लखनऊ/चमोली: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदरीनाथ धाम के दर्शन किए. इसके बाद यात्री विश्रामालय का भूमिपूजन किया गया. ये विश्राम गृह उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की ओर से बनवाया जा रहा है, जो यूपी-उत्तराखंड सहित देश-विदेश से यहां आने वाले श्रद्धालुओं को सहूलियत प्रदान करेगा.
इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को धन्यवाद देते हुये कहा कि उन्हें आज देवभूमि उत्तराखंड में भगवान बदरी-विशाल के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. यहां न केवल भगवान के दर्शन करने का मौका मिला, बल्कि एक यात्री विश्रामालय का भूमिपूजन करने का भी सौभाग्य मिला.
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संपत्ति बंटवारे को लेकर सीएम योगी ने कहा कि दोनों राज्यों के बीच 18-20 सालों से कई विवाद भी चल रहे थे. अब इन सभी समस्याओं का समाधान हो चुका है. इसी का परिणाम है कि हरिद्वार स्थित अलकनंदा होटल जो यूपी पर्यटन निगम का था, आपसी सहमति से उसे उत्तराखंड सरकार को सौंपा जा रहा है. उसी होटल के बगल में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भागीरथी पर्यटन आवास बनाया जा रहा है, जिसे हरिद्वार कुंभ से पूर्व जनता को समर्पित किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने उत्तराखंड सरकार से बदरीनाथ धाम स्थित व्यास गुफा के जीर्णोधार की भी अपील की.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुये कहा कि योगी जी ने उत्तर प्रदेश से गुंडाराज का खात्मा किया है. योगी जी के नेतृत्व में यूपी उत्तम प्रदेश अवश्य बनेगा.
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बता दें कि इससे पहले सुबह 8 बजकर 40 मिनट पर दोनों मुख्यमंत्री गौचर हवाईपट्टी से बदरीनाथ धाम स्थित सेना के हेलीपैड पहुंचे. वहां से कार के जरिए दोनों बदरीनाथ धाम पहुंचे. बदरीनाथ पहुंचने पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दोनों मुख्यमंत्रियों का जोरदार स्वागत किया. दोनों मुख्यमंत्रियों ने मंदिर में महाभिषेक पूजा में भाग लिया. बता दें कि बदरीनाथ धाम दर्शन का कार्यक्रम सोमवार को ही रखा गया था. लेकिन भारी बर्फबारी और खराब मौसम को देखते हुये गौचर में ही रात्रि विश्राम किया गया.