लखनऊ: राजधानी लखनऊ में बढ़ रहे अनधिकृत टूर्नामेंट पर शिकंजा कसने के लिए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ लखनऊ (सीएएल) तीन सदस्यों की एक अनुशासन समिति बनाएगी. समिति एसोसिएशन से रजिस्टर्ड खिलाड़ियों के अनाधिकृत टूर्नामेंट में खेलने की जांच करेगी.
सीएएल के सचिव केएम खान ने बताया कि बीसीसीआई और उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) ने इस संबंध में सर्कुलर जारी है. उन्होंने बताया कि अनधिकृत टूर्नामेंट पर लगाम लगाई जाएगी. इसके साथ सीएएल खेल विभाग को पत्र लिखेगा कि सीएएल की वार्षिक लीग और अन्य टूर्नामेंट के लिए स्टेडियमों की बुकिंग में वरीयता दी जाए.
दरअसल कोरोना काल में लखनऊ में होने वाली क्रिकेट गतिविधियों पर विराम लग गया था. इसी बीच बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेट को शुरू करने की योजना बनाई. दूसरी ओर सरकार की गाइडलाइन के बाद सीएएल ने गत दिसंबर में 16वीं बीबीडी लीग सहित इस सीजन के बचे मैच शुरू करने की योजना बनाई थी.
केएम खान ने बताया कि 15 जनवरी तक सीजन के बचे मैच पूरे हो जाएंगे और उसके बाद अगले सीजन की शुरुआत होगी. इसके बाद वार्षिक लीग का भी आयोजन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अभी वर्तमान सेशन के करीब 40 मैच बचे है. ग्राउंड न मिलने की एक वजह मैच नहीं हो पा रहे हैं. सीएएल के सचिव ने कहा कि अगर अधिकृत क्रिकेट को बढ़ावा देना है, तो अनधिकृत क्रिकेट पर लगाम लगानी होगी.
पहले से बुक है ज्यादातर स्टेडियम
उन्होंने बताया कि लखनऊ में बीबीडी यूनीवर्सिटी स्थित डा. अखिलेश दास स्टेडियम, चौक स्टेडियम, केडी सिंह बाबू स्टेडियम (रेनोवेशन चल रहा है), चारबाग रेलवे स्टेडियम, पूर्वोत्तर रेलवे स्टेडियम, माइक्रोलिट जिमखाना स्टेडियम, रास बिहारी तिवारी स्टेडियम है. इनमें से ज्यादातर स्टेडियम खाली नहीं है.