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CM योगी ने मानसून स्थिति की समीक्षा की, अधिकारियों को परिस्थितियों पर नजर रखने के दिए निर्देश

प्रदेश में मानसून की स्थिति के चलते सीएम योगी ने संबंधित अफसरों के साथ बैठक कर जरूरी निर्देश दिए है. उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी हर परिस्थिती पर नजर बनाए रखें.

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सीएम योगी
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Published : Jul 14, 2022, 10:56 PM IST

लखनऊ: प्रदेश में मानसून की स्थिति की समीक्षा बैठक करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को दिशा निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि दक्षिणी पश्चिमी मानसून के प्रभाव से इस वर्ष 13 जुलाई तक मात्र 76.6 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जो कि सामान्य वर्षा 199.7 मिलीमीटर से लगभग 62% कम है. इस बीच एकमात्र आगरा जनपद ऐसा रहा जहां सामान्य वर्षा हुई. जबकि ललितपुर, फिरोजाबाद, वाराणसी और हापुड़ में सामान्य (80% से 120%) और खीरी, देवरिया, एटा और बिजनौर में सामान्य से कम (60%-80%) वर्षा हुई है. 19 जिले ऐसे हैं यहां अब तक सामान्य से 40% से 60% तक ही वर्षा दर्ज की गई है. इसलिए जरूरी है कि किसानों और फसलों की स्थिति को देखते हुए सभी परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा.

सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आमतौर पर 15 जून तक बरसात का मौसम प्रारंभ हो जाता रहा है, जो कि 15 सितंबर तक जारी रहता है. खेती-किसानी की समृद्धि के लिए यह प्राकृतिक वर्षा अमृत है. लेकिन इस बार मानसून में देरी है. हालांकि प्राकृतिक वर्षा जल से सिंचाई के साथ-साथ सरकार द्वारा नहरों, नलकूपों के विस्तार से सिंचाई सुविधा को बेहतर बनाया गया है. स्थिति के अनुसार सभी प्रमुख नदियों, नहरों और जलाशयों में पर्याप्त जलराशि है, जो कि राहत की बात है.

यह भी पढ़ें- 2461 स्कूली वाहनों की फिटनेस निरस्त, 194 स्कूली वाहनों का किया गया चालान

मुख्यमंत्री ने कहा कि मौसम वैज्ञानिकों के आंकलन के अनुसार आगामी 18 जुलाई से अच्छी वर्षा की संभावना है. यद्यपि विलंब से बोआई उपज को प्रभावित करती है. किंतु हमें वैकल्पिक प्रबंध के संबंध में तैयार रहना होगा. सीएम ने कहा सभी परिस्थितियों के लिए हमारी कार्ययोजना तैयार रहनी चाहिए. कृषि, सिंचाई, राहत , राजस्व आदि सम्बंधित विभाग अलर्ट मोड में रहें. प्रत्येक जनपद में कृषि विज्ञान केंद्रों, कृषि विश्वविद्यालयों, कृषि वैज्ञानिकों के माध्यम से किसानों से सतत संवाद बनाये रखें. उन्हें सही जानकारी उपलब्ध हो.

सीएम ने कहा कि अल्प वर्षा के कारण खरीफ फसलों की बोआई का कार्य प्रभावित हुआ है. खरीफ अभियान 2022-23 के अंतर्गत 13 जुलाई की अद्यतन स्थिति के अनुसार प्रदेश में 96.03 लाख हेक्टेयर के लक्ष्य के सापेक्ष 42.41 लाख हेक्टेयर की बोआई हो सकी है, जो कि लक्ष्य का मात्र 44.16% ही है. इसमें 45% हिस्सा अकेले धान की बोआई का है. जबकि गत वर्ष इसी तिथि तक 53.46 लाख हेक्टेयर भूमि पर बोआई हो चुकी थी.

वहीं, सीएम ने कहा कि बांदा, चंदौली, हमीरपुर, देवरिया, जालौन जिलों के साथ-साथ बलिया, बस्ती, गोरखपुर, महराजगंज, संतकबीरनगर और श्रावस्ती जैसे जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाना अपेक्षित है. आगामी एक सप्ताह हमारे लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है. ऐसे में यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी पेयजल का अभाव न हो. विंध्य और बुंदेलखंड में पेयजल की सुचारु आपूर्ति बनी रहे. वन विभाग वन्य जीवों के लिए और पशुपालन विभाग पशुओं के पेयजल की व्यवस्था बेहतर बनाए रखे.

