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शोहदों और दुराचारियों के लिए यूपी में नहीं है कोई जगह : सीएम योगी - मिशन शक्ति

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में शोहदों और दुराचारियों के विरुद्ध महाभियान छेड़ने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा है कि महिलाओं, बेटियों, नाबालिग बच्चों और अनुसूचित जाति के लोगों के विरुद्ध अपराध करने वालों का सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं हो सकता है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ.
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Published : Oct 15, 2020, 9:33 PM IST

लखनऊ : सीएम योगी ने शोहदों और दुराचारियों को लेकर कड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि ऐसे असामाजिक लोगों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाए कि वह गले में तख्ती लटकाकर माफी मांगते फिरें अथवा प्रदेश छोड़कर भाग जाएं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि 17 अक्टूबर से शुरू हो रहे 'मिशन शक्ति' के पहले चरण में 9 दिनों तक हर थाने में ऐसे असामाजिक तत्वों की सूची बनाई जाए. इनकी गतिविधियां देखी जाए. सीएम ने कहा कि विजयादशमी के ठीक बाद शोहदों पर कार्रवाई का अभियान शुरू हो जाएगा. इनके परिजनों से इनकी कारस्तानी बताते हुए इनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. ऐसी कार्रवाईयों की दैनिक रिपोर्टिंग हो, शासन स्तर पर इसकी समीक्षा की जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि घोषित दुराचारियों की सार्वजनिक स्थानों पर फोटो लगाई जाएगी.

दरअसल, नवरात्र, दशहरा, दीपावली सहित आगामी त्योहारों के दृष्टिगत बेहतर कानून-व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री जी गुरुवार को पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ तैयारियों का जायजा ले रहे थे. मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस बैठक में शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा जनपदीय अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति, धर्म गुरु अथवा किसी जनप्रतिनिधि के साथ हुए अपराध की गम्भीरता और संवेदनशीलता के दृष्टिगत पुलिस व प्रशासन के अधिकारी विशेष ध्यान दें. इसमें लापरवाही न हो.

हालिया कतिपय आपराधिक घटनाओं का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री जी ने पुलिस विभाग को सक्रियता, तत्परता, संवेदनशीलता और कठोरता की नीति अपनाने का मंत्र दिया है. उन्होंने कहा कि जनपद स्तर के अधिकारी त्वरित, प्रभावी और कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें. तुरंत मौके पर पहुंचे. अफवाहबाजों से सख्ती से निपटें और सही तथ्य को जनता से अवगत कराएं, ताकि किसी प्रकार का भ्रम न फैले. देर से हुई कार्रवाई कभी सही नहीं कही जा सकती. मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी त्योहार के दृष्टिगत पुलिस व प्रशासन सतर्क रहे. रामलीला व दुर्गा पंडालों पर महिला पुलिसकर्मी सादे वर्दी में तैनात रहें. ड्रोन से भी निगरानी हो.

'माफियाओं को संरक्षण दिया तो होगी सेवा समाप्त'

मुख्यमंत्री ने कहा कि थाना स्तर पर भ्रष्टाचार की शिकायतों में अब पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों पर भी जवाबदेही तय होगी. किसी माफिया या अपराधी के साथ किसी अधिकारी की संलिप्तता मिली तो उस अधिकारी के विरुद्ध ऐसी सख्त कार्रवाई होगी, जो नजीर बनेगी. वन माफिया, पशु माफिया, खनन माफिया, ठेका माफिया, दंगा माफिया और इनको प्रश्रय देने वालों पर पूरी सख्ती से निपटें. जीरो टॉलरेंस की नीति जमीन पर साफ दिखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के विस्तृत प्रभाव को देखते सतर्कता बरतें. मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी की अनुशासित पुलिस फोर्स को अनुशासनहीन फोर्स के रूप में बदनाम करने की कुछ लोगों की मंशा है. ऐसे लोगों की कुत्सित प्रयास कतई सफल नहीं होंगे. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को डीएम व एसपी स्वयं फोन करें. हर कार्यक्रम की सूचना उन्हें जरूर दी जाए. शासन के सभी कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी हर हाल में सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने कहा कि खनन का कार्य शुरू हो गया है, शुचिता बनी रहे. अवैध खनन नहीं होना चाहिए. इसकी जवाबदेही डीएम और एसपी की है. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि गिट्टी, मोरम के रेट न बढ़ें.

