लखनऊः सतत विकास लक्ष्य उत्तर प्रदेश विजन–2030 को लेकर मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिवों के साथ बैठक की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि उत्तर प्रदेश को फोकस करते हुए एक सप्ताह में सभी नोडल अधिकारी ठोस कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करें. सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश विजन-2030 को लेकर दो तरह के प्रस्ताव तैयार किए जाएं. पहला विस्तार से बनाया जाए, दूसरा संक्षेप में तैयार किया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 सितंबर तक इस साहित्य का प्रकाशन हर हाल में हो.
उत्तर प्रदेश विजन–2030 के बारे में
सतत विकास लक्ष्य जनवरी 2016 से पूरे विश्व में लागू किया गया है. 17 एसडीजी लक्ष्य और 169 टारगेट हैं. सतत विकास लक्ष्य एक साहसिक और सार्वभौमिक समझौता है जो सबके लिए एक समान न्यायपूर्ण होगा. वहीं 17 लक्ष्यों के लिए अलग-अलग विभागों के प्रमुख सचिवों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है.
ये हैं लक्ष्य
गरीबी उन्मूलन, भुखमरी समाप्त करना सभी के लिए स्वास्थ्य जीवन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, लैंगिक समानता, सुरक्षित जल एवं स्वच्छता का सतत, किफायती सतत और आधुनिक ऊर्जा, उचित कार्य एवं आर्थिक विकास, समावेश एवं संधारणीय औद्योगकीकरण, असमानता कम करना, समावेशी एवं सुरक्षित शहर, सतत उपभोग एवं उत्पादन, जलवायु परिवर्तन, पृथ्वी पर जीवन, शांतिपूर्ण एवं समावेशी संस्थाओं का निर्माण तथा लक्ष्यों के लिए भागीदारी.
बता दें कि यूनाइटेड नेशन में सतत विकास लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक प्रस्ताव पास हुआ था. जिसमें भारत ने भी हस्ताक्षर किये थे कि वह भी इस सतत विकास अभियान में शामिल होकर दुनिया को विकसित होने में अपनी भूमिका अदा करेगा. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश भी सतत विकास लक्ष्य को हासिल करने के लिए तत्परता दिखा रहा है. इसी सतत विकास लक्ष्य के तहत उत्तर प्रदेश विधानमंडल दल के दोनों सदन गांधी जयंती के अवसर पर सुबह 11 बजे से तीन अक्टूबर की रात तक चलेगा.