लखनऊ: प्रदेश की राजधानी में बढ़ते हुए प्रदूषण को देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार किया है. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड निर्माण इकाइयों पर कार्रवाई कर रहा है तो शुक्रवार को राजधानी में रेस्टोरेंट, ढाबे और होटलों में कोयले के प्रयोग पर रोक लगा दी गई. राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए यह फैसला लिया गया है.
लखनऊ का एक्यूआई लेवल शुक्रवार को 375 तक पहुंच गया. यह स्थिति स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है. कई दिनों से राजधानी लखनऊ में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. दिवाली वर पटाखे नहीं चले. साथ ही अगले दिन हुई बारिश से प्रदूषण का स्तर काफी नीचे आ गया था. अब बढ़ते प्रदूषण के चलते हवा फिर से जहरीली होती जा रही है.
ढाबा, रेस्टोरेंट में कोयले की उपयोग पर लग गई रोक
राजधानी लखनऊ में बढ़ते हुए प्रदूषण के स्तर को देखते हुए आप लखनऊ में जिला प्रशासन ने होटल रेस्टोरेंट और ढाबों में कोयला जलाने पर रोक लगा दी है. चेतावनी दी गई है कि नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. आज राजधानी लखनऊ में एक्यूआई लेवल 375 तक पहुंच गया है. वर्तमान में गाजियाबाद सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर बन चुका है.
सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान
पूरे देश में बढ़ते हुए प्रदूषण को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले का संज्ञान लिया है. सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को भी इस मामले को लेकर अदालत में पेश होने को कहा था. वही केंद्र सरकार और राज्य सरकार को बढ़ते हुए प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्रयास करने के निर्देश दिए हैं.