लखनऊ: मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संजय गोयल ने बिजली बिल में गबन करने के आरोपी लेखाकार और क्लर्क को बर्खास्त करने के आदेश दिए हैं. बिजली बिल का यह घोटाला बाराबंकी के लेखाकार रजनीश कुमार और क्लर्क सर्वेश कुमार चौधरी ने किया था. दोनों ने बिजली बिल की वसूली गई रकम को विभाग के खाते में जमा करने के बजाए खुद हड़प लिया था.
यह प्रकरण अधिशासी अभियंता नजम अहमद की तैनाती के दौरान जुलाई 2017 का है. बाराबंकी के लेखाकार रजनीश कुमार और क्लर्क सर्वेश कुमार चौधरी दोनों ने मिलकर 99.62 लाख रुपये का गबन किया था.
लेखाकार और क्लर्क को किया गया बर्खास्त-
मध्यांचल के प्रबंध निदेशक संजय गोयल का कहना है कि लेखाकार की बर्खास्तगी का आदेश परिक्षेत्रीय लेखा कार्यालय बरेली, जहां वह तैनात है और क्लर्क का अधिशासी अभियंता परीक्षण खंड बाराबंकी को भेज दिया गया है. मध्यांचल बर्खास्त किए गए लेखाकार रजनीश कुमार से करीब 57 लाख रुपये और क्लर्क सर्वेश कुमार चौधरी से 18,75,634 रुपये वसूलेगा. अगर दोनों यह रकम जमा नहीं कर पाते हैं तो उनके घर कुर्की की कार्रवाई कराई जाएगी. नजम अहमद वर्तमान में वाराणसी डिस्कॉम के जौनपुर वितरण खंड में तैनात हैं, उन पर भी कार्रवाई होगी.
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बता दें कि वर्ष 2017 में बाराबंकी के फतेहपुर विद्युत वितरण खंड में यह घोटाला हुआ था. बाराबंकी पुलिस ने धोखाधड़ी का केस भी दर्ज किया था. तबसे मामले की गहन पड़ताल चल रही थी. बीच में लेखाकार को बरेली और क्लर्क को बाराबंकी में निलंबित कर अटैच किया गया था.