लखनऊ: मैनपुरी के नवोदय बालिका हत्याकांड मामले में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की चिट्ठी के बाद हरकत में आई योगी सरकार ने पुलिस अधीक्षक पर भले ही कार्रवाई कर दी है, लेकिन कांग्रेस इससे संतुष्ट नहीं है. कांग्रेस का आरोप है कि योगी सरकार बालिकाओं के साथ होने वाले अत्याचार को लेकर संवेदनहीन हो चुकी है. योगी सरकार लगातार आरोपियों को बचाने की कोशिश करती दिखाई दे रही है. इस मामले में एसपी के तबादले को नाकाफी करार देते हुए कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि सरकार ने 2 महीने तक मामले को ठंडे बस्ते में डालने वाले अन्य अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं की.
बता दें, मैनपुरी का नवोदय बालिका हत्याकांड 2 महीने पहले सुर्खियों में छाया रहा .योगी सरकार ने बालिका के परिजनों के पुलिस जांच से संतुष्ट न होने पर सीबीआई जांच के आदेश दिए थे. 2 महीने बीत जाने के बाद भी जांच सीबीआई को हस्तांतरित नहीं हुई. हैदराबाद का मामला सामने आने के बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर मैनपुरी कांड में सरकारी मशीनरी की उदासीनता की ओर ध्यान दिलाया. इसके बाद सरकार ने रविवार को मैनपुरी के एसपी का तबादला कर दिया और उनके खिलाफ जांच के आदेश भी दिए हैं. हालांकि, योगी सरकार की इस कार्रवाई से कांग्रेस संतुष्ट नहीं दिखाई दे रही है.
योगी सरकार दे रही संवेदनहीनता का परिचय
सोमवार को कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अशोक सिंह ने ईटीवी भारत से कहा कि योगी सरकार मैनपुरी कांड के मामले में आरोपियों को बचाने की कोशिश करती दिखाई दे रही है. उन्होंने कहा कि यह सरकार महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार के मामले में लगातार अपनी संवेदनहीनता का परिचय देती आ रही है. उन्नाव और शाहजहांपुर कांड इसके उदाहरण हैं और अब मैनपुरी कांड भी लोगों के सामने है. सरकार पीड़ित परिवार की सुनवाई करने के बजाए मामले में लीपापोती करती दिखाई दे रही है. अशोक सिंह ने कहा कि एसपी का तबादला कर देना कोई इंसाफ नहीं माना जा सकता. सरकार को ठोस कार्रवाई करनी चाहिए.