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कोविड को लेकर CM Yogi की समीक्षा बैठक, जिलों में डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की व्यवस्था के दिए निर्देश

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 व अन्य शासन के महत्वपूर्ण कामकाज को लेकर समीक्षा बैठक की. जिसमें उन्होंने अफसरों को दिशा निर्देश कि कोविड की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए प्रत्येक जिले में कम से कम एक बड़ा अस्पताल डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में आरक्षित किया जाए.

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Published : Jan 18, 2022, 1:12 PM IST

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कोविड-19 व अन्य शासन के महत्वपूर्ण कामकाज की समीक्षा बैठक की. जिसमें उन्होंने अफसरों को दिशा निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि कोविड की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए प्रत्येक जिले में कम से कम एक बड़ा अस्पताल डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में आरक्षित किया जाए. इस बारे में जनसामान्य के बीच प्रचार-प्रसार भी होना चाहिए. अन्य अस्पताल नॉन कोविड मरीजों के लिए उपलब्ध रहें. ओपीडी सेवाओं को कोविड प्रोटोकॉल का साथ संचालित रखा जाना चाहिए.

उन्होंने कहा कि कोविड की नई लहर के बीच प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में पारंपरिक मेले, स्नान पर्व आदि के आयोजन भी हो रहे हैं. यह कोविड प्रबंधन के यूपी मॉडल का ही एक उदाहरण है कि प्रयागराज में विशाल पारंपरिक माघ मेला सकुशल चल रहा है. कहीं से भी संक्रमण के अत्यधिक प्रसार अथवा अन्य किसी अव्यवस्था की सूचना नहीं है. स्वास्थ्य संबंधी एहतियात बरतते हुए लाखों श्रद्धालु पूजन-अर्चन कर रहे हैं. इसके लिए हमारे स्वास्थ्यकर्मी, स्थानीय प्रशासन व श्रद्धालुगण बधाई के पात्र हैं. सतर्कता-सावधानी का यह क्रम सतत बना रहे.

सीएम ने कहा कि शीतलहर और कोविड को देखते हुए असहाय, निराश्रित लोगों, अकेले रह रहे बुजुर्गजनों, दिव्यांगजनों और गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए. रैन बसेरों में समुचित प्रबंध रखे जाएं. पुलिस, राजस्व और नगर विकास और स्वास्थ्य विभाग की टीम इनके समुचित इलाज, भोजन आदि की व्यवस्था जरूर करे. ऐसे व्यक्ति यदि संक्रमित होते हैं तो उनके साथ अतिरिक्त संवेदनशीलता का भाव रखा जाना अपेक्षित है.

सीएम ने कहा कि ईएनए से भरे हुए 2 ट्रक मेरठ जनपद में पकड़े गए हैं. चुनाव के दृष्टिगत ऐसी संभावना है इसका इस्तेमाल अवैध शराब बनाने में किया जाना था. यह प्रकरण गंभीर है. ऐसे में एडीजी मेरठ की अध्यक्षता में एसआईटी गठित कर प्रकरण की गहन जांच कराई जाए.

उन्होंने कहा कि निगरानी समितियां घर-घर पहुंचे. संदिग्ध लोगों की पहचान करें, टेस्ट कराएं और मेडिकल किट उपलब्ध कराएं. ग्राम्य विकास, नगर विकास और स्वास्थ्य विभाग द्वारा निगरानी समितियों के कार्यों की समीक्षा की जाए. इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर्स को पूर्णतः सक्रिय रखा जाए. होम आइसोलेशन के मरीजों हर दिन हाल-चाल पूछा जाए. उनके स्वास्थ्य की निगरानी होती रहे. जनपदीय आईसीसीसी में चिकित्सकों का पैनल तैनात करते हुए लोगों को टेलीकन्सल्टेशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए. मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा हर जिले की आईसीसीसी की कार्यप्रणाली की समीक्षा की जाए.


सीएम ने कहा कि बारिश, ओलावृष्टि के कारण प्रभावित किसानों को तुरंत क्षतिपूर्ति कराई जाए. प्रभावित किसानों के साथ संवेदनशीलता बरती जाए. साथ ही सीएम ने कहा कि 23 जनवरी को प्रस्तावित शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के व्यवस्थित आयोजन के संबंध में पुख्ता तैयारियां कर ली जाएं. परीक्षा की शुचिता को प्रभावित करने अथवा युवाओं को दिग्भ्रमित करने की गतिविधियों में संलग्न, संदिग्ध अराजक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाए.

