लखनऊ : नागरिक सुरक्षा में डिप्टी कंट्रोलर रही महिला से एक परिवार ने पहले नजदीकियां बढ़ाईं और रिटायरमेंट के बाद उनका पैसा ट्रैवल बिजनेस में इन्वेस्ट करने के नाम पर दो करोड़ रुपये की ठगी कर ली. रिटायर्ड दंपती ने पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब कोर्ट के आदेश पर महानगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. बुजुर्ग महिला के पति दूरसंचार में अधिकारी के पद से हाल ही में रिटायर हुए थे. पुलिस के मुताबिक मुकदमा दर्ज कर जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
महानगर निवासी पुष्पा अनिल ने बताया कि वे नागरिक सुरक्षा विभाग यूपी में डिप्टी कंट्रोलर और पति दूरसंचार विभाग यूपी में अधिकारी के पद से रिटायर हैं. पुष्पा के अनुसार बरेली में उनकी मुलाकात सीपी सिंह से हुई थी. धीरे धीरे सीपी सिंह से उनके पारिवारिक संबंध प्रगाढ़ हो गए. इसी दौरान सीपी सिंह ने सुझाव दिया कि रिटायरमेंट होने के बाद वे किसी बिजनेस में इन्वेस्ट कर दें तो उनका पैसा सुरक्षित रहेगा. इसके लिए उनकी एक कंपनी बीआरकेसीपी में महंगी गाड़ी खरीद कर लगवा सकते हैं. पुष्पा अनिल ने बताया कि वे और उनके पति सीपी सिंह की बातों में आ गए और पांच इनोवा क्रिस्टा गाड़ी खरीद कर उन्हें दे दीं. इन गाड़ियों को खरीदने में करीब दो करोड़ रुपये का खर्चा आया था, लेकिन सीपी सिंह ने उन गाड़ियों को किसी विभाग में लगाने के बजाए अपने करीबी यूपी पुलिस में सिपाही प्रमोद मिश्रा को दे दीं.
पीड़िता के मुताबिक प्रमोद मिश्रा 7वीं पीएसी मिर्जापुर में तैनात था, जानकारी करने पर पता चला कि उसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज थे. जब उन्हें पता चला कि उनकी पांचों गाड़ियां प्रमोद मिश्रा और उसके परिवार वालों के पास हैं तो उन्होंने अपनी गाड़ियों को वापस मांगना शुरू किया. इसके बाद उन्हें धमकियां दी जाने लगीं. उन्होंने बताया कि इस धोखाधड़ी की जब उन्होंने महानगर पुलिस से शिकायत की तो वहां उनकी एफआईआर नहीं लिखी गई. इसके बाद उन्होंने कोर्ट की शरण ली और अब मुकदमा दर्ज किया जा सका है.
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