लखनऊ : सीएम योगी ने शोहदों और दुराचारियों को लेकर कड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि ऐसे असामाजिक लोगों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाए कि वह गले में तख्ती लटकाकर माफी मांगते फिरें अथवा प्रदेश छोड़कर भाग जाएं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि 17 अक्टूबर से शुरू हो रहे 'मिशन शक्ति' के पहले चरण में 9 दिनों तक हर थाने में ऐसे असामाजिक तत्वों की सूची बनाई जाए. इनकी गतिविधियां देखी जाए. सीएम ने कहा कि विजयादशमी के ठीक बाद शोहदों पर कार्रवाई का अभियान शुरू हो जाएगा. इनके परिजनों से इनकी कारस्तानी बताते हुए इनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. ऐसी कार्रवाईयों की दैनिक रिपोर्टिंग हो, शासन स्तर पर इसकी समीक्षा की जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि घोषित दुराचारियों की सार्वजनिक स्थानों पर फोटो लगाई जाएगी.

दरअसल, नवरात्र, दशहरा, दीपावली सहित आगामी त्योहारों के दृष्टिगत बेहतर कानून-व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री जी गुरुवार को पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ तैयारियों का जायजा ले रहे थे. मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस बैठक में शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा जनपदीय अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति, धर्म गुरु अथवा किसी जनप्रतिनिधि के साथ हुए अपराध की गम्भीरता और संवेदनशीलता के दृष्टिगत पुलिस व प्रशासन के अधिकारी विशेष ध्यान दें. इसमें लापरवाही न हो.

हालिया कतिपय आपराधिक घटनाओं का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री जी ने पुलिस विभाग को सक्रियता, तत्परता, संवेदनशीलता और कठोरता की नीति अपनाने का मंत्र दिया है. उन्होंने कहा कि जनपद स्तर के अधिकारी त्वरित, प्रभावी और कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें. तुरंत मौके पर पहुंचे. अफवाहबाजों से सख्ती से निपटें और सही तथ्य को जनता से अवगत कराएं, ताकि किसी प्रकार का भ्रम न फैले. देर से हुई कार्रवाई कभी सही नहीं कही जा सकती. मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी त्योहार के दृष्टिगत पुलिस व प्रशासन सतर्क रहे. रामलीला व दुर्गा पंडालों पर महिला पुलिसकर्मी सादे वर्दी में तैनात रहें. ड्रोन से भी निगरानी हो.

'माफियाओं को संरक्षण दिया तो होगी सेवा समाप्त'

मुख्यमंत्री ने कहा कि थाना स्तर पर भ्रष्टाचार की शिकायतों में अब पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों पर भी जवाबदेही तय होगी. किसी माफिया या अपराधी के साथ किसी अधिकारी की संलिप्तता मिली तो उस अधिकारी के विरुद्ध ऐसी सख्त कार्रवाई होगी, जो नजीर बनेगी. वन माफिया, पशु माफिया, खनन माफिया, ठेका माफिया, दंगा माफिया और इनको प्रश्रय देने वालों पर पूरी सख्ती से निपटें. जीरो टॉलरेंस की नीति जमीन पर साफ दिखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के विस्तृत प्रभाव को देखते सतर्कता बरतें. मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी की अनुशासित पुलिस फोर्स को अनुशासनहीन फोर्स के रूप में बदनाम करने की कुछ लोगों की मंशा है. ऐसे लोगों की कुत्सित प्रयास कतई सफल नहीं होंगे. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को डीएम व एसपी स्वयं फोन करें. हर कार्यक्रम की सूचना उन्हें जरूर दी जाए. शासन के सभी कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी हर हाल में सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने कहा कि खनन का कार्य शुरू हो गया है, शुचिता बनी रहे. अवैध खनन नहीं होना चाहिए. इसकी जवाबदेही डीएम और एसपी की है. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि गिट्टी, मोरम के रेट न बढ़ें.

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