लखनऊः आए दिन पटरी से ट्रेनों के कोच उतरने के मामले में रेलवे अब सख्त रुख अपना रहा है. सोमवार सुबह चारबाग रेलवे स्टेशन पर शहीद एक्सप्रेस के दो कोच पटरी से उतर गए थे. इसकी जांच के लिए रेलवे प्रशासन ने कमेटी का गठन किया था. मंगलवार देर शाम शहीद एक्सप्रेस के एसी कोच की गहन छानबीन शुरू की गई. चार विभागों के पर्यवेक्षकों ने कोच के पटरी से उतरने की बारीकी से तहकीकात की. इससे पहले सोमवार को रेल की पटरियों की नाप-जोख की गई थी. पर्यवेक्षकों की संयुक्त जांच रिपोर्ट बुधवार को तैयार हो जाएगी. गुरुवार से उत्तर रेलवे मुख्यालय की टीम कोच के पटरी से उतरने के मामले की जांच करेगी.
टीम ने बारीकी से की मानकों की जांच
लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर सोमवार सुबह शहीद एक्सप्रेस डिरेल हो गई थी. ट्रेन के दो कोच पटरी पर उतर जाने के चलते करीब चार घंटे तक आठ ट्रेनों का संचालन बाधित हो गया था. पटरियों को दुरस्त करने व कोच हटाने में काफी समय लगा. उत्तर रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक संजय त्रिपाठी के निर्देश पर पर्यवेक्षकों ने पटरियों के सभी मानकों की चेकिंग की. रेलवे की संयुक्त टीम में इंजीनियरिंग, यांत्रिक, सिग्नल व टेलिकॉम और आपरेटिंग विभाग के सुपरवाइजर शामिल हैं. चारों विभागों के पर्यवेक्षकों ने सोमवार को हादसे वाली जगह के 100 मीटर आगे और पीछे की रेल लाइन की बारीकी से पड़ताल की थी. उन्होंने डिरेल हुए थर्ड एसी कोच की मंगलवार शाम तक गहनता से जांच की. अब बुधवार को वह जनरल कोच के हर पहलू की छानबीन कर संयुक्त जांच रिपोर्ट तैयार करेंगे.
जांच टीम में शामिल यह अफसर
उत्तर रेलवे के दिल्ली स्थित मुख्यालय के मुख्य संरक्षा अधिकारी ने इस हादसे की जांच के लिए जांच टीम में तीन अधिकारी नामित किए हैं. कमेटी में डिप्टी सीएसटीई, डिप्टी सीएमई और डिप्टी सीई शामिल हैं. ये जांच कमेटी गुरुवार से अपनी तहकीकात प्रारंभ करेगी.