लखनऊ: कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने सरकारी आवास पर बैठक की. उन्होंने कहा कि जैसे हमने इंसेफसलाइटिस पर विजय हासिल की, वैसे ही हमें कोरोना को हराना होगा. हमें आगे की चुनौती के लिए तैयार रहना है ताकि हम अपने प्रदेश वासियों की हिफाजत कर सकें. इससे लड़ने के लिए प्रदेश में कोविड-19 की स्थापना की गई है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि लोगों के सहयोग से प्रदेश किसी भी आपदा से लड़ने को हम तैयार हैं. आत्मनिर्भर बनाने के लिए हमने फंड बनाया है. फंड में बेसिक शिक्षकों ने पहला योगदान दिया है. वहीं गाजियाबाद की घटना पर संज्ञान लेते कहा कि सीएम योगी ने कहा कि जिन लोगों ने यह हरकत की, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
क्वारंटाइन से भागे लोग तो DM-SP की होगी जवाबदेही
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जिन लोगों को क्वारंटाइन किया गया है, उनकी देखरेख के लिए सरकार ने जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान को जिम्मेदारी सौंपी है. अगर अधिकारी सहयोग नहीं करते तो उनके खिलाफ शासन ठोस कदम उठाएगा. अगर कोई भी व्यक्ति क्वारंटाइन से भागता है तो इसके लिए जिले के डीएम-एसपी जवाबदेही होगी.
सरकार गरीबों के भरण-पोषण की जिम्मेदारी लेगी
सीएम योगी ने लॉकडाउन के दौरान गरीबों के भरण-पोषण पर जोर दिया है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि लॉकडाउन के दौरान गरीबों और जरूरतमंदों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए. रिक्शा चालक, ठेले वाले, पल्लेदारों, खोमचों वालों सभी को राशन और एक हजार रुपये महीने की सहायता की जाएगी.