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सीएम योगी बोले, छात्रों के साथ टीचर भी लगाएं स्कूल में झाड़ू, तो बुराई नहीं - Yogi Adityanath adviced to teacher

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने सोमवार को शिक्षक दिवस के मौके पर बेसिक शिक्षा विभाग के 75 शिक्षकों को भी राज्य अध्यापक पुरस्कार (State Teacher Award on teachers day) से सम्मानित किया. इस मौके पर सीएम योगी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की वकालत की. साथ ही मीडिया में स्कूलों में बच्चों से झाड़ू लगवाने वाली खबरों पर भी प्रतिक्रिया दी.

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Etv BharatCM Yogi Adityanath honored 75 teachers
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Published : Sep 5, 2022, 2:23 PM IST

Updated : Sep 5, 2022, 6:10 PM IST

लखनऊ : उत्तरप्रदेश के जिलों से यह अक्सर ऐसी खबरें और तस्वीरें वायरल होती हैं, जिसमें बच्चे स्कूल में झाड़ू लगा रहे होते हैं. कई स्कूलों में साफ-सफाई की जिम्मेदारी भी बच्चों की ही होती है. पढ़ाई शुरू करने से पहले उन्हें क्लास की साफ सफाई अनिवार्य तौर पर करनी होती है. सोमवार को शिक्षक दिवस के मौके पर सीएम योगी ने टीचरों को ऐसी घटनाओं के लिए नसीहत दी. लोकभवन में आयोजित शिक्षकों के सम्मान समारोह में सीएम योगी आदित्यनाथ ने टीचरों को सलाह दी कि वे भी छात्रों के साथ झाड़ू लगाएं, इससे मीडिया और अन्य लोगों का नजरिया बदल जाएगा.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बेसिक शिक्षा विभाग के 75 शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार (State Teacher Award on teachers day) से सम्मानित किया. शिक्षक दिवस (teachers day) के अवसर पर लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अपने भाषण में 5 साल पहले शिक्षा विभाग में व्याप्त गड़बड़ियों की चर्चा की. साथ ही नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सराहना की. उन्होंने स्कूल में बच्चों से झाड़ू लगवाने वाली खबर पर भी प्रतिक्रिया दी. सीएम योगी ने कहा कि बच्चों के साथ अध्यापक भी झाड़ू लगाएं तो यह सहभागिता के तौर पर देखा जाएगा. अपना काम करने में क्या बुराई है ? इस मौके पर उन्होंने शिक्षा विभाग के पांच पोर्टल का शुभारंभ भी किया. साथ ही कस्तूरबा गांधी विद्यालय की बालिकाओं एवं समर्थ कार्यक्रम के अंतर्गत दिव्यांग बच्चों को स्टाइपेंड एवं एस्कॉर्ट अलाउंस का ट्रांसफर भी किया गया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि मीडिया में जो चीजें आती हैं, उनमें कुछ अच्छी भी होती है कुछ निगेटिव होती हैं, लेकिन इसमे भी देखने का दृष्टिकोण होता है. बच्चों के झाड़ू लगाने की खबरें आती हैं. अगर अध्यापक भी साथ में झाड़ू लगाए तो क्या बुरा है. उन्होंने कहा कि अपना कार्य करने में क्या बुरा है. हम सबको मिलकर शिक्षा का स्तर सुधारने का काम करना चाहिए.

14 इंटर कॉलेजों का किया शिलान्यास
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में यूपी, सीबीएसई, सीआईएससीई, उत्तर प्रदेश संस्कृत शिक्षा परिषद के मेधावी विद्यार्थियों के आठ प्रधानाचार्यों को सम्मानित किया. इसके अलावा पहुंच, पंख, प्रज्ञान, परख और पहचान पोर्टल का शुभारंभ किया. वहीं, 39 नए हाईस्कूल और 14 इंटर कॉलेज का शिलान्यास भी किया.


