लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को मई दिवस के अवसर पर श्रमिक भरण पोषण भत्ते से लाभान्वित श्रमिकों से शाम 4:30 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद कायम करेंगे. मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए श्रमिकों से बात करके उन्हें इस बात के लिए आश्वस्त करना चाहते हैं कि प्रदेश सरकार उनकी हर समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है. इससे पहले सीएम योगी कोटा से लाये गए छात्रों से भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात कर चुके हैं.
सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि प्रदेश सरकार अपने कामगारों और श्रमिकों के हित के लिए प्रतिबद्ध है. वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण बाधित आर्थिक गतिविधियों से प्रभावित श्रमिकों और कामगारों को राहत पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा एक हजार रुपये की धनराशि भरण-पोषण भत्ते के रूप में उपलब्ध कराई गई है.
मुख्यमंत्री श्रमिकों से बात करके उन्हें आश्वस्त कराएंगे कि उनकी सरकार श्रमिकों के लिए हर संभव कदम उठा रही है और भविष्य में भी उठाएगी. लॉकडाउन के दौरान प्रदेश के श्रमिकों के प्रभावित हुए कार्य की दृष्टि से भी मुख्यमंत्री की तरफ से रोजगार का आश्वासन दिया जाएगा. योगी सरकार शहरों और अन्य राज्यों से ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचे श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराने की ठोस योजना तैयार कर रही है. सरकार ओडीओपी, मनरेगा और अन्य माध्यमों से करीब 15 लाख ऐसे श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने की योजना पर कार्य कर रही है.
ये भी पढ़ें- आज 30 लाख श्रमिक वर्ग को दूसरी बार भरण पोषण भत्ता जारी करेगी योगी सरकार
लखनऊ: आज सीएम योगी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए करेंगे श्रमिकों से संवाद - up lockdown updates
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज मजदूर दिवस के अवसर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए श्रमिकों से बात करेंगे. वह श्रमिकों से बात करके उन्हें आश्वस्त करना चाहते हैं कि प्रदेश सरकार उनकी समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है.
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को मई दिवस के अवसर पर श्रमिक भरण पोषण भत्ते से लाभान्वित श्रमिकों से शाम 4:30 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद कायम करेंगे. मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए श्रमिकों से बात करके उन्हें इस बात के लिए आश्वस्त करना चाहते हैं कि प्रदेश सरकार उनकी हर समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है. इससे पहले सीएम योगी कोटा से लाये गए छात्रों से भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात कर चुके हैं.
सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि प्रदेश सरकार अपने कामगारों और श्रमिकों के हित के लिए प्रतिबद्ध है. वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण बाधित आर्थिक गतिविधियों से प्रभावित श्रमिकों और कामगारों को राहत पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा एक हजार रुपये की धनराशि भरण-पोषण भत्ते के रूप में उपलब्ध कराई गई है.
मुख्यमंत्री श्रमिकों से बात करके उन्हें आश्वस्त कराएंगे कि उनकी सरकार श्रमिकों के लिए हर संभव कदम उठा रही है और भविष्य में भी उठाएगी. लॉकडाउन के दौरान प्रदेश के श्रमिकों के प्रभावित हुए कार्य की दृष्टि से भी मुख्यमंत्री की तरफ से रोजगार का आश्वासन दिया जाएगा. योगी सरकार शहरों और अन्य राज्यों से ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचे श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराने की ठोस योजना तैयार कर रही है. सरकार ओडीओपी, मनरेगा और अन्य माध्यमों से करीब 15 लाख ऐसे श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने की योजना पर कार्य कर रही है.
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