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एफसीआई में नौकरी के नाम पर जिम संचालक से आठ लाख ठगे, फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी दिया

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Published : Dec 29, 2022, 6:57 AM IST

Updated : Dec 29, 2022, 8:48 PM IST

एफसीआई में नियुक्ति का झांसा देकर जिम संचालक से ठगी का मामला सामने आया है. बीते दिनों कई लोगों से इसी विभाग में नौकरी दिलाने की बात कह कर लाखों की ठगी का खुलासा हुआ था. इस मामले में जिम संचालक की शिकायत पर विकास सोनकर, अनूप श्रीवास्तव समेत 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

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लखनऊ : एफसीआई में नियुक्ति (Recruitment in FCI) कराने का झांसा देते एक जिम संचालक से बड़ी धोखाधड़ी की गई है. आरोपियों ने जिम संचालक (gym operator) युवक को ट्रेनिंग के लिए हरियाणा भेजा था. साथ ही फर्जी नियुक्ति पत्र (fake appointment letter) भी दिया था. कथित ट्रेनिंग कराने के बाद ज्वाइनिंग नहीं होने पर पीड़ित को शक हुआ और छानबीन की तो आरोपियों की करतूत सामने आई. पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज आरोपियों की तलाश कर रही है.

उत्तर प्रदेश के लखनऊ कैंट (Lucknow Cantt of Uttar Pradesh) हाता रामदास निवासी संतोष सिंह तेलीबाग में जिम चलाते हैं. उनके जिम में विकास सोनकर आता था जो एफसीआई के अधिकारियों से गहरी पैठ होने का दावा करता था. विकास ने संतोष को बताया था कि एफसीआई में बड़े पैमाने पर सुपरवाइजर पद पर भर्तियां होनी है. अगर तुम चाहो तो बात कर लें. सरकारी नौकरी (Government Job) की चाह में संतोष ने हामी भर दी. इस पर विकास ने आठ लाख रुपये का खर्च आने की बात कही संतोष ने अप्रैल 2019 में तीन लाख रुपये महानगर स्थित एक रेस्त्रां में लिए गए. इसके बाद संतोष को दिल्ली बुलाया गया दिल्ली में बाराखम्बा स्थित एक दफ्तर में ले जाकर संतोष का साक्षात्कार कराया गया. इंटरव्यू एफसीआई अधिकारी (FCI Officer) होने का दावा करने वाल अमरेंद्र सिंह ने लिया था. जिसने संतोष को बताया कि उसकी नौकरी पक्की हो गई है. जल्द ही ज्वाइनिंग लेटर (joining letter) मिल जाएगा.


पीड़ित के अनुसार (according to the victim) इंटरव्यू देने के बाद उसे ग्रेटर नोएडा भेजा गया था, जहां परी चौक के पास संतोष की मुलाकात विकास के सहयोगी नीरज पाण्डेय, अनूप श्रीवास्तव और जितेंद्र से कराई गई. जिन्होंने नियुक्ति पत्र देते हुए कहा कि हरियाणा के सिरसा में छह माह की ट्रेनिंग होनी है. जिसके बाद नौकरी पक्की होगी. यह कहते हुए ढाई लाख रुपये संतोष से ग्रेटर नोएड आरोपियों ने ले लिए. वहीं लखनऊ लौट कर महानगर स्थित होटल में ढाई लाख रुपये संतोष ने दिए. जिसके बाद उन्हें सिरसा की जगह बरवाला में जाकर ट्रेनिंग करने के लिए कहा गया. वहां करीब छह महीने तक संतोष ने ट्रेनिंग की उसकी ही तरह कई अन्य युवक भी आए हुए थे. सभी को ट्रेनिंग पूरी होने के बाद घर वापस भेज दिया गया. जिसके बाद ज्वाइनिंग के लिए नहीं बुलाया गया. शक होने पर पीड़ित ने छानबीन शुरू की तो फर्जीवाड़े का पता चला. जिसके बाद पीड़ित जिम संचालक रामदास (Gym Director Ramdas) ने आरोपियों के विरुद्ध बुधवार को महानगर में एफआईआर दर्ज कराई.