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक उम्र के 94.54% लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है. जबकि 60% से अधिक आबादी कोविड टीके की दोनों डोज ले चुकी है. प्रदेश में टीकाकरण की यह स्थिति राष्ट्रीय औसत से बेहतर है. विगत दिवस तक 15-17 आयु वर्ग के लगभग 42 प्रतिशत किशोरों ने टीका कवर प्राप्त कर लिया है और 35% पात्र लोगों को प्री-कॉशन डोज भी मिल चुकी है. यह सुनिश्चित किया जाए कि 22 जनवरी तक किशोर वर्ग को और 25 जनवरी तक प्रदेश के हर नागरिक को टीके की पहली खुराक जरूर मिल जाए. जिनकी दूसरी डोज बकाया हो, उनकी सूची तैयार कर संपर्क-संवाद बनाएं और टीकाकवर दिलाएं.

सीएम ने कहा कि कोरोना के अब तक के रिकॉर्ड में एक दिन अधिकतम 38 हजार नए केस दर्ज किए गए थे. वहीं इस बार की लहर में एक दिन में अधिकतम 17 हजार केस आए हैं. ओमीक्रोन की तीव्रता और पॉजिटिविटी दर को देखें तो स्पष्ट होता है कि उत्तर प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है. बहुत कम संख्या में लोगों को अस्पताल की जरूरत पड़ रही है. सामान्य मरीज होम आइसोलेशन में रहकर चिकित्सक की सलाह से अपना इलाज कर सकता है. लोगों को इस संबंध में जागरूक किया जाना चाहिए.


उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश टेस्टिंग और टीकाकरण में अन्य राज्यों के सापेक्ष प्रथम स्थान पर है. प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में प्रदेश में अब तक कोविड टीके की 23 करोड़ 44 लाख 43 हजार से अधिक डोज लगाई जा चुकी है. जबकि 09 करोड़ 67 लाख से अधिक टेस्टिंग हो चुकी है. यह देश के किसी एक राज्य में हुआ सर्वाधिक टेस्टिंग-टीकाकरण है. टीकाकरण की जनपदवार समीक्षा की जाए। कम टीकाकरण वाले जिलों में विशेष प्रयास की जरूरत है.

सीएम ने कहा कि विगत 24 घंटों में 2 लाख 8 हजार 308 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 14,803 नए कोरोना पॉजिविट पाए गए. इसी अवधि में 20,191 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए. वर्तमान में कुल एक्टिव केस की 01 लाख 01 हजार 114 है। इनमें से 99% लोग घर पर ही उपचाराधीन हैं.



इसे भी पढे़ं- सीएम योगी ने किया केजीएमयू के कोविड अस्पताल का निरीक्षण, संक्रमण से सतर्क रहने की दी सलाह

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कोविड-19 व अन्य शासन के महत्वपूर्ण कामकाज की समीक्षा बैठक की. जिसमें उन्होंने अफसरों को दिशा निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि कोविड की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए प्रत्येक जिले में कम से कम एक बड़ा अस्पताल डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में आरक्षित किया जाए. इस बारे में जनसामान्य के बीच प्रचार-प्रसार भी होना चाहिए. अन्य अस्पताल नॉन कोविड मरीजों के लिए उपलब्ध रहें. ओपीडी सेवाओं को कोविड प्रोटोकॉल का साथ संचालित रखा जाना चाहिए.

उन्होंने कहा कि कोविड की नई लहर के बीच प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में पारंपरिक मेले, स्नान पर्व आदि के आयोजन भी हो रहे हैं. यह कोविड प्रबंधन के यूपी मॉडल का ही एक उदाहरण है कि प्रयागराज में विशाल पारंपरिक माघ मेला सकुशल चल रहा है. कहीं से भी संक्रमण के अत्यधिक प्रसार अथवा अन्य किसी अव्यवस्था की सूचना नहीं है. स्वास्थ्य संबंधी एहतियात बरतते हुए लाखों श्रद्धालु पूजन-अर्चन कर रहे हैं. इसके लिए हमारे स्वास्थ्यकर्मी, स्थानीय प्रशासन व श्रद्धालुगण बधाई के पात्र हैं. सतर्कता-सावधानी का यह क्रम सतत बना रहे.

सीएम ने कहा कि शीतलहर और कोविड को देखते हुए असहाय, निराश्रित लोगों, अकेले रह रहे बुजुर्गजनों, दिव्यांगजनों और गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए. रैन बसेरों में समुचित प्रबंध रखे जाएं. पुलिस, राजस्व और नगर विकास और स्वास्थ्य विभाग की टीम इनके समुचित इलाज, भोजन आदि की व्यवस्था जरूर करे. ऐसे व्यक्ति यदि संक्रमित होते हैं तो उनके साथ अतिरिक्त संवेदनशीलता का भाव रखा जाना अपेक्षित है.

