लखनऊ : अयोध्या के समग्र विकास के सम्बन्ध में मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में गठित उच्च अधिकार प्राप्त मॉनिटरिंग कमेटी की बुधवार को बैठक हुई. मुख्य सचिव ने अयोध्या में प्रस्तावित विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा के बाद निर्देश दिये कि अयोध्या के सभी विकास कार्यों को निर्धारित समय पर पूरा करने के लिए हर जरूरी कदम उठाये जाएं. निश्चित समय के अंतराल पर योजनाओं की समीक्षा की जाए. इसके लिए अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए, ताकि अयोध्या के विकास कार्य को समय पर पूरा किया जा सके.
मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि आगामी दिसम्बर माह तक पूरे किये जाने वाले कार्यों की मंथली टाइमलाइन तैयार कर प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा की जाए. इसके लिए उत्तरदायी अधिकारियों के नाम भी कार्ययोजना में इंगित किया जाए, ताकि परियोजनावार सम्बन्धित विभागों के कार्यों की गहन समीक्षा की जा सके.
पंचकोसी एवं चौदहकोसी परिक्रमा मार्ग की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि परिक्रमा मार्ग में सड़क के दोनों तरफ पब्लिक एमेनिटीज, प्लान्टेशन एवं सौन्दर्यीकरण के कार्यों को भी डीपीआर में शामिल किया जाए. उन्होंने दीपोत्सव से पहले सुग्रीव किला से श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर मार्ग एवं श्रृंगार हाट से श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर मार्ग की सड़क का निर्माण पूरा करने के निर्देश दिये. प्रस्तावित ग्रीन फील्ड टाउनशिप की प्रगति की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने इसे फेजेज में डेवलप करने के निर्देश दिये. पहले फेज का कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के लिए कहा. अयोध्या में विभिन्न मार्गों एवं महत्वपूर्ण स्थानों पर लगने वाले साइनेज के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि साइनेज का साइन व डिजाइन पहले से ही निर्धारित कर दिया जाये ताकि उनमें एकरूपता रहे.
अयोध्या में पब्लिक यूटिलिटीज की व्यवस्था की समीक्षा के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि अयोध्या के सभी छह प्रवेश मार्गों के नजदीक समस्त सुविधाओं से युक्त विश्रामालय, पब्लिक यूटिलिटी आदि के लिए उपयुक्त स्थलों का चिन्हांकन कर लिया जाए तथा इन कार्यों का समावेश डीपीआर में भी रहे.
इससे पूर्व अयोध्या के विकास के लिए प्रस्तावित कार्यों की जानकारी प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन दीपक कुमार ने दी. इनमें ली-एसोसिएट्स के किये गये कार्यों का स्टेटस, आवास विभाग के वर्तमान वित्तीय वर्ष में प्रस्तावित कार्यों, दिसम्बर, 2021 तक पूरी होने वाली परियोजनाओं, चौराहों, मार्गों, गलियों एवं घाटों के विकास कार्यों, पीपीपी मॉडल की परियोजनाओं, छह प्रवेश द्वारों की डिजाइन तथा निर्माण, सोलर सिटी परियोजना की प्रगति, एनएमसीजी द्वारा फंडेड आठ कुण्डों का सौन्दर्यीकरण एवं आर्ट वर्क समेत अन्य कार्य शामिल हैं. उन्होंने अयोध्या के समग्र विकास के लिए 12 विभागों की 32 प्रगतिशील परियोजनाओं के बारे में भी जानकारी दी. ये 28 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाएं हैं.
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