लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण नियंत्रण के लिए 11 जिलों के नोडल ऑफिसर के साथ रविवार की शाम महत्वपूर्ण बैठक की. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि 6 दिन में संबंधित जिलों में कोरोना के रोकथाम के लिए बनाए गए उपायों की जानकारी दें और महामारी के प्रकोप को फैलने न दें.
कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित प्रदेश के 11 जिलों आगरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, मुरादाबाद, बुलंदशहर, कानपुर नगर, बस्ती और झांसी के लिए प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक व संयुक्त निदेशक अधिकारियों की टीम बनाई गई है. इन अधिकारियों को नोडल अधिकारी के तौर पर संबंधित जिलों में भेजा जा रहा है.
संक्रमण कैसे फैल रहा, जुटाएं जानकारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ रविवार शाम हुई बैठक में कहा कि सभी अपने-अपने जिलों में जाकर यह जानकारी जुटाएं कि संक्रमण क्यों फैल रहा है. मृत्यु अधिक होने की वजह क्या है. इस बारे में अपनी रिपोर्ट 6 दिन के अंदर शासन को उपलब्ध कराएं, जिससे रणनीति बनाकर संबंधित जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण को रोका जा सके.
अधिकारियों का समन्वय आया काम
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि जिस तरह इंसेफलाइटिस बीमारी को रोकने में विभिन्न विभागों के अधिकारियों का समन्वय काम आया है. आशा कार्यकर्ताओं ने बीमार होने वाले बच्चों की जानकारी जुटाई और प्रशासन के स्तर से कार्रवाई करते हुए इंसेफलाइटिस पीड़ित बच्चों को इलाज दिलाया गया.
इंसेफलाइटिस की तर्ज पर रोकथाम का प्रयास
इसी तर्ज पर अगर कोरोना वायरस के संक्रमित लोगों की पहचान कर उनका उपचार कराया जाए तो बीमारी की रोकथाम की जा सकती है. उन्होंने कहा कि अगर कोई संक्रमित व्यक्ति है तो उसे अस्पताल में भर्ती कराया जाए. ऐसे लोगों को घर में न रहने दिया जाए अन्यथा दूसरे लोगों में भी संक्रमण फैलेगा.
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