लखनऊ: राजधानी में मुख्य रूप से गोमतीनगर, इंदिरा नगर, महानगर, अलीगंज, निराला नगर, आशियाना, आलमबाग एलडीए कॉलोनी सहित तमाम अन्य कॉलोनियों में व्यावसायिक संस्थान खुले हैं. कॉलोनियों में हर तरफ पिछले कुछ सालों से होटल, बैंक, रेस्टोरेंट्स, स्पा सहित अन्य तरह के कॉमर्शियल एक्टिविटीज वाले संस्थान धड़ल्ले से खुलते चले जा रहे हैं और इनके खिलाफ लखनऊ विकास प्राधिकरण या आवास विकास परिषद की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही.
अधिकारियों की मिलीभगत से बदला स्वरूप
गोमतीनगर जनकल्याण महासमिति के अध्यक्ष राघवेंद्र शुक्ला कहते हैं कि लखनऊ विकास प्राधिकरण या अन्य जो संस्थाएं हैं, उनकी लापरवाही और मिलीभगत से ही आवासीय कॉलोनियों का स्वरूप बिगड़ा है. लोगों ने अतिक्रमण करके अवैध निर्माण करके समस्याएं पैदा की हैं. व्यवसायिक संस्थान खोले गए हैं. इसी से तमाम तरह की समस्याएं हो रही है. हम लोगों ने कई बार मांग की है कि अवैध निर्माण व अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की जाए, तभी आवासीय कॉलोनियों को जो स्वरूप है, वह बहाल हो पाएगा. इससे वायु प्रदूषण जैसी समस्याओं का भी हल निकलेगा.
होगी कार्रवाई
लखनऊ के डीएम व एलडीए उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने ईटीवी भारत संवाददाता से फोन पर कहा कि कॉलोनियों में इस तरह की गतिविधियां होने की जानकारी लगातार मिलती रही है. तमाम लोगों के खिलाफ नोटिस आज की कार्रवाई भी की गई है. कॉलोनियों के अंदर जो कामर्शियल एक्टिविटीज वाले संस्थान हैं, उन्हें चिन्हित करके कार्रवाई की जाएगी. आवासीय कॉलोनियों के स्वरूप के साथ बदलाव को समाप्त कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा.