लखनऊ: ट्रांसपोर्ट नगर में इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर में दो कंपनियों की आपसी लड़ाई में वाहन स्वामी पिस रहे हैं. अपना पैसा, समय और ईंधन खर्च कर वाहन की फिटनेस कराने वाहन स्वामी फिटनेस सेंटर पहुंचते हैं लेकिन वहां उनके वाहनों की फिटनेस नहीं हो पाती. वजह दो कंपनियों की आपसी रार. 5000 से ज्यादा वाहनों की फिटनेस का काम प्रभावित हो रहा है.
फिटनेस सेंटर पर आने वाले करीब 75 फीसदी वाहन अनफिट हो रहे हैं. वाहन स्वामियों को हो रही इस दिक्कत का परिवहन विभाग के अधिकारी संज्ञान भी नहीं ले रहे हैं. वाहन स्वामी पिस रहे हैं और अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं. जिस कंपनी को ठेका मिला है उसका आरोप है कि पुरानी कंपनी काम छिनने से नाराज है इसलिए सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी (Chaos at Inspection and Certification Center Transport Nagar Lucknow) कर रही है.
मशीनों और सॉफ्टवेयर में तकनीकी खामियां: फरवरी के आखिरी सप्ताह में फिटनेस सेंटर पर वाहनों की फिटनेस का काम रोजमार्टा की जगह पर श्री हरि फिलिंग सेंटर नाम की कंपनी को दिया गया था. मशीनों व सॉफ्टवेयर के मेंटेनेंस का काम 2026 तक पुरानी कंपनी रोजमार्टा के पास ही रहेगा. यही वजह है कि मशीनों व सॉफ्टवेयर में आए दिन तकनीकी खामियां आ रहीं हैं. इसके चलते वाहन स्वामियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पिछले 19 दिनों में हर रोज सॉफ्टवेयर मशीनों की गड़बड़ी से सैकड़ों वाहन स्वामियों को बिना फिटनेस कराए ही बैरंग वापस लौटना पड़ा है. जिन वाहनों की फिटनेस की भी गई उनमें भी ज्यादातर फेल ही हो गए, जबकि वाहनों की कंडीशन पूरी तरह सही थी और फिटनेस प्रमाण पत्र पाने के हकदार थे.
परिवहन अधिकारी भी परेशान: पुरानी और नई कंपनियों की आपसी खींचतान में आरटीओ समेत परिवहन विभाग के सभी अधिकारी परेशान हैं. आये दिन वाहन स्वामी फिटनेस सेंटर के साथ-साथ आरटीओ कार्यालय में भी हंगामा करते हैं. फिटनेस टेस्ट के लिए हर रोज करीब 200 वाहन आते हैं, लेकिन जांच के लिए सिर्फ 70 वाहन ही जा पा रहे हैं. कारण सॉफ्टवेयर और मशीनों की तकनीकी दिक्कत. इसके चलते 75 फीसद वाहन टेस्ट में फेल हो रहे हैं.
क्या कहते हैं कंपनी के प्रतिनिधि: श्री हरि फिलिंग स्टेशन कंपनी के प्रतिनिधि अंकुश राय का कहना है कि फिटनेस में दिक्कत नहीं आ रही है बल्कि मेंटेनेंस में समस्या आ रही है. मेंटेनेंस पुरानी कंपनी के पास ही है. हमारे यहां कोई भी चीज खराब होती है फिर हम मेल करते हैं फिर वह आगे बढ़ाते हैं फिर किसी इंजीनियर को भेजते हैं तब जाकर छोटी सी भी दिक्कत दूर हो पाती है. इससे बड़ी समस्या हो रही है.
यहां पर एक इंजीनियर को तैनात कर देना चाहिए जिससे किसी भी तरह की कोई समस्या आए तो तत्काल उसे दूर किया जा सके. इससे वाहन स्वामियों को राहत मिल सकेगी. अंकुश राय का कहना है कि लखनऊ के अलावा भी हमारी कंपनी कई अन्य राज्यों में काम कर रही है. हमारे लिए फिटनेस का काम कोई नया नहीं है, लेकिन मेंटेनेंस का काम पुरानी कंपनी के पास होने से दिक्कत है जरूर हो रही हैं.
क्या कहते हैं आरटीओ: लखनऊ के आरटीओ आरपी द्विवेदी का कहना है कि दोनों कंपनियों से बात की जा रही है. मंगलवार को स्थिति काफी सामान्य रही है. दोनों कंपनियों के बीच आपसी सामंजस्य बनाने को कहा गया है. जो दिक्कतें आ रहीं हैं उन्हें जल्द दूर किया जाएगा. वाहन स्वामियों को फिटनेस कराने में कोई दिक्कत आड़े नहीं आएगी, जल्द सब कुछ सही हो जाएगा. (Lucknow News in Hindi)
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