लखनऊ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश को लेकर राज्य सरकार बेहद गंभीर है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सख्त हिदायत दी है. खासकर गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर और बुलंदशहर के लिए विशेष रणनीति बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं. इन जिलों में स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम भेजी जाएगी, वहां के एल-1, एल-2 और एल-3 लेवल के कोविड अस्पतालों की नियमित समीक्षा की जाएगी. सीएम ने कहा है कि इन जिलों के अस्पतालों में सुविधाओं को और भी बढ़ाया जाएगा. इसके अलावा सरकार का ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करने पर जोर है, ताकि प्रदेश में अगर कोई संक्रमित मरीज है तो उसका समय से इलाज किया जा सके.
प्रदेश में अभी और सख्ती की जरूरत
इस बाबत अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने गृह विभाग द्वारा की गई कार्रवाई की समीक्षा की तो उन्होंने पाया कि अभी और कड़ाई से कार्रवाई करने की जरूरत है. अवनीश अवस्थी ने बताया कि कोरोना प्रोटोकाल का कड़ाई से अनुपालन कराने के निर्देश हैं. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन और अनलॉक के दौरान विभिन्न चालान के माध्यम से अब तक करीब 40 करोड़ रुपये की वसूली की गई है.
यूपी में एक दिन में 772 कोरोना के नए प्रकरण
उत्तर प्रदेश में अब तक कोरोना के 26 हजार 554 मामले सामने आए हैं. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 772 नए मामले सामने आए हैं. इस समय प्रदेश में 7627 एक्टिव कोरोना के केस हैं, वहीं 18 हजार 154 संक्रमित मरीज ठीक हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि यूपी में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 68.36 प्रतिशत है. अमित मोहन प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से अब तक 773 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और इस समय 7630 लोग आइसोलेशन वार्ड में रखे गए हैं, जिनका इलाज चल रहा है, 4420 लोग फैसिलिटी क्वारंटाइन में हैं. उन्होंने बताया कि इन लोगों के सैंपल लेकर जांच की जा रही है.
तीस हजार लोगों की होगी जांच
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि बीते शुक्रवार को प्रदेश में 26,061 सैंपलों की जांच की गई है और प्रदेश में 25,000 जांच का लक्ष्य पार कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री का निर्देश है कि अब जल्द ही 30,000 लोगों की जांच की जाए. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक प्रदेश में 8 लाख 34 हजार 991 कोरोना के टेस्ट किए जा चुके हैं.
कराई जा रही रेंडम चेकिंग
अमित मोहन प्रसाद ने जानकारी दी कि अब सरकार का फोकस ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करने पर है. पूल टेस्ट के माध्यम से 5-5 सैंपल के 1973 पूल लगाए गए, जिसमें 264 में पॉजिटिव पाए गए हैं. उन्होंने बताया कि 10-10 सैंपल के 302 पूल लगाए गए, जिनमें 57 में पॉजिटिविटी पाई गई. आईसीएमआर के प्रोटोकॉल के अंतर्गत रेंडम चेकिंग भी कराई जा रही है.
प्रदेश में नियंत्रित है कोरोना का संक्रमण
जेल, वृद्धाश्रम, प्रवासी श्रमिकों, मलिन बस्तियों, अस्पतालों, पटरी दुकानदारों की रेंडम सैम्पलिंग करवाई गई. दवा विक्रेता, केमिस्टों और हेल्थ के फ्रंटलाइन वर्कर का भी सभी 75 जिलों में रेंडम सैम्पलिंग करवाया गया. उसमें 12 हजार 299 नमूने लिए गए थे. इन नमूनों में से 26 जिलों में 72 केस पॉजिटिव पाए गए हैं, इससे साबित होता है कि हमारे प्रदेश में कोरोना का संक्रमण नियंत्रित है. उन्होंने बताया कि ज्यादातर वही लोग हैं जो अपने परिवार के संक्रमित लोगों से संक्रमित हुए हैं या फिर अपने दोस्तों से, इसलिए जरूरी है कि सभी लोग जागरूक हों.