे नहीं रहना चाहती. 12 हजार किलोमीटर की प्रतिज्ञा यात्रा निकालकर कांग्रेस को लग रहा है कि आम जनता का समर्थन कांग्रेस पार्टी को मिलेगा और 32 साल से सत्ता से दूर पार्टी का सत्ता में वापसी का ख्वाब भी पूरा हो सकेगा.

यात्राओं का सहारे सत्ता की मंजिल तय करेगी कांग्रेस!
यात्राओं का सहारे सत्ता की मंजिल तय करेगी कांग्रेस!
author img

By

Published : Sep 11, 2021, 2:33 PM IST

Updated : Sep 11, 2021, 4:49 PM IST

लखनऊ: कई अभियानों और सम्मेलनों के बाद अब कांग्रेस पार्टी भी अन्य राजनीतिक दलों की तरह ही यात्राओं का सहारा लेगी. इन्हीं यात्राओं से पार्टी सत्ता की मंजिल तक पहुंचने की कोशिश करेगी. कांग्रेस पार्टी ने संगठन सृजन अभियान, जनसंपर्क महा अभियान के बाद के साथ पिछड़ा वर्ग सम्मेलन, दलित सम्मेलन आदिवासी सम्मेलन आयोजित किए. इसके साथ ही बात अगर यात्राओं की करें तो अन्य राजनीतिक दल तमाम यात्राएं निकाल रहे हैं तो अब कांग्रेस पार्टी भी यात्राओं के मामले में पीछे नहीं रहना चाहती. 12 हजार किलोमीटर की प्रतिज्ञा यात्रा निकालकर कांग्रेस को लग रहा है कि आम जनता का समर्थन कांग्रेस पार्टी को मिलेगा और 32 साल से सत्ता से दूर पार्टी का सत्ता में वापसी का ख्वाब भी पूरा हो सकेगा.





पहले निकाली थी नदी अधिकार यात्रा

कांग्रेस पार्टी ने निषादों को लुभाने के लिए पहले 403 किलोमीटर की नदी अधिकार यात्रा निकाली. इसके बाद दलित यात्रा निकाली गई जिससे कांग्रेस से दूरी बनाए हुए दलित कांग्रेस की तरफ आ सकें. अब प्रतिज्ञा यात्रा निकालकर जनता को पार्टी से जोड़ने की कोशिश की जाएगी. 12 हजार किलोमीटर की यात्रा होगी जिसमें बड़े नेता भी शामिल होंगे. 48 जिलों से यात्रा गुजरेगी. इस यात्रा के जरिए पूर्वी, पश्चिमी, मध्य उत्तर प्रदेश के साथ ही बुंदेलखंड को भी जोड़ा जाएगा. पार्टी के नेताओं को लग रहा है कि अभियानों और सम्मेलनों से जनता कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़ी तो है, लेकिन यात्राओं का कहीं ज्यादा असर जनता पर पड़ेगा. कांग्रेसियों की जनता में बैठ बनेगी, इससे 32 साल से सत्ता से दूर कांग्रेस पार्टी की सत्ता में वापसी हो सकेगी.

25 सितंबर से शुरू हो सकती है कांग्रेस की यात्रा.

25 सितंबर से शुरू हो सकती है यात्रा

कांग्रेस पार्टी के मीडिया संयोजक ललन कुमार बताते हैं कि नदी अधिकार यात्रा के बाद कांग्रेस पार्टी की 12000 किलोमीटर की बड़ी यात्रा होगी जिसे प्रतिज्ञा यात्रा का नाम दिया गया है. इस यात्रा से कांग्रेस पार्टी के नेता जनता को अपनी तरफ जोड़ेंगे. 48 जिलों से यात्रा गुजरेगी तो यूपी की जनता कांग्रेस पार्टी से जुड़ेगी. सबसे खास बात ये है कि इस यात्रा में हम प्रतिज्ञा लेकर जनता के बीच जा रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी की सरकार आने पर उनसे जितने भी वादे किए जाएंगे उनको पूरा जरूर किया जाएगा. वे कहते हैं इस यात्रा के पूरा होने के बाद लखनऊ में एक बड़ी रैली आयोजित की जाएगी जिसमें लाखों की संख्या में प्रदेश के लोग जुटेंगे.

यात्राओं का सहारे सत्ता की मंजिल तय करेगी कांग्रेस!
यात्राओं का सहारे सत्ता की मंजिल तय करेगी कांग्रेस!

