लखनऊ: फर्रुखाबाद में बंधक बनाए गये 23 बच्चों को पुलिस ने सफलतापूर्वक छुड़ा लिया है. वहीं मुख्यमंत्री ने यूपी पुलिस और पूरी टीम के लिए 10 लाख रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है, जिसने इस अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया. ऑपरेशन में भाग लेने वाले सभी कर्मियों को प्रशंसा पत्र दिया जाएगा.
फर्रुखाबाद में एक सिरफिरे युवक ने अपनी बच्ची के जन्मदिन मनाने के बहाने 23 बच्चों को घर बुलाकर बंधक बना लिया था. इस घटना के आरोपी सुभाष बाथम को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया. आरोपी की पत्नी को ग्रामीणों ने पीटा. उसकी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई. सभी बच्चों को सुरक्षित घर से निकाल लिया गया है.
पुलिस ने जब घर में घुसने की कोशिश की तो आरोपी ने फायरिंग कर दी. सिरफिरे ने पुलिस को धमकी दी कि घर को गैस सिलेंडर से उड़ा देगा. इस मामले में सीएम योगी से लेकर पूरा पुलिस प्रशासन लगातार नजर बनाए हुए था.
दहशत के 10 घंटेः
- दोपहर 3 बजे सिरफिरे ने अपनी बच्ची के जन्मदिन के बहाने बच्चों को घर बुलाया.
- 23 बच्चे घर पहुंचे. उन्हें एक कमरे में बंधक बना लिया.
- शाम 4.30 बजे पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से बच्चों को छुड़ाने का प्रयास किया.
- सिरफिरे सुभाष बॉथम ने फायर कर दिया. इसमें पुलिस कर्मी समेत एक ग्रामीण घायल हो गया.
- शाम 6 बजे एसपी और रात 7.30 बजे डीएम घटना स्थल पर पहुंचे.
- 5 घंटे तक सिरफिरे सुभाष को मनाने और बच्चों को छुड़वाने की कोशिश की गई.
- इस बीच ही रात करीब 10.30 बजे एक 10 माह के दुधमुहे बच्चे को बंधन से आजाद किया.
- रात 12.30 बजे आईजी रेंज कानपुर मोहित अग्रवाल मौके स्थल पर पहुंचे.
- रात 1 बजे से रेस्क्यू आपरेशन शुरू हुआ और आरोपी सुभाष को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया.
- पुलिस ने आरोपी की पत्नी रूबी को घर से बाहर निकाला. उसे ग्रामीणों ने जमकर पीटा.
- घायल रूबी की भी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई.
- रात 1.30 बजे तक सभी 23 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया.