लखनऊ: पूरे प्रदेश में संचारी रोग अभियान के दो चरण समाप्त हो चुके हैं. अब तीसरा चरण शुरू करने की तैयारी की जा रही है. यह चरण अक्टूबर माह में शुरू किया जाएगा. वहीं पहले चलाए गए संचारी रोग के दोनों चरणों में स्वास्थ्य विभाग को बड़ी सफलता हाथ लगी है, क्योंकि इस अभियान के जरिए स्वच्छता के कई कार्यक्रम चलाए गए. इस बार स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीण और शहरी दोनों ही इलाकों में साफ-सफाई और छिड़काव पर काफी ध्यान दिया है. इस दौरान लोगों को जागरूक भी किया गया है, जिसका नतीजा यह रहा कि इस बार डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया और स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों के आंकड़ों में काफी कमी आई है.
संक्रामक बीमारियों को काबू करने में मिली सफलता
पूरा प्रदेश इन दिनों कोरोना वायरस से जूझ रहा है. इस महामारी से बचने के लिए पूरा स्वास्थ्य महकमा जुटा हुआ है. इसी बीच संचारी रोग अभियान भी चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत अभी तक दो चरण समाप्त हो चुके हैं. पहले दोनों चरणों में सफलता हाथ लगी है, जिसके चलते इस मौसम में होने वाली कई संक्रामक बीमारियों को काबू करने में सफलता हाथ लगी है. हर बार मौसम में बदलाव होने के बाद अक्सर बारिश के दिनों में डेंगू, मलेरिया और कालाजार जैसी बीमारियां बड़ी तेजी से फैलती हैं, लेकिन इस बार संचारी रोग अभियान के तहत चलाए गए स्वच्छता कार्यक्रम की वजह से इन बीमारियों के आंकड़ों में काफी कमी आई है. वहीं अब स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अक्टूबर माह में संचारी रोग अभियान के तीसरे चरण की शुरुआत होने जा रही है.
इस बार पिछले सालों की अपेक्षा डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया, टाइफाइड और स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों को संचारी रोग के तहत चलाए गए स्वच्छता अभियान से काबू करने में सफलता हाथ लगी है. पिछले साल की अपेक्षा इस बार इन बीमारियों के आंकड़ों में काफी कमी भी दर्ज की गई है.
-डॉ. राजेंद्र कपूर, संचारी रोग निदेशक