इन पोर्टल का हुआ शुभारंभ

  • पहुंच: प्रदेश के स्कूलों की मैपिंग के लिए पहुंच पोर्टल को विकसित किया गया है. इससे प्रदेश में कौन से स्कूल कहां स्थित हैं, शहर के नजदीक कितने स्कूल हैं और नया स्कूल बनाने के लिए कौन सी जगह ठीक रहेगी आदि की जानकारी पोर्टल में है. इससे माध्यमिक विद्यालयों की स्थापना की व्यवस्था और अधिक पारदर्शी होगी.
  • पंख: विद्यार्थियों के लिए इस पोर्टल को विकसित किया गया है. इसके जरिए कक्षा-10 और कक्षा-12 की परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद विद्यार्थी अपने भविष्य को बेहतर बनाने के लिए किस विकल्प को चुनें, इसकी जानकारी पोर्टल पर होगी. विद्यार्थी कॉलेज, छात्रवृत्ति, कौशल विकास कार्यक्रम, इंटर्नशिप और शिक्षा के विषय में उपलब्ध विकल्पों के बारे में बेहतर सलाह ले सकेंगे.
  • प्रज्ञान: छात्रों को पठन पाठन की सामग्री उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ई लाइब्रेरी पोर्टल और एप प्रज्ञान को बनाया गया है. विद्यार्थियों और जन सामान्य को सहजतापूर्वक सम-सामयिक एवं संदर्भ सामग्री उपलब्ध कराने के लिए ई-लाइब्रेरी पोर्टल ‘प्रज्ञान’ और मोबाइल एप विकसित किया गया है. पोर्टल पर ई-पुस्तकों के विशाल संग्रह के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं, उद्यमिता व स्टार्टअप, एनआईसी ई-ग्रन्थालय एवं उप्र लाइब्रेरी नेटवर्क की जानकारी उपलब्ध कराई गई है.
  • परखः किस राजकीय विद्यालय में क्या संसाधन हैं, विद्यालयों में हो रही गतिविधियों की जानकारी, पर्यवेक्षण एवं निरीक्षण के लिए ‘परख’ पोर्टल विकसित किया गया है. पोर्टल से प्रदेश में संचालित 2,357 राजकीय विद्यालयों में निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार शिक्षण कार्य की प्रगति, शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की उपस्थिति और भौतिक संसाधनों की उपलब्धता का ऑनलाइन अनुश्रवण सम्भव होगा.
  • पहचान: यूपी बोर्ड द्वारा 20,941 स्ववित्त पोषित मान्यता प्राप्त, 4,512 सहायता प्राप्त और 2,357 राजकीय विद्यालयों की जानकारी के लिए हर विद्यालय का वेबपेज बनाया गया है, जो कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर उपलब्ध है. इस वेबपेज पर जन-सामान्य और अभिभावकों के लिए विद्यालय में छात्र पंजीकरण, स्टाफ विवरण, सुविधाएं, विविध क्षेत्रों में प्रदर्शन, परीक्षा परिणाम और विशिष्ट उपलब्धि इत्यादि की जानकारी उपलब्ध है.

    ये एमओयू साइन हुआ
    कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के समाने प्रवीण योजना के तहत राजकीय विद्यार्थियों को वोकेशनल ट्रेनिंग और जॉब रेडी स्किल्स के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग और उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के बीच एमओयू साइन किया गया. यह एमओयू माध्यमिक व बेसिक शिक्षा के प्रमुख सचिव दीपक कुमार एवं व्यावसायिक व कौशल विकास मिशन के प्रमुख सचिव डॉ. सुभाष चंद शर्मा के बीच हुआ. योजना के तहत माध्यमिक शिक्षा विभाग एवं उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के सहयोग से राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों में वोकेशनल ट्रेनिंग के माध्यम से जॉब रेडी स्किल्स के विकास के लिए प्रत्येक कार्यदिवस में विद्यालय अवधि में निःशुल्क सर्टिफिकेशन कोर्स संचालित किया जाएगा. इसके साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश में अच्छी गुणवत्ता की शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए 39 नवीन हाईस्कूल और 14 नवीन इंटर कॉलेज का शिलान्यास किया गया. इन राजकीय हाईस्कूलों की स्थापना से प्रतिवर्ष लगभग 6,240 और राजकीय इंटर कॉलेजों की स्थापना से लगभग 2240 छात्र-छात्राओं को अध्ययन की सुविधा मिलेगी.