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लखनऊ: प्रदेश में मानसून की स्थिति की समीक्षा बैठक करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को दिशा निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि दक्षिणी पश्चिमी मानसून के प्रभाव से इस वर्ष 13 जुलाई तक मात्र 76.6 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जो कि सामान्य वर्षा 199.7 मिलीमीटर से लगभग 62% कम है. इस बीच एकमात्र आगरा जनपद ऐसा रहा जहां सामान्य वर्षा हुई. जबकि ललितपुर, फिरोजाबाद, वाराणसी और हापुड़ में सामान्य (80% से 120%) और खीरी, देवरिया, एटा और बिजनौर में सामान्य से कम (60%-80%) वर्षा हुई है. 19 जिले ऐसे हैं यहां अब तक सामान्य से 40% से 60% तक ही वर्षा दर्ज की गई है. इसलिए जरूरी है कि किसानों और फसलों की स्थिति को देखते हुए सभी परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा.

सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आमतौर पर 15 जून तक बरसात का मौसम प्रारंभ हो जाता रहा है, जो कि 15 सितंबर तक जारी रहता है. खेती-किसानी की समृद्धि के लिए यह प्राकृतिक वर्षा अमृत है. लेकिन इस बार मानसून में देरी है. हालांकि प्राकृतिक वर्षा जल से सिंचाई के साथ-साथ सरकार द्वारा नहरों, नलकूपों के विस्तार से सिंचाई सुविधा को बेहतर बनाया गया है. स्थिति के अनुसार सभी प्रमुख नदियों, नहरों और जलाशयों में पर्याप्त जलराशि है, जो कि राहत की बात है.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि मौसम वैज्ञानिकों के आंकलन के अनुसार आगामी 18 जुलाई से अच्छी वर्षा की संभावना है. यद्यपि विलंब से बोआई उपज को प्रभावित करती है. किंतु हमें वैकल्पिक प्रबंध के संबंध में तैयार रहना होगा. सीएम ने कहा सभी परिस्थितियों के लिए हमारी कार्ययोजना तैयार रहनी चाहिए. कृषि, सिंचाई, राहत , राजस्व आदि सम्बंधित विभाग अलर्ट मोड में रहें. प्रत्येक जनपद में कृषि विज्ञान केंद्रों, कृषि विश्वविद्यालयों, कृषि वैज्ञानिकों के माध्यम से किसानों से सतत संवाद बनाये रखें. उन्हें सही जानकारी उपलब्ध हो.

सीएम ने कहा कि अल्प वर्षा के कारण खरीफ फसलों की बोआई का कार्य प्रभावित हुआ है. खरीफ अभियान 2022-23 के अंतर्गत 13 जुलाई की अद्यतन स्थिति के अनुसार प्रदेश में 96.03 लाख हेक्टेयर के लक्ष्य के सापेक्ष 42.41 लाख हेक्टेयर की बोआई हो सकी है, जो कि लक्ष्य का मात्र 44.16% ही है. इसमें 45% हिस्सा अकेले धान की बोआई का है. जबकि गत वर्ष इसी तिथि तक 53.46 लाख हेक्टेयर भूमि पर बोआई हो चुकी थी.

वहीं, सीएम ने कहा कि बांदा, चंदौली, हमीरपुर, देवरिया, जालौन जिलों के साथ-साथ बलिया, बस्ती, गोरखपुर, महराजगंज, संतकबीरनगर और श्रावस्ती जैसे जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाना अपेक्षित है. आगामी एक सप्ताह हमारे लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है. ऐसे में यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी पेयजल का अभाव न हो. विंध्य और बुंदेलखंड में पेयजल की सुचारु आपूर्ति बनी रहे. वन विभाग वन्य जीवों के लिए और पशुपालन विभाग पशुओं के पेयजल की व्यवस्था बेहतर बनाए रखे.

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