लखनऊ: दंत्तोपन्त ठेंगड़ी जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर सोमवार को भारतीय किसान संघ अवध प्रान्त की ओर से निराला नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में सेरेमनी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक अनिल कुमार समेत अन्य नेताओं ने अपने विचार रखे.
पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र प्रचारक अनिल कुमार ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि दंतोपंत्त ठेंगड़ी मजदूरों के सच्चे हितैषी थे. उन्होंने किसानों और मजदूरों के हितों के लिए लड़ाई लड़ी है. देश में समानता के लिए काम किया है. वे ऐसे महापुरुष थे जो स्वयं को गलाकर संगठन और कार्यकर्ताओं को खड़ा किया. ठेंगड़ी जी द्वारा बताये गए रास्ते पर चलने की आवश्यकता है.
दंत्तोपंत ठेंगड़ी का जन्म 10 नवम्बर 1920 को महाराष्ट्र में हुआ था. ठेंगड़ी जी अपनी आखिरी सांस तक असमानता को समाप्त करने के लिए काम करते रहे. सद्भाव उनका विश्वास था. वे दृष्टा थे और उसी से उन्होंने भारतीय मजदूर संघ समेत विभिन्न क्षेत्रों में संगठन बनाए और उनका देश-काल-स्थिति के अनुसार मार्गदर्शन किया. यह सब करते हुए उन्होंने हिन्दू समाज के संगठन के सिद्धांत को बनाए रखा.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अपर महाधिवक्ता रमेश कुमार सिंह ने ठेंगड़ी जी के स्वदेशी और किसान आंदोलन को दिशा प्रदान करने में किए गए प्रयासों का विस्तार से वर्णन किया. इस मौके पर किसान संघ के उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के क्षेत्रीय संगठन मंत्री शिवकान्त, प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह, हरिबहादुर सिंह समेत अन्य पदाधिकारियों ने भी अपने विचार रखे.
इस कार्यक्रम में विहिप के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अम्बरीष कुमार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह प्रांत कार्यवाह प्रशान्त भाटिया, भारतीय किसान संघ के राम मनोहर पाण्डेय, प्रान्त संगठन मंत्री रामचेला, सर्वेश द्विवेदी, अशोक केडिया, सुरेश, छोटे लाल, कृष्ण दत्त सिंह और कृष्ण कुमार समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे.