लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मंगलवार की शाम अचानक हुई मुलाकात के बाद उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं और तेज हो गई हैं. माना जा रहा है कि धनतेरस के पर्व तक उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार संभव है, जिसमें फिलहाल प्रमुख नाम सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, समाजवादी पार्टी छोड़कर आए दारा सिंह चौहान और रामपुर से भाजपा विधायक आकाश सक्सेना का है. एक या दो विधायकों को और भी मंत्री बनाया जा सकता है. जिसमें जातिगत समीकरणों का पूरा ध्यान रखा जा सकता है.
चार दिन पहले दिल्ली में हुई भारतीय जनता पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक के बाद से ही उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं बहुत तेज हो चुकी हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार की शाम जब प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की तो इन चर्चाओं को और भी बल मिल गया है. औपचारिक तौर पर सरकार की ओर से कहा गया कि यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल को एक पुस्तक भेंट की और योगी और आनंदीबेन पटेल के बीच करीब 20 मिनट तक चर्चा होती रही. माना जा रहा है कि राजभवन को मंत्रिमंडल विस्तार के संबंध में जानकारी दे दी गई है, जिसके बाद में बहुत जल्दी ही तिथि की भी घोषणा की जाएगी और शपथ ग्रहण हो जाएगा.
सूत्रों का कहना है कि तीन से पांच नाम को मंत्री बनाया जा सकता है. यह सभी नाम ऐसे हैं जिनका व्यापक प्रभाव लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा. दारा सिंह चौहान के नाम को लेकर कुछ मतभेद हैं, जिन पर अंतिम निर्णय फिलहाल होना बाकी है. रामपुर में आकाश सक्सेना ने जिस तरह से आजम खान को जाल बिछाने में सरकार की मदद की है, उसका तोहफा उनको दिया जा सकता है.