सीएम ने कहा कि ईएनए से भरे हुए 2 ट्रक मेरठ जनपद में पकड़े गए हैं. चुनाव के दृष्टिगत ऐसी संभावना है इसका इस्तेमाल अवैध शराब बनाने में किया जाना था. यह प्रकरण गंभीर है. ऐसे में एडीजी मेरठ की अध्यक्षता में एसआईटी गठित कर प्रकरण की गहन जांच कराई जाए.

उन्होंने कहा कि निगरानी समितियां घर-घर पहुंचे. संदिग्ध लोगों की पहचान करें, टेस्ट कराएं और मेडिकल किट उपलब्ध कराएं. ग्राम्य विकास, नगर विकास और स्वास्थ्य विभाग द्वारा निगरानी समितियों के कार्यों की समीक्षा की जाए. इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर्स को पूर्णतः सक्रिय रखा जाए. होम आइसोलेशन के मरीजों हर दिन हाल-चाल पूछा जाए. उनके स्वास्थ्य की निगरानी होती रहे. जनपदीय आईसीसीसी में चिकित्सकों का पैनल तैनात करते हुए लोगों को टेलीकन्सल्टेशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए. मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा हर जिले की आईसीसीसी की कार्यप्रणाली की समीक्षा की जाए.


सीएम ने कहा कि बारिश, ओलावृष्टि के कारण प्रभावित किसानों को तुरंत क्षतिपूर्ति कराई जाए. प्रभावित किसानों के साथ संवेदनशीलता बरती जाए. साथ ही सीएम ने कहा कि 23 जनवरी को प्रस्तावित शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के व्यवस्थित आयोजन के संबंध में पुख्ता तैयारियां कर ली जाएं. परीक्षा की शुचिता को प्रभावित करने अथवा युवाओं को दिग्भ्रमित करने की गतिविधियों में संलग्न, संदिग्ध अराजक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाए.

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक उम्र के 94.54% लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है. जबकि 60% से अधिक आबादी कोविड टीके की दोनों डोज ले चुकी है. प्रदेश में टीकाकरण की यह स्थिति राष्ट्रीय औसत से बेहतर है. विगत दिवस तक 15-17 आयु वर्ग के लगभग 42 प्रतिशत किशोरों ने टीका कवर प्राप्त कर लिया है और 35% पात्र लोगों को प्री-कॉशन डोज भी मिल चुकी है. यह सुनिश्चित किया जाए कि 22 जनवरी तक किशोर वर्ग को और 25 जनवरी तक प्रदेश के हर नागरिक को टीके की पहली खुराक जरूर मिल जाए. जिनकी दूसरी डोज बकाया हो, उनकी सूची तैयार कर संपर्क-संवाद बनाएं और टीकाकवर दिलाएं.

सीएम ने कहा कि कोरोना के अब तक के रिकॉर्ड में एक दिन अधिकतम 38 हजार नए केस दर्ज किए गए थे. वहीं इस बार की लहर में एक दिन में अधिकतम 17 हजार केस आए हैं. ओमीक्रोन की तीव्रता और पॉजिटिविटी दर को देखें तो स्पष्ट होता है कि उत्तर प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है. बहुत कम संख्या में लोगों को अस्पताल की जरूरत पड़ रही है. सामान्य मरीज होम आइसोलेशन में रहकर चिकित्सक की सलाह से अपना इलाज कर सकता है. लोगों को इस संबंध में जागरूक किया जाना चाहिए.


उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश टेस्टिंग और टीकाकरण में अन्य राज्यों के सापेक्ष प्रथम स्थान पर है. प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में प्रदेश में अब तक कोविड टीके की 23 करोड़ 44 लाख 43 हजार से अधिक डोज लगाई जा चुकी है. जबकि 09 करोड़ 67 लाख से अधिक टेस्टिंग हो चुकी है. यह देश के किसी एक राज्य में हुआ सर्वाधिक टेस्टिंग-टीकाकरण है. टीकाकरण की जनपदवार समीक्षा की जाए। कम टीकाकरण वाले जिलों में विशेष प्रयास की जरूरत है.

सीएम ने कहा कि विगत 24 घंटों में 2 लाख 8 हजार 308 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 14,803 नए कोरोना पॉजिविट पाए गए. इसी अवधि में 20,191 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए. वर्तमान में कुल एक्टिव केस की 01 लाख 01 हजार 114 है। इनमें से 99% लोग घर पर ही उपचाराधीन हैं.



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