पार्टी ने चलाए यह अभियान, आयोजित किए ये सम्मेलन

प्रतिज्ञा यात्रा शुरू होने से पहले कांग्रेस पार्टी ने जनता को अपने साथ जोड़ने का भरसक प्रयत्न किया है. इसके लिए पार्टी ने जनसंपर्क महा अभियान चलाया था जिसमें पार्टी के बड़े नेता जनता के बीच गए थे. पार्टी नेताओं का कहना है कि लगभग 90 लाख लोगों से पार्टी नेताओं ने मुलाकात की. इस अभियान में पार्टी के नेता रात्रि प्रवास भी किए थे. बात करें अगर सम्मेलनों की तो कांग्रेस पार्टी मुख्यालय पर पिछड़ा वर्ग की तरफ से कई सम्मेलन आयोजित किए जा चुके हैं. प्रजापति, कुशवाहा, मौर्य, शाक्य, सैनी सम्मेलन आयोजित हुए. दलित सम्मेलन आयोजित हो चुका है. अल्पसंख्यक कांग्रेस की तरफ से दो दिन का संकल्प परिवर्तन महासम्मेलन अभी संपन्न हुआ है. पार्टी को उम्मीद है कि इन सम्मेलनों से पार्टी के साथ नए लोग जुड़े हैं. पार्टी मजबूत हुई है. अब प्रतिज्ञा यात्रा निश्चित तौर पर कांग्रेस के सत्ता की मंजिल तय करने वाली यात्रा साबित होगी.

यात्राओं का सहारे सत्ता की मंजिल तय करेगी कांग्रेस!
यात्राओं का सहारे सत्ता की मंजिल तय करेगी कांग्रेस!

प्रियंका ने पदाधिकारियों को दिए चुनावी मंत्र

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी कांग्रेस पार्टी मुख्यालय पर लगभग 6 घंटे बैठक करने के बाद गोखले मार्ग स्थित कौल निवास के लिए रवाना हो गई हैं. यहां पर भोजन करने के एक घंटे बाद उनकी मुख्यालय पर फिर से वापसी होगी. इस दौरान वह पत्रकार वार्ता भी कर सकती हैं. प्रियंका गांधी ने जोन वार पदाधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड के पदाधिकारी शामिल थे. इस दौरान प्रियंका गांधी ने सभी से चुनाव में दिन-रात जुटने की बात कही. प्रियंका गांधी ने पदाधिकारियों से हर गांव की रिपोर्ट ली. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 96 ब्लाकों की 876 नए पंचायतों की समीक्षा की. इस दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान आंदोलन पर चर्चा हुई, पश्चिमी यूपी की चुनावी रणनीति पर भी मंथन किया गया. सांगठनिक बैठक में चुनाव संगठन निर्माण और पार्टी के अभियानों पर गहन चर्चा की. जमीनी रुझानों पर भी उन्होंने पदाधिकारियों से चर्चा की.

लखनऊ: कई अभियानों और सम्मेलनों के बाद अब कांग्रेस पार्टी भी अन्य राजनीतिक दलों की तरह ही यात्राओं का सहारा लेगी. इन्हीं यात्राओं से पार्टी सत्ता की मंजिल तक पहुंचने की कोशिश करेगी. कांग्रेस पार्टी ने संगठन सृजन अभियान, जनसंपर्क महा अभियान के बाद के साथ पिछड़ा वर्ग सम्मेलन, दलित सम्मेलन आदिवासी सम्मेलन आयोजित किए. इसके साथ ही बात अगर यात्राओं की करें तो अन्य राजनीतिक दल तमाम यात्राएं निकाल रहे हैं तो अब कांग्रेस पार्टी भी यात्राओं के मामले में पीछे नहीं रहना चाहती. 12 हजार किलोमीटर की प्रतिज्ञा यात्रा निकालकर कांग्रेस को लग रहा है कि आम जनता का समर्थन कांग्रेस पार्टी को मिलेगा और 32 साल से सत्ता से दूर पार्टी का सत्ता में वापसी का ख्वाब भी पूरा हो सकेगा.





पहले निकाली थी नदी अधिकार यात्रा

कांग्रेस पार्टी ने निषादों को लुभाने के लिए पहले 403 किलोमीटर की नदी अधिकार यात्रा निकाली. इसके बाद दलित यात्रा निकाली गई जिससे कांग्रेस से दूरी बनाए हुए दलित कांग्रेस की तरफ आ सकें. अब प्रतिज्ञा यात्रा निकालकर जनता को पार्टी से जोड़ने की कोशिश की जाएगी. 12 हजार किलोमीटर की यात्रा होगी जिसमें बड़े नेता भी शामिल होंगे. 48 जिलों से यात्रा गुजरेगी. इस यात्रा के जरिए पूर्वी, पश्चिमी, मध्य उत्तर प्रदेश के साथ ही बुंदेलखंड को भी जोड़ा जाएगा. पार्टी के नेताओं को लग रहा है कि अभियानों और सम्मेलनों से जनता कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़ी तो है, लेकिन यात्राओं का कहीं ज्यादा असर जनता पर पड़ेगा. कांग्रेसियों की जनता में बैठ बनेगी, इससे 32 साल से सत्ता से दूर कांग्रेस पार्टी की सत्ता में वापसी हो सकेगी.

