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मुख्य सचिव का निर्देश, कहा- 15 अगस्त तक पूरा हो पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण

मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने पूर्वांचल, बुन्देलखण्ड, गंगा एक्सप्रेस-वे एवं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं, डिफेन्स कॉरीडोर एवं जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की प्रगति की समीक्षा की. मुख्य सचिव ने बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के मुख्य कैरिज-वे को भी दिसम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं.

समीक्षा करते मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी
समीक्षा करते मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी
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Published : Jul 6, 2021, 10:51 PM IST

लखनऊ: मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने पूर्वांचल, बुन्देलखण्ड, गंगा एक्सप्रेस-वे एवं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं, डिफेन्स कॉरीडोर एवं जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों में तेजी लाते हुए इसे 15 अगस्त तक हर हाल में पूरा किया जाए ताकि यह लोगों के आवागमन के लिए शीघ्र सुलभ हो सके.

मुख्य सचिव ने बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के मुख्य कैरिज-वे को भी दिसम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के कार्यों में तेजी लाते हुए इस भी निर्धारित समयावधि में पूरा करने के निर्देश दिये गए. उन्होंने गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य जुलाई में ही पूरा कर निर्माण कार्य की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.

प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप की बैठक में दिए निर्देश

प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि इन चारों एक्सप्रेस-वे से आच्छादित क्षेत्रों में स्थित विभिन्न उत्पादन इकाईयों के साथ-साथ नई औद्योगिक इकाईयां स्थापित होंगी और प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियां बढ़ेंगी. उन्होंने एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों के साथ ही जनसुविधाओं टॉयलेट, पेट्रोल पम्प, रेस्टोरेन्ट आदि को भी विकसित करने के निर्देश दिए, ताकि इन एक्सप्रेस-वे के शुरू हो जाने पर जन सामान्य को असुविधा न हो. उन्होंने कहा कि सभी एक्सप्रेस-वे पर निर्माण कार्य के साथ ही साइनेज की स्थापना और मार्ग प्रकाश की समुचित व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए.

अवनीश कुमार अवस्थी ने दिया प्रस्तुतीकरण

बैठक में चारों एक्सप्रेस-वे की प्रगति के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण देते हुए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे, औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ से प्रारंभ होकर बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर से होकर गुजरेगा. इसकी लम्बाई करीब 341 किमी है. एक्सप्रेस-वे छह लेन चौड़ा (आठ लेन में विस्तारणीय) तथा संरचनाएं आठ लेन चौड़ाई की हैं. इस एक्सप्रेस-वे के अन्तर्गत कुल 18 फ्लाईओवर, सात दीर्घ सेतु, 118 लघु सेतु, 13 इण्टरचेंज, 271 अण्डरपास और 503 पुलियों का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है एवं समस्त कार्य पूर्णता की ओर है.

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि जनपद मेरठ से प्रारंभ होकर प्रयागराज तक प्रस्तावित 594 किलोमीटर लम्बे एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. इस माह के अंत तक 90 प्रतिशत भूमि उपलब्ध हो जायेगी, तत्पश्चात् निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.

लखनऊ: मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने पूर्वांचल, बुन्देलखण्ड, गंगा एक्सप्रेस-वे एवं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं, डिफेन्स कॉरीडोर एवं जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों में तेजी लाते हुए इसे 15 अगस्त तक हर हाल में पूरा किया जाए ताकि यह लोगों के आवागमन के लिए शीघ्र सुलभ हो सके.

मुख्य सचिव ने बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के मुख्य कैरिज-वे को भी दिसम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के कार्यों में तेजी लाते हुए इस भी निर्धारित समयावधि में पूरा करने के निर्देश दिये गए. उन्होंने गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य जुलाई में ही पूरा कर निर्माण कार्य की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.

प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप की बैठक में दिए निर्देश

प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि इन चारों एक्सप्रेस-वे से आच्छादित क्षेत्रों में स्थित विभिन्न उत्पादन इकाईयों के साथ-साथ नई औद्योगिक इकाईयां स्थापित होंगी और प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियां बढ़ेंगी. उन्होंने एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों के साथ ही जनसुविधाओं टॉयलेट, पेट्रोल पम्प, रेस्टोरेन्ट आदि को भी विकसित करने के निर्देश दिए, ताकि इन एक्सप्रेस-वे के शुरू हो जाने पर जन सामान्य को असुविधा न हो. उन्होंने कहा कि सभी एक्सप्रेस-वे पर निर्माण कार्य के साथ ही साइनेज की स्थापना और मार्ग प्रकाश की समुचित व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए.

अवनीश कुमार अवस्थी ने दिया प्रस्तुतीकरण

बैठक में चारों एक्सप्रेस-वे की प्रगति के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण देते हुए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे, औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ से प्रारंभ होकर बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर से होकर गुजरेगा. इसकी लम्बाई करीब 341 किमी है. एक्सप्रेस-वे छह लेन चौड़ा (आठ लेन में विस्तारणीय) तथा संरचनाएं आठ लेन चौड़ाई की हैं. इस एक्सप्रेस-वे के अन्तर्गत कुल 18 फ्लाईओवर, सात दीर्घ सेतु, 118 लघु सेतु, 13 इण्टरचेंज, 271 अण्डरपास और 503 पुलियों का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है एवं समस्त कार्य पूर्णता की ओर है.

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि जनपद मेरठ से प्रारंभ होकर प्रयागराज तक प्रस्तावित 594 किलोमीटर लम्बे एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. इस माह के अंत तक 90 प्रतिशत भूमि उपलब्ध हो जायेगी, तत्पश्चात् निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.

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