लखनऊ: विधान परिषद में गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा करते हुए कहा कि सभी को लोकतंत्र की परंपराओं और मान्यताओं का सम्मान करना चाहिए. राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष से कहा कि जो जिस भाषा में समझेगा, हम उसी भाषा में समझाएंगे. सुनने की आदत डालिए. सदन में आचरण ठीक रखिए. आप लोग जिस तरह से बोल रहे हैं, वह ठीक नहीं है. उत्तेजना दिखाने की जरूरत नहीं. जब आपकी बारी आएगी तो बोलिएगा. सदन में लोकतंत्र का सम्मान और संसदीय परंपराओं का सम्मान सबको करना चाहिए.
ऐसी हुई सदन में नोकझोंक
विधान परिषद में योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल के अभिभाषण पर अपना भाषण शुरू किया तो समाजवादी पार्टी के सदस्य आनंद भदौरिया ने उन्हें रोकने का प्रयास किया. आनंद भदौरिया ने कहा कि हमें भी बोलने का अवसर मिलना चाहिए. इस पर सभापति ने कहा कि आपको भी बोलने का मौका मिलेगा. आप अभी शांत हो जाइए और बैठ जाइए. इसके बाद सपा सदस्य आनंद भदौरिया ने कहा कि हमें अगर पीड़ा होगी तो हम जरूर बोलेंगे.
इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपकी पीड़ा को हम शांत कर देंगे. हमारे पास ऐसी दवा है, जिससे हर तरह की पीड़ा और आपकी भी पीड़ा शांत हो जाएगी. मुख्यमंत्री ने जैसे ही समाजवादी पार्टी के सदस्य आनंद भदौरिया की पीड़ा शांत करने की बात कही, सदन में ठहाके गूंज उठे. इसके बाद समाजवादी पार्टी के सदस्य आनंद भदौरिया ने कहा कि वह ठीक से सुन नहीं पाए हैं. कृपया इसे दोहरा दीजिए. इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दोबारा कहा कि हम आपकी ऐसी दवा करेंगे कि आपको पीड़ा की नौबत ही नहीं आएगी.
हमें आज पता चला कि सीएम डॉक्टर भी हैंः सपा एमएलसी
सीएम की बात पर आनंद भदौरिया ने कहा कि हमें आज पता चला कि मुख्यमंत्री डॉक्टर भी हैं. इस पर सभापति मानवेंद्र सिंह ने फिर उन्हें चुप कराते हुए बैठ जाने के लिए कहा. सभापति ने कहा कि हां! मुख्यमंत्री डॉक्टर भी हैं. इस पर एक बार फिर सदन में ठहाके गूंज उठे. उन्होंने कहा कि जैसा मरीज, वैसा डॉक्टर. आप शांत हो जाइए और अपने स्थान पर बैठ जाइए. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना आगे का भाषण शुरू किया।
आप अभी पुलिस में होते तो सपाइयों को डंडा मारतेः योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा के नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन को संबोधित करते हुए कहा कि पुराने पुलिस के अधिकारी रहे हैं. पता नहीं पुलिस के संस्कार आपने कब छोड़ दिए. वैसे आप एक अच्छे अधिकारी थे. अगर आज आप पुलिस अधिकारी होते तो सबसे पहले आप का डंडा समाजवादी पार्टी के लोगों पर ही पड़ता. यह अलग विषय है कि आप गलत दल में बैठ गए हैं. इस पर अहमद हसन ने कहा कि वह सही जगह पर हैं. तब भी सही थे और आज भी सही हैं.
'कोरोना काल मे किया अच्छा काम'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना के संकट काल में हमने बिना जाति, मजहब देखे सबका इलाज किया. सबको सुरक्षित घर पहुंचाया. योगी ने कहा कि अटलजी कहते थे कि आदमी न ऊंचा होता है, न नीचा, न बड़ा और न ही छोटा होता है. आदमी सिर्फ आदमी होता है. सीएम ने कहा कि हमने आदमी को आदमी के रूप में देखा और उसकी पूरी सेवा की. सीएम ने पीपीई किट की खरीद में अनियमितता के पिछले दिनों उठाए गए मुद्दे पर कहा कि यह हमें केंद्र सरकार की संस्था ने उपलब्ध कराई थीं. हमने खरीद नहीं की थी. जैसे-जैसे डिमांड बढ़ती गई, उसी के अनुरूप डिमांड को पूरी करने की कोशिश की गई. हेल्थ वर्कर्स, सफाई कर्मचारियों के लिए भी पीपीई किट की व्यवस्था कराई गई. घटिया किट की आपूर्ति न हो और कोई भी इसमें लापरवाही न करे, इसे लेकर हमने एक समिति भी गठित की थी. इसके अलावा जहां जो कमियां पाई गईं, वहां कार्रवाई की गई.
जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर बनाई थी जांच कमेटी
सीएम ने कहा कि मेडिकल इक्विपमेंट्स की खरीद में कुछ अनियमितता को लेकर एक जिले के एक जनप्रतिनिधि ने उन्हें पत्र लिखा था. हमने उसकी जांच भी कराई और कई जगहों से उसके रेट भी मंगवाए. एक दूसरे दल के जनप्रतिनिधि ने भी शिकायत की थी. हमने पूरी पारदर्शी व्यवस्था के साथ कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए काम किया. उसी का परिणाम है कि प्रदेश में हमने इसे प्रभावी तरीके से नियंत्रित किया.