25 सितंबर से शुरू हो सकती है कांग्रेस की यात्रा.

25 सितंबर से शुरू हो सकती है यात्रा

कांग्रेस पार्टी के मीडिया संयोजक ललन कुमार बताते हैं कि नदी अधिकार यात्रा के बाद कांग्रेस पार्टी की 12000 किलोमीटर की बड़ी यात्रा होगी जिसे प्रतिज्ञा यात्रा का नाम दिया गया है. इस यात्रा से कांग्रेस पार्टी के नेता जनता को अपनी तरफ जोड़ेंगे. 48 जिलों से यात्रा गुजरेगी तो यूपी की जनता कांग्रेस पार्टी से जुड़ेगी. सबसे खास बात ये है कि इस यात्रा में हम प्रतिज्ञा लेकर जनता के बीच जा रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी की सरकार आने पर उनसे जितने भी वादे किए जाएंगे उनको पूरा जरूर किया जाएगा. वे कहते हैं इस यात्रा के पूरा होने के बाद लखनऊ में एक बड़ी रैली आयोजित की जाएगी जिसमें लाखों की संख्या में प्रदेश के लोग जुटेंगे.

यात्राओं का सहारे सत्ता की मंजिल तय करेगी कांग्रेस!
यात्राओं का सहारे सत्ता की मंजिल तय करेगी कांग्रेस!

पार्टी ने चलाए यह अभियान, आयोजित किए ये सम्मेलन

प्रतिज्ञा यात्रा शुरू होने से पहले कांग्रेस पार्टी ने जनता को अपने साथ जोड़ने का भरसक प्रयत्न किया है. इसके लिए पार्टी ने जनसंपर्क महा अभियान चलाया था जिसमें पार्टी के बड़े नेता जनता के बीच गए थे. पार्टी नेताओं का कहना है कि लगभग 90 लाख लोगों से पार्टी नेताओं ने मुलाकात की. इस अभियान में पार्टी के नेता रात्रि प्रवास भी किए थे. बात करें अगर सम्मेलनों की तो कांग्रेस पार्टी मुख्यालय पर पिछड़ा वर्ग की तरफ से कई सम्मेलन आयोजित किए जा चुके हैं. प्रजापति, कुशवाहा, मौर्य, शाक्य, सैनी सम्मेलन आयोजित हुए. दलित सम्मेलन आयोजित हो चुका है. अल्पसंख्यक कांग्रेस की तरफ से दो दिन का संकल्प परिवर्तन महासम्मेलन अभी संपन्न हुआ है. पार्टी को उम्मीद है कि इन सम्मेलनों से पार्टी के साथ नए लोग जुड़े हैं. पार्टी मजबूत हुई है. अब प्रतिज्ञा यात्रा निश्चित तौर पर कांग्रेस के सत्ता की मंजिल तय करने वाली यात्रा साबित होगी.

यात्राओं का सहारे सत्ता की मंजिल तय करेगी कांग्रेस!
यात्राओं का सहारे सत्ता की मंजिल तय करेगी कांग्रेस!

प्रियंका ने पदाधिकारियों को दिए चुनावी मंत्र

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी कांग्रेस पार्टी मुख्यालय पर लगभग 6 घंटे बैठक करने के बाद गोखले मार्ग स्थित कौल निवास के लिए रवाना हो गई हैं. यहां पर भोजन करने के एक घंटे बाद उनकी मुख्यालय पर फिर से वापसी होगी. इस दौरान वह पत्रकार वार्ता भी कर सकती हैं. प्रियंका गांधी ने जोन वार पदाधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड के पदाधिकारी शामिल थे. इस दौरान प्रियंका गांधी ने सभी से चुनाव में दिन-रात जुटने की बात कही. प्रियंका गांधी ने पदाधिकारियों से हर गांव की रिपोर्ट ली. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 96 ब्लाकों की 876 नए पंचायतों की समीक्षा की. इस दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान आंदोलन पर चर्चा हुई, पश्चिमी यूपी की चुनावी रणनीति पर भी मंथन किया गया. सांगठनिक बैठक में चुनाव संगठन निर्माण और पार्टी के अभियानों पर गहन चर्चा की. जमीनी रुझानों पर भी उन्होंने पदाधिकारियों से चर्चा की.

Last Updated : Sep 11, 2021, 4:49 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.