लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने आज (19 अप्रैल) पूर्वी पाकिस्तान से विस्थापित 63 हिन्दू परिवारों (hindu families in pakistan) को कृषि भूमि का पट्टा व सीएम आवास योजना के स्वीकृति पत्र वितरित किए. इस अवसर पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे. विस्थापित हिन्दू परिवारों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज आपकी 38 वर्षों की प्रतीक्षा दूर हुई है. सभी 63 परिवारों को कानपुर के रसूलाबाद में 2 एकड़ भूमि, मुख्यमंत्री आवास और शौचालय दिया गया.
सीएम योगी ने कहा कि बांग्लादेश से निर्वासित होकर यहां आए थे. मेरठ की सूत मिल में इन्हें नौकरी दी गई. 1984 में मिल बंद हो जाने के बाद 63 परिवार 38 वर्षों से प्रतीक्षा कर रहे थे. 1970 से आए ये परिवार खानाबदोश जीवन व्यतीत कर रहे थे. हमने इन्हें पुनर्वासित करने का कार्य किया. उन्होंने कहा कि इन परिवारों को दो एकड़ भूमि, 200 वर्गमीटर आवासीय पट्टा, मुख्यमंत्री आवास व शौचालय दिया जा रहा है. जिन लोगों को उस देश में जगह नहीं मिल पाई जहां के वो थे, भारत ने उन लोगों के लिए दोनों हाथ फैलाकर जगह दी है. ये भारत की मानवता को दिखाता है.
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सीएम ने कहा कि 2017 में हमारे सामने अनेक चुनौतियां थीं. मुसहर, वनटांगिया, कोल, भील, थारू की स्थिति बदहाल थी. आज हमने उन जैसे परिवारों को मैपिंग और चिह्नित करके 1 लाख 8 हजार मुख्यमंत्री आवास दिए हैं. पहले की सरकारें संवेदनहीन बनी रहती थी, गरीबों की आवाज उनके कानों तक नहीं पहुंच पाती थी. 2017 में हमारी सरकार बनने के बाद 38 वनटांगिया गांवों को विकास से जोड़ा है और आजादी के बाद पहली बार उन्हें वोट देने का अधिकार मिला है. सीएम ने कहा कि इन परिवारों के पुनर्वास के लिए एक कॉलोनी विकसित करने के कार्य करेंगे, जिसमें जीवन जीने की सर्वसुलभता हो. वहां महिलाओं के रोजगार के लिए भी अवसर बनाए. उसे स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित करें, यही हमारा प्रयास होगा.
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