लखनऊः उत्तर प्रदेश की स्थापना दिवस के अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि इस प्रदेश के स्थापना को 70 वर्ष हो गए. 68 साल तक किसी को यूपी के स्थापना दिवस के बारे में सोचा तक नहीं. यह वही राज्य है, जहां दुनिया की सबसे प्राचीन नगरी काशी है. भगवान राम ने अयोध्या में जन्म लेकर कैसे राज्य चलाया जाए का संदेश दिया. यह वही उत्तर प्रदेश है, जिसमें कृष्ण ने जन्म लेकर दुनिया को सन्देश दिया. यह बुद्ध और जैन गुरुओं की धरती है. इस प्रदेश ने देश को सबसे ज्यादा प्रधानमंत्री दिए. यूपी में कुम्भ के दौरान 24 करोड़ 56 लाख लोगों ने गंगा में डुबकी लगाई. आज ऐसे अपने गौरवशाली इतिहास के स्मरण का भी दिन है.
इस अवसर पर प्रदेश और देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया. महिला खिलाड़ियों को लक्ष्मीबाई पुरस्कार और पुरुष खिलाड़ियों को लक्ष्मण पुरस्कार दिया गया. सात उद्यमियों को पुरस्कृत किया गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले उद्यमी निवेश करने से डरते थे, लेकिन उन्होंने निवेश किया. आज हम सभी उद्यमियों को सम्मानित कर रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इस सरकार ने अलग-अलग योजनाओं को आगे बढ़ाने का काम किया. कल 25 जनवरी को कार्यक्रम की शुरुआत ओडीओपी से ही होगी. श्रम सम्मान योजना के तहत कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. गणतंत्र दिवस पर इसी मंच पर श्रम और कला क्षेत्र के लोगों का सम्मान किया जाएगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश के 16 महाजनपदों में से आठ महाजनपद उत्तर प्रदेश से जुड़े हुए थे. आज इन आठ महाजनपदों से 75 जिले निकले हैं. पहले यूपी दिवस पर 24 जनवरी 2018 को एक जनपद, एक उत्पाद योजना की शुरुआत की गई. दूसरे साल विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना की शुरुआत हुई. आज 70 साल पूर्ण होने होने पर हम तीसरा यूपी दिवस मना रहे हैं.
इस अवसर पर राज्यपाल ने सभी 18 मंडलों पर अटल आवासीय विद्यालय का शिलान्यास किया है. इसमें पंजीकृत श्रमिकों के बच्चे ही पढ़ेंगे. ये विद्यालय नवोदय विद्यालय के तर्ज पर संचालित होंगे. पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों के साथ ही अनाथ बच्चों को भी इन विद्यालयों में पढ़ा-लिखाकर देश को अच्छा नागरिक देने का कार्य करेंगे.
सीएम योगी ने आगे कहा कि इस प्रदेश में, जिसका कोई नहीं उसका शासन होगा. पीएम मोदी का जोर रहता है कि शासन की योजनाओं में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए. इसी सोच के साथ हमारी सरकार काम कर रही है. अब हमारी कोशिश होगी कि हर बार यूपी दिवस के अवसर पर प्रदेश को कोई न कोई नई योजना से आच्छादित किया जायेगी.