पढ़ें : लखनऊ में सीएम योगी ने 75 शिक्षकों को सम्मानित किया, शिक्षा का स्तर सुधारने पर फोकस

लखनऊ : उत्तरप्रदेश के जिलों से यह अक्सर ऐसी खबरें और तस्वीरें वायरल होती हैं, जिसमें बच्चे स्कूल में झाड़ू लगा रहे होते हैं. कई स्कूलों में साफ-सफाई की जिम्मेदारी भी बच्चों की ही होती है. पढ़ाई शुरू करने से पहले उन्हें क्लास की साफ सफाई अनिवार्य तौर पर करनी होती है. सोमवार को शिक्षक दिवस के मौके पर सीएम योगी ने टीचरों को ऐसी घटनाओं के लिए नसीहत दी. लोकभवन में आयोजित शिक्षकों के सम्मान समारोह में सीएम योगी आदित्यनाथ ने टीचरों को सलाह दी कि वे भी छात्रों के साथ झाड़ू लगाएं, इससे मीडिया और अन्य लोगों का नजरिया बदल जाएगा.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बेसिक शिक्षा विभाग के 75 शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार (State Teacher Award on teachers day) से सम्मानित किया. शिक्षक दिवस (teachers day) के अवसर पर लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अपने भाषण में 5 साल पहले शिक्षा विभाग में व्याप्त गड़बड़ियों की चर्चा की. साथ ही नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सराहना की. उन्होंने स्कूल में बच्चों से झाड़ू लगवाने वाली खबर पर भी प्रतिक्रिया दी. सीएम योगी ने कहा कि बच्चों के साथ अध्यापक भी झाड़ू लगाएं तो यह सहभागिता के तौर पर देखा जाएगा. अपना काम करने में क्या बुराई है ? इस मौके पर उन्होंने शिक्षा विभाग के पांच पोर्टल का शुभारंभ भी किया. साथ ही कस्तूरबा गांधी विद्यालय की बालिकाओं एवं समर्थ कार्यक्रम के अंतर्गत दिव्यांग बच्चों को स्टाइपेंड एवं एस्कॉर्ट अलाउंस का ट्रांसफर भी किया गया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि मीडिया में जो चीजें आती हैं, उनमें कुछ अच्छी भी होती है कुछ निगेटिव होती हैं, लेकिन इसमे भी देखने का दृष्टिकोण होता है. बच्चों के झाड़ू लगाने की खबरें आती हैं. अगर अध्यापक भी साथ में झाड़ू लगाए तो क्या बुरा है. उन्होंने कहा कि अपना कार्य करने में क्या बुरा है. हम सबको मिलकर शिक्षा का स्तर सुधारने का काम करना चाहिए.

14 इंटर कॉलेजों का किया शिलान्यास
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में यूपी, सीबीएसई, सीआईएससीई, उत्तर प्रदेश संस्कृत शिक्षा परिषद के मेधावी विद्यार्थियों के आठ प्रधानाचार्यों को सम्मानित किया. इसके अलावा पहुंच, पंख, प्रज्ञान, परख और पहचान पोर्टल का शुभारंभ किया. वहीं, 39 नए हाईस्कूल और 14 इंटर कॉलेज का शिलान्यास भी किया.


