लखनऊ: राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के समापन पर समारोह आयोजित किया गया. इस मौके पर एनआईसी द्वारा आईआईटी चेन्नई के सहयोग से बनाए गए एक ऐप को लांच किया गया. उत्तर प्रदेश के सोलर लाइट जनपदों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इस ऐप को लांच किया गया है. इस ऐप को शीघ्र ही प्रदेश के अन्य जनपदों में भी लागू किया जाएगा.
एक्सप्रेस-वे के किनारे जल्द ही स्थापित होंगे ट्रामा सेंटर: अवनीश कुमार अवस्थी - आईआईटी चेन्नई
लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का समापन समारोह आयोजित किया गया. इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा एक्सप्रेस-वे के किनारे जल्द ही ट्रामा सेंटर स्थापित होंगे. ट्रामा सेंटर बनने से गोल्डन ऑवर में घायल व्यक्ति को इलाज मिलेगा और उसकी जान भी बच सकेगी.
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का समापन समारोह
लखनऊ: राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के समापन पर समारोह आयोजित किया गया. इस मौके पर एनआईसी द्वारा आईआईटी चेन्नई के सहयोग से बनाए गए एक ऐप को लांच किया गया. उत्तर प्रदेश के सोलर लाइट जनपदों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इस ऐप को लांच किया गया है. इस ऐप को शीघ्र ही प्रदेश के अन्य जनपदों में भी लागू किया जाएगा.
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित किए गए राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह समारोह में गाजियाबाद निवासी रोजी काजमी के मैस्कट को चुना गया. इस दौरान उन्हें 20,000 रुपये की धनराशि देकर सम्मानित भी किया गया. मैस्कट में सड़क पर धीमी गति से चलता एक कछुआ हाथों में 'समझदार बने सुरक्षित रहें' की तख्ती को धीरे-धीरे आगे बढ़ाता दिख रहा है. जिसका आशय साफ है कि धीमी गति में ही समझदारी है.
गोल्डन ऑवर में उपलब्ध कराएं चिकित्सीय सुविधा
कार्यक्रम के दौरान अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि सड़क दुर्घटना होने पर घायल व्यक्ति को अपनी गाड़ी में बैठा कर गोल्डन ऑवर के अंदर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराएं. उन्होंने कहा कि सीट बेल्ट हमारे लिए रामबाण है. वाहन में आगे और पीछे बैठे सभी व्यक्तियों को सीट बेल्ट अवश्य लगाना चाहिए. वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें. उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे के किनारे जल्द ही इस ट्रॉमा सेंटर की स्थापना के लिए प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है. ट्रामा सेंटर बनने से गोल्डन ऑवर में घायल व्यक्ति को इलाज मिलेगा और उसकी जान भी बच सकेगी.
'ड्राइविंग लाइसेंस धारकों की आंखों की कराएं जांच'
इस दौरान उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पहले परिवहन विभाग के चालकों की आंखों की जांच हुई. उनमें लगभग 500 चालकों की आंखों की रोशनी या तो कम पाई गई या फिर उनमें कलर पहचानने की क्षमता कम पाई गई. इसके लिए परिवहन विभाग एक योजना बनाकर प्रदेश के सभी ड्राइविंग लाइसेंस धारकों की आंखों की जांच कराए.
मशीन बेस्ट फिटनेस सेंटर खोलने की योजना
र्यक्रम के दौरान परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव आरके सिंह ने कहा कि इस वक्त सड़क दुर्घटना में कमी आई है, जो सभी के प्रयासों से हासिल हुई है. यदि हम जीवन को बचाने के लिए कोई योजना बनाते हैं तो उसमें जो भी खर्च लगे वह कम है, क्योंकि हमारा जीवन अमूल्य है. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में मशीन बेस्ट फिटनेस सेंटर खोलने की योजना है. जिसके माध्यम से इलेक्ट्रिक और मकैनिक दोनों तरीके से वाहनों की बारीकी से जांच होगी.
'ओवर स्पीडिंग की वजह से होती हैं 37 फीसदी सड़क दुर्घटनाएं'
परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने सड़क सुरक्षा माह में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी विभागों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि 37 फ़ीसदी सड़क दुर्घटनाएं ओवर स्पीडिंग की वजह से होती हैं. इसी तरह मोबाइल फोन पर बात करने में दुर्घटनाएं 12% होती हैं. गलत दिशा में गाड़ी चलाने से होने वाली दुर्घटनाओं का प्रतिशत लगभग 11 है. उन्होंने यह भी बताया कि गाड़ी चलाते समय जिन चालकों द्वारा जानबूझकर इस ढंग से वाहन चलाया जाता है जिससे सड़क दुर्घटना में किसी की मृत्यु हो जाए. ऐसी दशा में उनके विरुद्ध पुलिस विभाग द्वारा आईपीसी की धारा 304 भाग 2 के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई की जाएगी.
