लखनऊ: कन्सोर्टियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज (एनएलयूएस) ने कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (क्लैट 2023) का रिजल्ट शुक्रवार को घोषित कर दिया है. क्लैट में राजधानी के मेधावियों ने अपना परचम लहराया. अधिकांश मेधावियों ने एनएलयू बंगलौर में दाखिला लेने की इच्छा व्यक्त की. इसमें पीयूष गुप्ता ने आल इंडिया रैंक (एआईआर) 8वीं हासिल की है. पार्थध्वज दास शुक्ला ने एआईआर 35वीं पायी है. इसी क्रम में मानस निगम ने एआईआर 59वीं, विभाकर मित्तल ने एआईआर 239, कृष्णा अग्रवाल ने एआईआर 257, अनुश्री सरकार ने एआईआर 484 हासिल की. एससी कैटेगरी में अवंतिका सिंह ने एआईआर 16वीं और अमन सिंह ने एआईआर 55वीं हासिल की है.
26 से दर्ज करा सकेंगे आपत्ति : क्लैट रिजल्ट को लेकर एनएलयू की ओर से एक समस्या निवारण समिति गठित की गई है जो 26 से 29 दिसम्बर तक क्लैट रिजल्ट में आ रही किसी प्रकार की समस्या की सुनवाई करेगी. इसके लिए अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे. कन्सोर्टियम के नोटिफिकेशन (Notification of Consortium) के अनुसार फाइनल आंसर की को लेकर उन्हीं अभ्यर्थियों की समस्याओं को सुना जाएगा, जिन्होंने आपत्ति दर्ज कराई है. 18 दिसंबर को जारी हुई प्रॉविजनल आंसर की (Provisional Answer Key) पर आपत्तियां दर्ज कराने का मौका दिया गया था. अभ्यर्थी अभी भी क्लैट की फाइनल आंसर की (clat final answer key) पर आपत्ति दर्ज करा सकते हैं. इसके लिए उन्हें अपने संबंधित परीक्षा केंद्र (respective exam center) के माध्यम से आपत्ति दर्ज करानी होगी.
पीयूष गुप्ता ने कहा खुद को लॉ फील्ड के लिए पाया उपयुक्त : क्लैट में एआईआर आठवीं रैंक हासिल करने वाले पीयूष गुप्ता ने बताया कि वह मूलत: झांसी के रहने वाले हैं. उन्होंने 12वीं की पढ़ाई माउंट लिट्रा व्यू स्कूल से की और 96.6 फीसदी अंक हासिल किये है. लखनऊ की प्राइवेट कोचिंग से ऑनलाइन पढ़ाई की थी. इंजीनियरिंग और मेडिकल फील्ड के लिए खुद को फिट न पाते हुए लॉ फील्ड में आने की तैयारी की. वह एनएलयू बेंगलूरू में दाखिला लेना चाहते हैं. पिता बालमुकुन्द गुप्ता रेलवे में कार्यरत हैं और माता नीलम गुप्ता गृहिणी हैं.
पार्थध्वज को एनएलयू बंगलौर में लेंगे दाखिला : क्लैट में एआईआर 35वीं रैंक हासिल करने वाले पार्थध्वज दास शुक्ला ने बताया कि वह मूलत: इलाहाबाद के रहने वाले है. उन्हें पीसीएम ग्रुप से 12वीं की परीक्षा देनी है. पहले उनका रूझान साइंस के प्रति था लेकिन पब्लिक डिबेट करने में मजा आती थी इसलिए लॉ फील्ड में आने की सोची. पिता अमिताभ दास पेशे से डाक्टर हैं, उन्होंने उनकी इच्छा जानने के बाद उनकी पूरी मदद की. उनकी माता श्वेता शुक्ला गृहिणी हैं. वह एनएलयू बेंगलूरू में दाखिला लेना चाहते हैं.
विभाकर एलएलयू दिल्ली में लेंगे दाखिला : क्लैट में एआईआर 239 रैंक और डीलीट में 52 रैंक हासिल करने वाले विभाकर मित्तल ने बताया कि वह अभी सीएमएस गोमती नगर से पढ़ाई कर रहे हैं. इस समय वह 12वीं क्लास में है. इंजीनियरिंग और मेडिकल फील्ड में नहीं जाना था, इसलिए लॉ फील्ड में आने की तैयारी की. उनके पिता निकुंंज मित्तल अपर जिला जज हैं और इस समय प्रतिनियुक्ति पर विशेष सचिव न्याय उप्र शासन में कार्यरत हैं. पिता के विधि क्षेत्र में होने से इसके प्रति रूझान बढ़ा. माता अनुपमा मित्तल गृहिणी हैं. वह एनएलयू दिल्ली में दाखिला लेना चाहते हैं.
कृष्णा अग्रवाल ने कहा डिबेट करने से जाना लॉ फील्ड बेहतर : क्लैट में एआईआर 257 रैंक हासिल करने वाले कृष्णा अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने 12वीं की पढ़ाई सेठ एमआर जयपुरिया से की है और 98.4 फीसदी अंक हासिल किए हैं. उन्होंने बताया कि स्कूल में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों में हिस्सा लेते थे. इसमें पता चला कि उन्हें पब्लिक डिबेट अच्छा लगता है. इसलिए लॉ फील्ड में आने की तैयारी की. वह एलएलयू हैदराबाद के नालासार या पश्चिम बंगाल के एनएलयू में दाखिला लेना चाहते हैं. पिता निखिल अग्रवाल बिजनेसमैन हैं और माता सोनी अग्रवाल गृहिणी हैं.
मानस निगम को लॉ फील्ड में आने की पिता से मिली प्रेरणा : क्लैट में एआईआर 59 रैंक हासिल करने वाले मानस निगम ने बताया कि सेठ एमआर जयपुरिया से 12वीं की पढ़ाई की है और 86.66 फीसदी अंक हासिल किए थे. पिता मनीष निगम हाईकोर्ट लखनऊ खंडपीठ में वरिष्ठ अधिवक्ता हैं, उनसे ही लॉ फील्ड में आने की प्रेरणा मिली. माता पंकज निगम प्राइमरी स्कूल में शिक्षक हैं. वह एनएलयू बेंगलूरू में दाखिला लेना चाहते हैं.
अवंतिका सिंह ने डिबेट के शौक से तय की लॉ फील्ड : क्लैट में एआईआर 1406 रैंक और एससी कैटेगरी में 16वीं रैंक हासिल करने वाली अवंतिका सिंह ने बताया कि वह अभी सीएमएस अलीगंज शाखा से 12वीं की पढ़ाई कर रही हैं. पॉलीटिकल साइंस के प्रति उनका रूझान है. साथ ही उन्हें डीबेट करने का शौक है. ऐसे में उन्होंने लॉ फील्ड में जाने का मन बनाया और तैयारी की. वह एनएलयू बेंगलूरू में दाखिला लेना चाहती हैं. इनके पिता पवन कुमार पीडब्ल्यूडी में अधिकारी हैं और माता अंजू सिंह पीसीएस अधिकारी हैं.