इन पोर्टल का हुआ शुभारंभ

  • पहुंच: प्रदेश के स्कूलों की मैपिंग के लिए पहुंच पोर्टल को विकसित किया गया है. इससे प्रदेश में कौन से स्कूल कहां स्थित हैं, शहर के नजदीक कितने स्कूल हैं और नया स्कूल बनाने के लिए कौन सी जगह ठीक रहेगी आदि की जानकारी पोर्टल में है. इससे माध्यमिक विद्यालयों की स्थापना की व्यवस्था और अधिक पारदर्शी होगी.
  • पंख: विद्यार्थियों के लिए इस पोर्टल को विकसित किया गया है. इसके जरिए कक्षा-10 और कक्षा-12 की परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद विद्यार्थी अपने भविष्य को बेहतर बनाने के लिए किस विकल्प को चुनें, इसकी जानकारी पोर्टल पर होगी. विद्यार्थी कॉलेज, छात्रवृत्ति, कौशल विकास कार्यक्रम, इंटर्नशिप और शिक्षा के विषय में उपलब्ध विकल्पों के बारे में बेहतर सलाह ले सकेंगे.
  • प्रज्ञान: छात्रों को पठन पाठन की सामग्री उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ई लाइब्रेरी पोर्टल और एप प्रज्ञान को बनाया गया है. विद्यार्थियों और जन सामान्य को सहजतापूर्वक सम-सामयिक एवं संदर्भ सामग्री उपलब्ध कराने के लिए ई-लाइब्रेरी पोर्टल ‘प्रज्ञान’ और मोबाइल एप विकसित किया गया है. पोर्टल पर ई-पुस्तकों के विशाल संग्रह के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं, उद्यमिता व स्टार्टअप, एनआईसी ई-ग्रन्थालय एवं उप्र लाइब्रेरी नेटवर्क की जानकारी उपलब्ध कराई गई है.
  • परखः किस राजकीय विद्यालय में क्या संसाधन हैं, विद्यालयों में हो रही गतिविधियों की जानकारी, पर्यवेक्षण एवं निरीक्षण के लिए ‘परख’ पोर्टल विकसित किया गया है. पोर्टल से प्रदेश में संचालित 2,357 राजकीय विद्यालयों में निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार शिक्षण कार्य की प्रगति, शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की उपस्थिति और भौतिक संसाधनों की उपलब्धता का ऑनलाइन अनुश्रवण सम्भव होगा.
  • पहचान: यूपी बोर्ड द्वारा 20,941 स्ववित्त पोषित मान्यता प्राप्त, 4,512 सहायता प्राप्त और 2,357 राजकीय विद्यालयों की जानकारी के लिए हर विद्यालय का वेबपेज बनाया गया है, जो कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर उपलब्ध है. इस वेबपेज पर जन-सामान्य और अभिभावकों के लिए विद्यालय में छात्र पंजीकरण, स्टाफ विवरण, सुविधाएं, विविध क्षेत्रों में प्रदर्शन, परीक्षा परिणाम और विशिष्ट उपलब्धि इत्यादि की जानकारी उपलब्ध है.

    ये एमओयू साइन हुआ
    कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के समाने प्रवीण योजना के तहत राजकीय विद्यार्थियों को वोकेशनल ट्रेनिंग और जॉब रेडी स्किल्स के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग और उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के बीच एमओयू साइन किया गया. यह एमओयू माध्यमिक व बेसिक शिक्षा के प्रमुख सचिव दीपक कुमार एवं व्यावसायिक व कौशल विकास मिशन के प्रमुख सचिव डॉ. सुभाष चंद शर्मा के बीच हुआ. योजना के तहत माध्यमिक शिक्षा विभाग एवं उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के सहयोग से राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों में वोकेशनल ट्रेनिंग के माध्यम से जॉब रेडी स्किल्स के विकास के लिए प्रत्येक कार्यदिवस में विद्यालय अवधि में निःशुल्क सर्टिफिकेशन कोर्स संचालित किया जाएगा. इसके साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश में अच्छी गुणवत्ता की शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए 39 नवीन हाईस्कूल और 14 नवीन इंटर कॉलेज का शिलान्यास किया गया. इन राजकीय हाईस्कूलों की स्थापना से प्रतिवर्ष लगभग 6,240 और राजकीय इंटर कॉलेजों की स्थापना से लगभग 2240 छात्र-छात्राओं को अध्ययन की सुविधा मिलेगी.

पढ़ें : लखनऊ में सीएम योगी ने 75 शिक्षकों को सम्मानित किया, शिक्षा का स्तर सुधारने पर फोकस

Last Updated : Sep 5, 2022, 6:10 PM IST
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