लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कोविड-19 प्रबंधन के लिए गठित टीम-9 के अफसरों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की. सीएम ने अधिकारियों दिशा निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में धान खरीद की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है. यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी धान क्रय केंद्रों पर व्यवस्था सुचारु बनी रहे. जिलाधिकारी स्वयं क्रय केंद्रों का निरीक्षण करें. जिलों में नोडल अधिकारी एक्टिव रहें. किसानों को भुगतान में देरी न हो.
सीएम योगी ने कहा कि कतिपय जनपदों से कालाबाजारियों जमाखोरों द्वारा डीएपी खाद के कृत्रिम अभाव बनाने की शिकायत मिली है. कृषि उत्पादन आयुक्त स्तर से इनका संज्ञान लेते हुए व्यवस्था सुचारू बनाई जाए. संबंधित जिलाधिकारी ऐसे हर मामलों का त्वरित निस्तारण कराएं. जमाखोरों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए. किसी भी दशा में किसानों को कोई परेशानी न हो.
इसके साथ ही बाढ़ अतिवृष्टि से प्रभावित सभी किसान भाइयों को तत्काल फसल क्षतिपूर्ति की जाए. अब तक 5 लाख किसानों को क्षतिपूर्ति के लिए चिन्हित किया गया है. एक भी किसान, जिसकी फसल बाढ़ अतिवृष्टि से खराब हुई हो, उनकी क्षतिपूर्ति जरूर की जाए. यह कार्य पूरी संवेदनशीलता और तत्परता के साथ किया जाए.
इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि राज्य सरकार कर्मचारियों के हित संरक्षण के लिए संकल्पित है. इस दिशा में अनेक प्रयास किए गए हैं. कर्मचारियों की समस्या समाधान के लिए उच्चस्तरीय समितियां गठित की गई हैं. जल्द से जल्द संवाद कर उनकी मांगों पर निर्णय लिया जाए. सभी विभागीय अधिकारी भी अपने अधीनस्थ कार्मिकों से सतत संवाद करते रहें.
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