लखनऊः श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust) के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास (Mahant Nritya Gopal Das) की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी. 83 वर्षीय महंत नृत्य गोपाल दास के सीने में दर्द, अत्यधिक पेशाब की परेशानी और ऑक्सीजन के स्तर में उतार-चढ़ाव की शिकायत के बाद लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सोमवार को सीएम योगी ने उनसे मुलाकात कर उनका हालचाल जाना.
बात दें कि 3 अक्टूबर 2021 को महंत नृत्य गोपाल दास को ICU में अयोध्या से मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ में भर्ती कराया गया था. सोमवार 4 अक्टूबर 2021 को उनकी स्तिथि में सूधार हुआ है. उनका ऑक्सीजन सपोर्ट भी कम कर दिया गया है. उनके पेशाब के इन्फेक्शन में कमी आई है. डॉक्टरों का कहना है कि उनकी स्तिथि संतोषजनक है. उन्हें अभी ICU में क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों और यूरोलॉजी की टीम की कड़ी निगरानी में रखा गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार शाम को मेदांता लखनऊ में महंत नृत्य गोपाल दास से मुलाकात की. इस दौरान उनका हालचाल जाना. उनसे मिलकर उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना की. इसके बाद महंत ने माननीय मुख्यमंत्री को आशीर्वाद भी दिया.
जानें कौन हैं महंत नृत्य गोपाल दास
नृत्य गोपाल दास छोटी छावनी के महंत हैं. उनके शिष्य देश और दुनिया में फैले हुए हैं. वो सिर्फ राम जन्म भूमि न्यास के ही अध्यक्ष नहीं, बल्कि कृष्ण जन्म भूमि न्यास के भी अध्यक्ष हैं. इसी नाते वो मथुरा में कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर वहां शिरकत करते रहे हैं. आपको बता दें कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को लेकर शुरू में साधु-संतों में असंतोष था, लेकिन बाद में ट्रस्ट में इसके अध्यक्ष के तौर पर महंत नृत्य गोपाल दास को लाया गया तब जाकर विवाद शांत हुआ था.
जानकारी के अनुसार सन 1938 में बरसाना मथुरा के कहोला गांव में जन्म लेने वाले नृत्य गोपाल दास ने महज 12 वर्ष की उम्र में ही संन्यास ले लिया था और मथुरा से बाल अवस्था में ही अयोध्या आ गए थे. नृत्य गोपाल दास ने अयोध्या आने के बाद काशी संस्कृत की पढ़ाई करने गए थे. 1953 में वह वापस अयोध्या आए और मणिराम दास छावनी में रुके. उन्होंने राम मनोहर दास से दीक्षा ली थी. इसके बाद उन्हें राम दास छावनी का पीठाधीश्वर बनाया गया. राम दास छावनी अयोध्या के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है. इसी बीच राम मंदिर का आंदोलन शुरू हो गय. जिसके बाद विश्व हिंदू परिषद ने राम जन्मभूमि न्यास का गठन किया.