लखनऊ: मंत्रियों की चिट्ठी और संगठन में बदलाव की सुगबुगाहट के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम दिल्ली पहुंच चुके हैं. जहां प्रदेश में भाजपा संगठन के भीतर होने वाले अहम बदलावों को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिया जा सकता है. प्रदेश अध्यक्ष और संगठन में अन्य पदाधिकारियों के बदलाव और महामंत्री संगठन के पद पर संभावित परिवर्तन को लेकर दिल्ली दरबार में महत्वपूर्ण बातचीत होने की संभावना है. माना जा रहा है कि अगले 2 से 3 दिन में भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में आमूलचूल परिवर्तन की संभावना है जिस पर मुहर दिल्ली में ही लगेगी.
देश की निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के स्वागत और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की विदाई को लेकर समारोहों का दौर दिल्ली में जारी है. भारतीय जनता पार्टी संगठन की ओर से भी इस मौके का फायदा उठाते हुए उत्तर प्रदेश के बदलावों पर मुहर लगाई जा सकती है. इसी वजह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक दिल्ली पहुंच चुके हैं. एमएलसी चुनाव को लेकर 2 प्रत्याशियों की घोषणा की जानी है जो निर्वाचित होने हैं और अन्य दावेदार भी घोषित किए जाने हैं, जिनका मनोनयन किया जाना है. इन 8 लोगों की सूची फाइनल तभी होगी जब उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के संगठन में बदलाव हो जाएंगे.
सूत्रों का कहना है कि एमएलसी दावेदारों की सूची संगठन के परिवर्तन के मुद्दे पर ही अटकी हुई है. संगठन महामंत्री सुनील बंसल के बारे में कहा जा रहा है कि उन्होंने अब उत्तर प्रदेश में काम करने से मना कर दिया है. जबकि प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह मंत्री बन चुके हैं. इसलिए उनका पद से जाना तय है. यही नहीं उपाध्यक्ष एके शर्मा और उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह के अलावा महामंत्री जेपीएस राठौर भी मंत्री बन चुके हैं. इन तीनों की जगह भी भारतीय जनता पार्टी के नए नेताओं को पद सुशोभित करने का मौका मिलेगा. इन सारे बिंदुओं पर दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी संगठन अनौपचारिक तौर पर चर्चा कर सकती है. माना जा रहा है कि अगले 2 से 3 दिन में इन सारे अहम बिंदुओं पर सहमति बन जाएगी और उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी संगठन को नया स्वरूप मिल सकता है.
मंत्रियों की बगावती चिट्ठियों पर भी होगी समीक्षा
जल शक्ति राज्यमंत्री दिनेश कुमार खटीक के अलावा कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी और कुछ अन्य लोगों की अवसरों और व्यवस्था के खिलाफ लिखी गई चिट्ठी ऊपर भी दिल्ली में समीक्षा संभव है. दिनेश खटीक को मनाने का दावा भारतीय जनता पार्टी कर रही है. मुख्यमंत्री ने उनसे मुलाकात की है. इसके बावजूद शुक्रवार को जल शक्ति विभाग के बड़े कार्यक्रम में दिनेश खटीक उपस्थित नहीं रहे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इस कार्यक्रम में पहुंचे थे. मगर दिनेश खटीक नदारद रहे थे. तो माना जा रहा है कि अभी भी कहीं न कहीं खटास बाकी है. इस मुद्दे को भी दिल्ली में सुना जाएगा.
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