मोमेंटो व धनराशि देकर किया पुरस्कृत
कार्यक्रम में आईआरएससी द्वारा रोड सेफ्टी क्लब और प्रस्तुतीकरण किया गया. जिसके बाद 32 रोड सेफ्टी क्लबों को परिवहन विभाग की ओर से एक-एक मोमेंटो और प्रत्येक को 5000 का पुरस्कार प्रदान किया गया. प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए 37 गुड सेमेरिटन को भी परिवहन विभाग द्वारा सम्मानित किया गया. इसके साथ-साथ उच्च प्राथमिक माध्यमिक व उच्च शिक्षा के छात्रों के मध्य सड़क सुरक्षा पर कविता लघु कहानी छंद, चौपाई, पेंटिंग, चित्रकला, रंगोली और क्विज में विजेता छात्र-छात्राओं को अपने-अपने जनपद में सम्मानित किया गया.
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित किए गए राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह समारोह में गाजियाबाद निवासी रोजी काजमी के मैस्कट को चुना गया. इस दौरान उन्हें 20,000 रुपये की धनराशि देकर सम्मानित भी किया गया. मैस्कट में सड़क पर धीमी गति से चलता एक कछुआ हाथों में 'समझदार बने सुरक्षित रहें' की तख्ती को धीरे-धीरे आगे बढ़ाता दिख रहा है. जिसका आशय साफ है कि धीमी गति में ही समझदारी है.
गोल्डन ऑवर में उपलब्ध कराएं चिकित्सीय सुविधा
कार्यक्रम के दौरान अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि सड़क दुर्घटना होने पर घायल व्यक्ति को अपनी गाड़ी में बैठा कर गोल्डन ऑवर के अंदर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराएं. उन्होंने कहा कि सीट बेल्ट हमारे लिए रामबाण है. वाहन में आगे और पीछे बैठे सभी व्यक्तियों को सीट बेल्ट अवश्य लगाना चाहिए. वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें. उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे के किनारे जल्द ही इस ट्रॉमा सेंटर की स्थापना के लिए प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है. ट्रामा सेंटर बनने से गोल्डन ऑवर में घायल व्यक्ति को इलाज मिलेगा और उसकी जान भी बच सकेगी.
'ड्राइविंग लाइसेंस धारकों की आंखों की कराएं जांच'
इस दौरान उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पहले परिवहन विभाग के चालकों की आंखों की जांच हुई. उनमें लगभग 500 चालकों की आंखों की रोशनी या तो कम पाई गई या फिर उनमें कलर पहचानने की क्षमता कम पाई गई. इसके लिए परिवहन विभाग एक योजना बनाकर प्रदेश के सभी ड्राइविंग लाइसेंस धारकों की आंखों की जांच कराए.
मशीन बेस्ट फिटनेस सेंटर खोलने की योजना
र्यक्रम के दौरान परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव आरके सिंह ने कहा कि इस वक्त सड़क दुर्घटना में कमी आई है, जो सभी के प्रयासों से हासिल हुई है. यदि हम जीवन को बचाने के लिए कोई योजना बनाते हैं तो उसमें जो भी खर्च लगे वह कम है, क्योंकि हमारा जीवन अमूल्य है. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में मशीन बेस्ट फिटनेस सेंटर खोलने की योजना है. जिसके माध्यम से इलेक्ट्रिक और मकैनिक दोनों तरीके से वाहनों की बारीकी से जांच होगी.
'ओवर स्पीडिंग की वजह से होती हैं 37 फीसदी सड़क दुर्घटनाएं'
परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने सड़क सुरक्षा माह में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी विभागों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि 37 फ़ीसदी सड़क दुर्घटनाएं ओवर स्पीडिंग की वजह से होती हैं. इसी तरह मोबाइल फोन पर बात करने में दुर्घटनाएं 12% होती हैं. गलत दिशा में गाड़ी चलाने से होने वाली दुर्घटनाओं का प्रतिशत लगभग 11 है. उन्होंने यह भी बताया कि गाड़ी चलाते समय जिन चालकों द्वारा जानबूझकर इस ढंग से वाहन चलाया जाता है जिससे सड़क दुर्घटना में किसी की मृत्यु हो जाए. ऐसी दशा में उनके विरुद्ध पुलिस विभाग द्वारा आईपीसी की धारा 304 भाग 2 के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई की जाएगी.
मोमेंटो व धनराशि देकर किया पुरस्कृत
कार्यक्रम में आईआरएससी द्वारा रोड सेफ्टी क्लब और प्रस्तुतीकरण किया गया. जिसके बाद 32 रोड सेफ्टी क्लबों को परिवहन विभाग की ओर से एक-एक मोमेंटो और प्रत्येक को 5000 का पुरस्कार प्रदान किया गया. प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए 37 गुड सेमेरिटन को भी परिवहन विभाग द्वारा सम्मानित किया गया. इसके साथ-साथ उच्च प्राथमिक माध्यमिक व उच्च शिक्षा के छात्रों के मध्य सड़क सुरक्षा पर कविता लघु कहानी छंद, चौपाई, पेंटिंग, चित्रकला, रंगोली और क्विज में विजेता छात्र-छात्राओं को अपने-अपने जनपद में सम्मानित किया गया.