लखनऊः राजधानी में चिकन कढ़ाई का कारोबार करने वाले व्यापारी महंगाई की चपेट में आ गए हैं. पिछले 2 महीने से कपड़े का दाम लगातार बढ़ता चला जा रहा है. जिससे चिकन के कारोबार करने वाले व्यापारियों पर इसका असर देखने को मिल रहा है. वहीं इन दिनों धागा जहां 1,500 रुपये से 1800 सो रुपये में 5 सौ रुपये प्रति किलो उपलब्ध हो जाता था. वही अब 5 किलो धागे की खरीदारी करने में 2,500 से 3.000 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं. कारोबारियों का मानना है कि इसी वजह से पहले की अपेक्षा चिकन कढ़ाई वाले कपड़े की मांग घटी है. जिससे उन्हें व्यापार में घाटा होने लगा है.
आपको बता दें कि लखनऊ में करीब चिकन के कारोबार से 2 से 3 लाख लोग जुड़े हुए हैं. जिनकी जीविका चिकन के कारोबार से चलती है. लेकिन इन दिनों इनकी हालत यह है कि धागा और कपड़े की रेट दर में बढ़ोतरी होने के कारण लोग अपने रोजगार को ठप करने के लिए मजबूर हैं. वहीं बीते दिनों लॉकडाउन के चलते बहुत से हुनरमंद लोगों ने इस व्यापार को छोड़कर दूसरे कारोबार में चले गए थे. वहीं एक बार फिर महंगाई की दोहरी मार के चलते लोग अपना कारोबार बदलना शुरू कर दिए हैं.
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चौक के दुकानदार अभिषेक ने जानकारी दी कि इस बार हर बार की अपेक्षा चिकन के कारोबार में महंगाई देखने को मिल रहा है. साथ ही आसानी से चिकन से संबंधित कपड़े उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. इसके लिए 1 महीने पहले से ऑर्डर करना पड़ रहा है. वहीं बताया कि चिकन के कपड़ों के रेट दर बढ़ने की वजह से पहले की अपेक्षा महंगा होने के इसका असर व्यापार पर भी देखने को मिल रहा है. इसकी वजह से ग्राहक कढाई वाले कपड़े की ओर कम ध्यान दे रहे हैं.