लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अपने सरकारी आवास पर राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के संचालक मंडल की 158वीं बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान सीएम ने कहा कि इस समय बाजार में जैविक उत्पादों की बहुत मांग है और इनकी अच्छी कीमत मिल रही है. ऐसे में किसानों को जैविक फसलें उगाने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ इनकी प्रभावी मार्केटिंग करने की भी व्यवस्था करें.
साथ ही सीएम योगी ने जैविक कृषि के लिए क्षेत्रों का चुनाव कर कृषकों को इसके लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया. साथ ही सीएम ने कहा कि, मंडी परिषद को अपनी संपत्तियों का प्रभावी इस्तेमाल करते हुए अपने आय के स्रोत बढ़ाने चाहिए.
बैठक में संचालक मंडल के समक्ष कुल 22 प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए. जिनमें मंडी परिषद के लिए वित्तीय वर्ष 2019-2020 के लिए पुनरीक्षित आय व्ययक अनुमान, वित्तीय वर्ष 2020-2021 के आय-व्यय का अनुमान के शामिल थे. इस अवसर पर मुख्यमंत्री के समक्ष मंडी शुल्क कम करने पर चर्चा और विमर्श भी हुआ, जिसके बाद संचालक मंडल में 1.5 प्रतिशत मंडी शुल्क तथा 0.5 प्रतिशत विकास शुल्क चार्ज करने पर सहमति बनी.
इस अवसर पर राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद की ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 51 लाख रुपये का चेक भी भेंट किया गया. बैठक में कृषि विपणन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री राम चौहान, कृषि उत्पादन आलोक सिन्हा समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.