थाना प्रभारी महानगर केके तिवारी (Police Station Incharge Metropolitan KK Tiwari) ने बताया कि विकास सोनकर, अनूप श्रीवास्तव समेत 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. अनूप श्रीवास्तव और जितेंद्र को एसटीएफ ने 18 दिसंबर को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. वहीं, गिरोह में शामिल अन्य की तलाश में छापेमारी की जा रही है.

लखनऊ : एफसीआई में नियुक्ति (Recruitment in FCI) कराने का झांसा देते एक जिम संचालक से बड़ी धोखाधड़ी की गई है. आरोपियों ने जिम संचालक (gym operator) युवक को ट्रेनिंग के लिए हरियाणा भेजा था. साथ ही फर्जी नियुक्ति पत्र (fake appointment letter) भी दिया था. कथित ट्रेनिंग कराने के बाद ज्वाइनिंग नहीं होने पर पीड़ित को शक हुआ और छानबीन की तो आरोपियों की करतूत सामने आई. पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज आरोपियों की तलाश कर रही है.

उत्तर प्रदेश के लखनऊ कैंट (Lucknow Cantt of Uttar Pradesh) हाता रामदास निवासी संतोष सिंह तेलीबाग में जिम चलाते हैं. उनके जिम में विकास सोनकर आता था जो एफसीआई के अधिकारियों से गहरी पैठ होने का दावा करता था. विकास ने संतोष को बताया था कि एफसीआई में बड़े पैमाने पर सुपरवाइजर पद पर भर्तियां होनी है. अगर तुम चाहो तो बात कर लें. सरकारी नौकरी (Government Job) की चाह में संतोष ने हामी भर दी. इस पर विकास ने आठ लाख रुपये का खर्च आने की बात कही संतोष ने अप्रैल 2019 में तीन लाख रुपये महानगर स्थित एक रेस्त्रां में लिए गए. इसके बाद संतोष को दिल्ली बुलाया गया दिल्ली में बाराखम्बा स्थित एक दफ्तर में ले जाकर संतोष का साक्षात्कार कराया गया. इंटरव्यू एफसीआई अधिकारी (FCI Officer) होने का दावा करने वाल अमरेंद्र सिंह ने लिया था. जिसने संतोष को बताया कि उसकी नौकरी पक्की हो गई है. जल्द ही ज्वाइनिंग लेटर (joining letter) मिल जाएगा.


पीड़ित के अनुसार (according to the victim) इंटरव्यू देने के बाद उसे ग्रेटर नोएडा भेजा गया था, जहां परी चौक के पास संतोष की मुलाकात विकास के सहयोगी नीरज पाण्डेय, अनूप श्रीवास्तव और जितेंद्र से कराई गई. जिन्होंने नियुक्ति पत्र देते हुए कहा कि हरियाणा के सिरसा में छह माह की ट्रेनिंग होनी है. जिसके बाद नौकरी पक्की होगी. यह कहते हुए ढाई लाख रुपये संतोष से ग्रेटर नोएड आरोपियों ने ले लिए. वहीं लखनऊ लौट कर महानगर स्थित होटल में ढाई लाख रुपये संतोष ने दिए. जिसके बाद उन्हें सिरसा की जगह बरवाला में जाकर ट्रेनिंग करने के लिए कहा गया. वहां करीब छह महीने तक संतोष ने ट्रेनिंग की उसकी ही तरह कई अन्य युवक भी आए हुए थे. सभी को ट्रेनिंग पूरी होने के बाद घर वापस भेज दिया गया. जिसके बाद ज्वाइनिंग के लिए नहीं बुलाया गया. शक होने पर पीड़ित ने छानबीन शुरू की तो फर्जीवाड़े का पता चला. जिसके बाद पीड़ित जिम संचालक रामदास (Gym Director Ramdas) ने आरोपियों के विरुद्ध बुधवार को महानगर में एफआईआर दर्ज कराई.

थाना प्रभारी महानगर केके तिवारी (Police Station Incharge Metropolitan KK Tiwari) ने बताया कि विकास सोनकर, अनूप श्रीवास्तव समेत 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. अनूप श्रीवास्तव और जितेंद्र को एसटीएफ ने 18 दिसंबर को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. वहीं, गिरोह में शामिल अन्य की तलाश में छापेमारी की जा रही है.

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Last Updated : Dec 29, 2022, 8:48 PM IST
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