लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आने के बाद अब सरकार ने स्कूल खोलने का निर्णय लिया है. जिसके बाद आज से प्रदेश के 9वीं से लेकर 12वीं तक के स्कूल खोल दिए गए हैं. वहीं अब एक सितंबर से प्राइमरी स्कूल खोलने की भी तैयारी शुरू कर दी गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को टीम-9 की बैठक (Cm Yogi Team 9 Meeting) में कहा कि राज्य स्तरीय स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाहकार समिति की अनुशंसाओं के अनुरूप आज से माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में 50 फीसदी क्षमता के साथ भौतिक रूप से पठन-पाठन प्रारंभ हो रहा है.
उन्होंने निर्देश दिए कि सभी जगह कक्षाएं दो पालियों में चलाई जाएं. इस दौरान कोरोना नियमों का खास ख्याल रखा जाए. सीएम ने कहा कि रक्षाबंधन के उपरांत 23 अगस्त से छठीं से आठवीं तक तथा एक सितंबर से कक्षा एक से पांच तक के विद्यालयों में पठन-पाठन प्रारंभ करने पर विचार किया जाए. सीएम योगी ने कहा कि सतत प्रयासों से कोरोना की दूसरी लहर पर बने प्रभावी नियंत्रण के साथ-साथ जनजीवन तेजी से सामान्य हो रहा है.
आज प्रदेश के 17 जिलों अलीगढ़, अमेठी, बलिया, बांदा, बहराइच, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, हरदोई, हाथरस, कासगंज, कौशाम्बी, महोबा, संतकबीरनगर और शामली में कोविड का एक भी मरीज नहीं है. यह जिले कोविड संक्रमण से मुक्त हैं. प्रदेश में औसतन हर दिन ढाई लाख से अधिक टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 बनी हुई है और रिकवरी दर 98.6 फीसदी है. विगत 24 घंटे में हुई 01 लाख 89 हजार 744 सैम्पल की टेस्टिंग में 62 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 13 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए. वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 419 रह गई है. यह सतर्कता और सावधानी बरतने का समय है. थोड़ी भी लापरवाही भारी पड़ सकती है.
सीएम योगी ने कहा कि महिला सुरक्षा सम्मान और स्वावलम्बन को समर्पित 'मिशन शक्ति' के तीसरे चरण की शुरुआत 21 अगस्त से हो रही है. राजधानी लखनऊ में आयोजित मुख्य समारोह की तर्ज पर सभी जिलों में भव्य कार्यक्रम हों. स्वाधीनता के 'अमृत महोत्सव' वर्ष को दृष्टिगत रखते हुए इस विशेष अवसर पर कोविड काल में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियों, महिला स्वयं सहायता समूहों, महिला स्वयंसेवी संगठनों, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण आदि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य करने वाली 75 महिलाओं को सम्मानित किया जाना चाहिए. सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि रक्षाबंधन के पूर्व दिवस पर हो रहे इस कार्यक्रम में सहभागी हो रहीं सभी माताओं-बहनों को एक राखी-एक मास्क का सुरक्षा कवच उपहार के रूप में दिया जाए.
मुख्यमंत्री ने गंदा पानी सप्लाई को लेकर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि लखनऊ के बालूअड्डा क्षेत्र में दूषित जल से बीमार हुए लोगों के स्वास्थ्य की समुचित देखभाल की जाए. यह सुखद है कि 36 लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं. यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश में कहीं भी इस घटना की पुनरावृत्ति न हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली बिल में ओवरबिलिंग की शिकायतों का तत्काल निस्तारण कराया जाए. बिजली बिल बकाए के नाम पर एक भी उपभोक्ता का उत्पीड़न न हो. लोगों की शिकायतों का समाधान करते हुए, उन्हें समय पर बिल भुगतान के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए.
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