लखनऊ : मुसलमानों के बड़े त्योहार में से एक शब-ए-बरात का पर्व आज पूरे देश में मनाया जाएगा. वहीं, राजधानी में शाम से कब्रिस्तानों और मजारों पर अकीदतमंदों की भीड़ अपने बुजर्गो और रिश्तेदारों की कब्र पर पहुंच कर उनके लिए दुआ करेगी. इसे लेकर कब्रिस्तानों और मजारों में तैयारियां पूरी हो गई है. वहीं, आने वाले लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए प्रशासन ने शहर में यातायात व्यवस्था में कई बदलाव भी किए हैं.
क्या है शब-ए-बरात
- शाबान महीने के पन्द्रहवीं रात को शब-ए-बरात का पर्व मनाया जाता है.
- मुसलमानों के इस त्योहार में घरों से निकलकर लोग इस दुनिया से रुखसत हो चुके अपने रिश्तेदारों की कब्रों पर जाते हैं.
- कब्रों की साफ-सफाई के साथ अगरबत्ती और मोमबत्ती जला कर कब्र पर रोशनी करते है. वहीं, मरने वालों के लिए खास दुआ भी की जाती है.
- धर्मगुरु मौलाना खालिद राशिद फिरंगी महली ने इस मौके पर खास तौर से युवाओं से अपील की है कि यह दिन ज्यादा से ज्यादा इबादत करने का दिन है. इस दिन पटाखे ना जलाए जाएं. साथ ही उन्होंने मोटरसाइकिल पर स्टंट करने वालों से भी अपील की है कि इस दिन को अल्लाह की इबादत में गुजारे न कि सड़कों पर.